उत्तर प्रदेश में अतीक का गैंग अब भी बेखौफ, साढ़ू समेत आठ पर FIR दर्ज

UP News 2025 06 28T105522.155
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:15 AM
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UP News :  उत्तर प्रदेश में माफियावाद की जड़ें सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि आज की हकीकत भी हैं। उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद माना जा रहा था कि उसका नेटवर्क कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से आई ताजा घटना ने इस भ्रम को तोड़ दिया है। अतीक की मौत के बावजूद उसका आपराधिक तंत्र जिले में सक्रिय बना हुआ है। अब उसी गैंग के सक्रिय सदस्य और अतीक के साढ़ू इमरान अहमद समेत आठ लोगों पर जबरन जमीन कब्जाने, फर्जी दस्तावेजों से बिक्री करने और पांच करोड़ की रंगदारी मांगने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

जमीन मालिकों को बनाया गया था बंधक

यह पूरा विवाद उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के बमरौली उपहार निवासी मनोज कुमार भारतीया की पुश्तैनी जमीन पर कब्जे की यह कहानी करीब दो दशक पुरानी है, लेकिन इसके पीछे की साजिश आज भी उतनी ही ताजा है। पीड़ित के अनुसार, साल 2001 में माफिया अतीक अहमद और उसके साढ़ू इमरान अहमद ने मिलकर असली जमीन मालिकों—रामदास, शोभलाल, राम आसरे और ओंकार—को अगवा कर लिया और जान से मारने की धमकी देकर एक फर्जी बैनामा जबरन सुरेश द्विवेदी के नाम करवा लिया। वर्ष 2003 में भले ही यह बैनामा अदालत के आदेश से रद्द हो गया हो, लेकिन इसके बाद भी जालसाजी का सिलसिला थमा नहीं। आरोप है कि षड्यंत्रकारी लगातार नए नामों से फर्जी सौदों का खेल रचते रहे।

जमीन का दोबारा फर्जी हस्तांतरण हरिश्चंद्र नामक व्यक्ति के नाम कर दिया गया। समय के साथ यह जमीन कई लोगों के नाम बेची जाती रही, और अंततः वर्ष 2022 में इमरान अहमद ने मोहम्मद सलमान, समीर और नसीम को यह ज़मीन बेच दी। जब 5 मार्च 2025 को मनोज भारतीया ने जमीन के इस अवैध सौदे पर आपत्ति दर्ज कराई, तो आरोपियों ने उनकी पिटाई कर डाली और ₹5 करोड़ की रंगदारी की मांग रखी। साथ ही धमकी दी कि जब तक रकम अदा नहीं की जाती, वे जमीन पर कोई भी गतिविधि नहीं कर पाएंगे।

जिलाधिकारी ने कराई जांच

मामले की गंभीरता को देखते हुए  जिलाधिकारी प्रयागराज ने राजस्व विभाग को मामले की विस्तृत जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट में आरोपों की पुष्टि होते ही पूरामुफ्ती थाने में इमरान अहमद, हरिश्चंद्र, बीएल भारतीया, मोहम्मद सलमान, समीर, नसीम, मोहम्मद रहमान और राना सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के साथ-साथ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से छानबीन कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि अतीक अहमद के आपराधिक साम्राज्य की जड़ें जिले में और किन-किन स्थानों तक फैली हुई हैं।    UP News

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इटावा में पथराव और हंगामा काटने को लेकर गगन यादव समेत 21 पर FIR दर्ज

Etawah News
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:08 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दांदरपुर गांव में 26 जून को भारी बवाल और हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। यह वही गांव है, जहां कुछ दिन पहले कथावाचकों मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव के साथ कथित बदसलूकी की घटना सामने आई थी। इस मामले में नया मोड़ तब आया जब कथावाचकों पर ही छेड़छाड़ के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। इसके बाद कथावाचकों के समर्थन में गगन यादव के नेतृत्व में लोगों की भीड़ दांदरपुर की ओर कूच कर गई।

पथराव और हवाई फायरिंग

गांव के बाहरी इलाके में पुलिस ने जब भीड़ को रोकने की कोशिश की तो स्थिति बेकाबू हो गई। भीड़ में मौजूद उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें पुलिस की गाड़ियों के शीशे टूट गए। हालात को संभालने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इस हिंसक घटनाक्रम के बाद गगन यादव समेत 21 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। मामला थाना बढ़पुरा में प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र सिंह राठी की तहरीर पर दर्ज हुआ है।

FIR में नामजद 21 लोगों की सूची

गगन यादव, सौरभ यादव, शिवम यादव, अंकित सिंह, हरेंद्र यादव, हिमांशु यादव, ऋषभ यादव, अर्पित कुमार, शिवम यादव (दुहराव), उत्कर्ष यादव, अतुल यादव, हीरेंद्र मोहन प्रताप सिंह, लकी यादव, राजित कुमार, अशोक बाबू, अनुक यादव, दीपक राठौर, अभिषेक कुमार, शिवम यादव (तीसरी बार नाम) सहित एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

कौन है गगन यादव?

