Political : पूर्ववर्ती संगमा सरकार को भ्रष्ट बताने वाले शाह के बयान की जांच करे सीबीआई : रमेश

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CBI should investigate Shah's statement that the previous Sangma government was corrupt: Ramesh
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Mar 2023 07:25 PM
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नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि मेघालय की पूर्ववर्ती कोनराड संगमा सरकार को सबसे भ्रष्ट बताने वाले केंद्रीय गृहमंत्री ​अमित शाह के बयान के बाबत जांच की जाए। उन्हें तलब कर वह सूचना और तथ्य लिए जाएं, जिनके आधार पर उन्होंने ऐसा दावा किया था।

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रमेश ने 21 मार्च को लिखी चिट्ठी

कांग्रेस नेता ने सीबीआई निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल से शाह द्वारा लगाए गए आरोप की जांच करने का आग्रह किया। रमेश ने यह पत्र 21 मार्च को लिखा और इसकी प्रति बृहस्पतिवार को ट्विटर पर साझा की। उन्होंने सीबीआई निदेशक को लिखे पत्र के साथ ही मीडिया में आई ऐसी कुछ खबरें भी साझा कीं, जिनमें शाह के बयान का उल्लेख है।

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17 फरवरी 2023 को शाह ने दिया था बयान

कांग्रेस नेता ने सीबीआई निदेशक को यह पत्र उस समय लिखा है जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी द्वारा दिए गए एक बयान के संदर्भ में दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारी गत रविवार के उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे थे। रमेश ने पत्र में कहा है कि मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि 17 फरवरी 2023 को अमित शाह ने अपनी एक सार्वजनिक सभा में कहा था कि तत्कालीन मेघालय सरकार सबसे भ्रष्ट सरकार है। अमित शाह भारत सरकार में गृह मंत्री हैं। ऐसे में वह सूचना और तथ्य उनके पास अवश्य रहे होंगे, जिनके आधार पर वह ऐसे निष्कर्ष तक पहुंचे होंगे। कुछ ऐसे कारण रहे होंगे कि अमित शाह तत्कालीन मेघालय सरकार के भ्रष्ट आचरण और गतिविधियों के संदर्भ में कदम उठाने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रहित में आपसे आग्रह करता हूं कि अमित शाह को तलब किया जाए और उनसे वह सभी सूचना और तथ्य देने के लिए कहा जाए, जिनके आधार पर उन्होंने ऐसा आकलन किया था। फिर मामले की जांच की जाए।

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शाह पर दबाव की भी जांच करे सीबीआई

कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं आपसे यह जांच करने का भी आग्रह करता हूं कि अमित शाह पर उनकी पार्टी या अन्य ताकतों की तरफ से कहीं कोई दबाव तो नहीं था, जिसके चलते उन्होंने पूर्ववर्ती मेघालय सरकार के भ्रष्टाचार के बारे में सूचना दबा दी। रमेश ने सीबीआई निदेशक को लिखे पत्र के साथ ही मीडिया में आई ऐसी कुछ खबरें भी साझा कीं, जिनमें शाह के बयान का उल्लेख है। कांग्रेस ने हाल ही में आरोप लगाया था कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने पहले कोनराड संगमा सरकार को भ्रष्ट बताया और फिर चुनाव के बाद भाजपा सत्ता के लिए उनके साथ गठबंधन में शामिल हो गई। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Alisha Gautam Oraon : बेटी के साथ रैंप पर उतरने से मिली नयी पहचान

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Alisha walked on ramp with her daughter
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 02:49 AM
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भले ही आप एक लम्बे समय से किसी क्षेत्र में काम कर रहे हों और शायद आपको अपने मनमुताबिक परिणाम या पहचान न मिल पायी हो.. फिर भी आपको हतोत्साहित होने की जरुरत नहीं है क्योंकि मात्र एक क्षण ही आपके जीवन को नयी पहचान दिलाने के लिए काफी है, कुछ ऐसा ही हुआ Alisha Gautam Oraon के साथ। अलीशा काफी सालों से मॉडलिंग कर रही हैं लेकिन इनकी लाइफ का एक शो न केवल हमेशा के लिए यादगार साबित हुआ बल्कि उन्हें इससे एक नयी पहचान भी मिली। एक आदिवासी फैशन शो में हिस्सा लेने पहुंची Alisha Gautam Oraon अपनी बेटी के साथ गयीं थीं और ज़ब उनके रैंप पर चलने की बारी आयी तो उनकी दस महीने की बेटी नायरा ने उनके गोद से उतरने से इंकार कर दिया। ऐसे में अलीशा ने झट से निर्णय लिया और बेटी नायरा को गोद में लेकर एक गमछे से बांधा और बिना किसी के रिएक्शन की परवाह करते हुए रैंप पर उतर गयीं।

