एसआईआर प्रक्रिया पर सपा का फोकस तेज, जानबूझकर नाम काटे जाने का आरोप
समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कई जगहों पर अनियमितता की शिकायतें सामने आ रही हैं। सपा का आरोप है कि एसआईआर में जानबूझकर कुछ विशेष लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं और प्रक्रिया को निष्पक्ष तरीके से नहीं चलाया जा रहा।

UP News : उत्तर प्रदेश में इन दिनों एसआईआर प्रक्रिया तेजी से चल रही है। प्रदेशभर के नागरिक अपने-अपने फार्म भरकर जमा कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कई जगहों पर अनियमितता की शिकायतें सामने आ रही हैं। सपा का आरोप है कि एसआईआर में जानबूझकर कुछ विशेष लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं और प्रक्रिया को निष्पक्ष तरीके से नहीं चलाया जा रहा।
सपा ने की जिला-स्तरीय मॉनिटरिंग की व्यवस्था
अनियमितता के आरोपों के बीच समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है कि उसने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में एसआईआर प्रक्रिया की निगरानी के लिए पदाधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। ये पदाधिकारी जिले और विधानसभा स्तर पर पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे और अपनी निगरानी रिपोर्ट नियमित रूप से पार्टी नेतृत्व को भेजेंगे।
विधानसभा स्तर पर भ्रमण और समीक्षा अनिवार्य
सपा द्वारा जारी पत्र में पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने आवंटित जिलों की प्रत्येक विधानसभा का तुरंत दौरा करें।
विधानसभा-स्तर पर बीएलओ की सूची की जांच करें। बूथ प्रभारियों से मिलकर एसआईआर फॉर्म वितरण व जमा प्रक्रिया का मूल्यांकन करें। यह पता करें कि अब तक कितने प्रपत्र वितरित हुए, कितने जमा हुए, कितने आॅनलाइन अपलोड किए गए। सपा ने कहा है कि पदाधिकारी इन सभी बिंदुओं की सघन समीक्षा करें और अपनी विस्तृत रिपोर्ट जल्द से जल्द पार्टी कार्यालय को भेजें।
सपा का दावा : लोगों को जानबूझकर वंचित किया जा रहा
पार्टी ने आरोप लगाया कि कई क्षेत्रों में जानबूझकर ऐसे व्यक्तियों के नाम एसआईआर सूची से हटाए जा रहे हैं जो पात्र हैं। कई लोगों से पूछताछ में बहुत से जेनविन लोगों के भी नाम सूची से गायब कर दिए गए हैं। सपा का कहना है कि यह प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है और पार्टी इसका जोरदार विरोध करेगी। पार्टी ने यह भी कहा कि यदि अनियमितताएँ जारी रहीं, तो वह इसे सार्वजनिक रूप से उठाने के साथ-साथ आवश्यक राजनीतिक कदम भी उठाएगी।
UP News : उत्तर प्रदेश में इन दिनों एसआईआर प्रक्रिया तेजी से चल रही है। प्रदेशभर के नागरिक अपने-अपने फार्म भरकर जमा कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कई जगहों पर अनियमितता की शिकायतें सामने आ रही हैं। सपा का आरोप है कि एसआईआर में जानबूझकर कुछ विशेष लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं और प्रक्रिया को निष्पक्ष तरीके से नहीं चलाया जा रहा।
सपा ने की जिला-स्तरीय मॉनिटरिंग की व्यवस्था
अनियमितता के आरोपों के बीच समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है कि उसने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में एसआईआर प्रक्रिया की निगरानी के लिए पदाधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। ये पदाधिकारी जिले और विधानसभा स्तर पर पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे और अपनी निगरानी रिपोर्ट नियमित रूप से पार्टी नेतृत्व को भेजेंगे।
विधानसभा स्तर पर भ्रमण और समीक्षा अनिवार्य
सपा द्वारा जारी पत्र में पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने आवंटित जिलों की प्रत्येक विधानसभा का तुरंत दौरा करें।
विधानसभा-स्तर पर बीएलओ की सूची की जांच करें। बूथ प्रभारियों से मिलकर एसआईआर फॉर्म वितरण व जमा प्रक्रिया का मूल्यांकन करें। यह पता करें कि अब तक कितने प्रपत्र वितरित हुए, कितने जमा हुए, कितने आॅनलाइन अपलोड किए गए। सपा ने कहा है कि पदाधिकारी इन सभी बिंदुओं की सघन समीक्षा करें और अपनी विस्तृत रिपोर्ट जल्द से जल्द पार्टी कार्यालय को भेजें।
सपा का दावा : लोगों को जानबूझकर वंचित किया जा रहा
पार्टी ने आरोप लगाया कि कई क्षेत्रों में जानबूझकर ऐसे व्यक्तियों के नाम एसआईआर सूची से हटाए जा रहे हैं जो पात्र हैं। कई लोगों से पूछताछ में बहुत से जेनविन लोगों के भी नाम सूची से गायब कर दिए गए हैं। सपा का कहना है कि यह प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है और पार्टी इसका जोरदार विरोध करेगी। पार्टी ने यह भी कहा कि यदि अनियमितताएँ जारी रहीं, तो वह इसे सार्वजनिक रूप से उठाने के साथ-साथ आवश्यक राजनीतिक कदम भी उठाएगी।