गगन यादव एक सामाजिक कार्यकर्ता और 'इंडियन रिफॉर्मर्स' नामक संगठन का संस्थापक व अध्यक्ष है। यह संस्था लंबे समय से भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग कर रही है। गगन यादव खुद को एक ‘युवा समाजवादी विचारधारा वाला नेता’ बताता है हालांकि उसका समाजवादी पार्टी से कोई आधिकारिक संबंध नहीं है। वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है और विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय खुलकर रखता है। UP News

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उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

Murmu
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locationभारत
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calendar29 Nov 2025 08:58 PM
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UP News :  भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू उत्तर प्रदेश का दौरा करने वाली हैं। उत्तर प्रदेश के अपने खास दौरे के दौरान राष्ट्रपति गोरखपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में भी शामिल होंगी। गोरखपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नगर है। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वर्ष-2021 में योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में गोरखनाथ विश्वविद्यालय स्थापित कराया था। उत्तर प्रदेश दौरे के दौरान राष्ट्रपति इसी विश्वविद्यालय के विशेष आयोजन में भाग लेगी।

उत्तर प्रदेश ही नहीं देशभर में ख्याति अर्जित कर रहा है गोरखनाथ विश्वविद्यालय

स्थापना के चार साल के भीतर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के नाम उपलब्धियों की लंबी सूची है। उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में इसकी पहचान समयानुकूल, रोजगारपरक शिक्षा तथा आधुनिक एवं प्राचीन चिकित्सा के संगम के रूप में सुदृढ हुई है। 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों लोकार्पित इस विश्वविद्यालय में 1 जुलाई को वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु का आगमन होने जा रहा है। राष्ट्रपति यहां अकादमिक भवन, करीब पंद्रह सौ लोगों के बैठने की क्षमता के ऑडिटोरियम, ग्यारह कॉटेज वाले विश्व स्तरीय पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण और एक हजार की क्षमता के गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास करेंगी।

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एमजीयूजी मॉडर्न मेडिकल एजुकेशन, आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा, फार्मेसी शिक्षा के साथ स्नातक और परा स्नातक के अत्याधुनिक रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के संचालन वाले एक ब?े राष्ट्रीय केंद्र के रूप में तेजी से उभर रहा है। यहां के आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस की प?ाई विश्वविद्यालय स्थापना के पहले सत्र से ही हो गई थी जबकि मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स का संचालन पिछले सत्र से हुआ है। यही नहीं, नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल संकाय में दर्जनभर रोजगारदायी पाठ्यक्रम पूर्ण क्षमता से संचालित हैं। विश्वविद्यालय में एलॉयड हेल्थ साइंसेज फार्मेसी, एग्रीकल्चर, व्यवसाय प्रबंधन से संबंधित डिप्लोमा से लेकर मास्टर डिग्री तक के दो दर्जन पाठ्यक्रम संचालित हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह बताते हैं कि यहां के सभी पाठ्यक्रम रोजगारपरक हैं और उनकी बहुत मांग है। यहां भारतीय ज्ञान मूल्यों का संरक्षण व संवर्धन, वर्तमान और भावी समय को ध्यान में रखकर अनुसंधानिक तरीके से किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में यहां पाठ्यक्रम ऐसे हैं जो समाज के लिए लाभकारी, विद्यार्थी के लिए सहज रोजगारदायी हैं।

उत्तर प्रदेश ही नहीं दुनिया भर के साथ जुड़ा विश्वविद्यालय

शिक्षा, चिकिसा, कृषि अनुसंधान, रोजगार व ग्राम्य विकास के क्षेत्र में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय नेपाल, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय, एम्स गोरखपुर, केजीएमयू लखनऊ, आरएमआरसी गोरखपुर, महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद, वैद्यनाथ आयुर्वेद, इंडो-यूरोपियन चैंबर ऑफ स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्मजीव ब्यूरो, भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, जुबिलेंट एग्रीकल्चर रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी, लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल आदि के साथ एमओयू किया है। इन एमओयू के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रों में विश्व स्तरीय शोध अनुसंधान के साथ ही स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा। कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव कहते हैं कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की नींव में युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज व राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के विचार हैं, जिनका मानना था कि दासता से मुक्ति, स्वावलंबन व सामाजिक विकास के लिए शिक्षा ही सबसे सशक्त माध्यम है। वर्तमान गोरक्षपीठाधीश्वर एवं इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ भी इसी वैचारिक परंपरा के संवाहक हैं। उनके मार्गदर्शन में इस विश्वविद्यालय का लक्ष्य भारतीय ज्ञान मनीषा के आलोक में मूल्य संवर्धित, रोजगारपरक उस शिक्षा को बढ़ावा देना है जो समग्र रूप में सामाजिक व राष्ट्रीय हितों का पोषण कर सके। एमजीयूजी के कुलाधिपति (गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री) योगी आदित्यनाथ की मंशा 2032 तक गोरखपुर को 'नॉलेज सिटी' के रूप में ख्यातिलब्ध कराने की है और इसमें एमजीयूजी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को अग्रसर है। UP News :

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