Alisha Gautam Oraon

सुमंगल नाग की डिज़ाइनर पड़िया साड़ी, आदिवासी ज्वेलरी, गोद में एक छोटी बच्ची और ढेर सारा कॉन्फिडेंस ले कर चलती हुई एक माँ को ज़ब रैंप पर चलते हुए देखा गया तो कुछ ऐसा हुआ जिसकी कल्पना खुद अलीशा ने भी नहीं की थी। शो में मौजूद सारे लोगों ने खड़े होकर काफ़ी देर तक तालियां बजायी और उनके जज्बे को सराहा।

इस शो ने बनाया पॉपुलर

अलीशा बताती हैं कि इस शो के बाद उन्हें कई जगह से फ़ोन कॉल आने शुरू हो गए और उनका यह रैंप वॉक का वीडियो सोशल मीडिया पर हर जगह तेज़ी से वायरल होने लगा। उनके इस शो ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई।

एक ही जिंदगी में निभाए कई किरदार

Alisha Gautam Oraon बताती हैं कि उनका परिवार हमेशा से ही सपोर्टिव रहा है तो उन्हें हमेशा अपना करियर बनाने की आजादी रही। वे अपने स्कूलिंग के दौरान एक एथलीट रहीं। फुटबॉल और बॉलीबॉल जैसे खेलों में वे नेशनल लेवल तक पहुंची। इसके बाद उन्होंने गांधीनगर निफ्ट से फैशन डिज़ाइनिंग की डिग्री ली और मॉडलिंग भी शुरू की। अभी तक अलीशा कुल 12 शोज में हिस्सा ले चुकी हैं और 2021 में ट्राइबल ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेकर कॉन्टेस्ट में मिसेज कैटेगरी में फर्स्ट रनर अप भी रहीं।

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Rajya Sabha : जेपीसी बनाम माफी मुद्दे पर राज्यसभा में जमकर हंगामा

Rajya sabha
Fierce uproar in Rajya Sabha on JPC vs Apology issue
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Mar 2023 05:53 PM
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नई दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे चरण के 13 मार्च से शुरू होने के बाद से संसद के दोनों सदनों में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा राहुल गांधी से माफी की मांग और कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों की ओर से अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मां पर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस वजह से राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ ही देर बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उच्च सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया।

Rajya Sabha

सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर शहीद दिवस के अवसर पर पूरे सदन ने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सदस्यों ने इस अवसर पर कुछ देर मौन भी रखा। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। उन्होंने बताया कि नियम 267 के तहत, अडाणी समूह से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कराने को लेकर उन्हें 12 नोटिस मिले हैं। धनखड़ ने कहा कि उन्हें कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, अखिलेश प्रसाद सिंह और जेबी मेथर हाशेम सहित कुछ अन्य सदस्यों से नियम 267 के तहत नोटिस मिले है। उन्होंने कहा कि इन नोटिस के जरिए, अडाणी समूह के खिलाफ लेखा धोखाधड़ी और शेयर बाजार में हेरफेर के आरोपों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने में सरकार की विफलता पर चर्चा की मांग की गई है।

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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के इलामारम करीम ने अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग करते हुए नोटिस दिया। द्रविड़ मुनेत्र कषगम के तिरुची शिवा ने भी अडाणी विवाद पर ही नोटिस दिया था। इसी बीच, सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी से माफी की मांग शुरु कर दी। उधर, कांग्रेस के सदस्य जेपीसी गठित करने की मांग करने लगे।

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सभापति ने कहा कि उन्होंने उच्च सदन में जारी गतिरोध दूर करने के लिए सदन के नेताओं की तीन बैठकें आयोजित कीं, लेकिन दो प्रमुख दल अपनी मांगों पर अडिग हैं। उन्होंने कहा कि दोनों दलों को आपस में चर्चा कर आगे का रास्ता निकालना चाहिए। उन्होंने सदन के सुचारू संचालन में सदस्यों का सहयोग मांगा। इसी दौरान सदन के नेता पीयूष गोयल खड़े हुए। उनके खड़े होते ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने शोर-शराबा और हंगामा आरंभ कर दिया। गोयल ने कहा कि तमाम कोशिशों के बावजूद प्रमुख विपक्षी दल अड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल के एक नेता ने संसद, आसन और लोकतंत्र का अपमान किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी ही होगी।

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गोयल अभी बोल ही रहे थे कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे खड़े हो गए। उन्होंने अडाणी मुद्दे पर जेपीसी गठित करने की मांग दोहराई। खरगे जब बोल रहे थे, तब सत्ता पक्ष के सदस्यों ने शोर-शराबा और हंगामा तेज कर दिया। सदन में व्यवस्था न बनते देख देख सभापति धनखड़ ने बैठक अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर माफी मांगने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों के सदस्य अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं। विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण पिछले सप्ताह उच्च सदन में ना तो प्रश्नकाल और ना ही शून्यकाल हो सका था। इस दौरान कोई अन्य महत्वपूर्ण विधायी कामकाज भी नहीं हो सका। बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हुआ है। यह छह अप्रैल तक प्रस्तावित है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।