हर घर में हो रही है माता रानी के स्वागत की तैयारियां

हर घर में हो रही है माता रानी के स्वागत की तैयारियां
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 03:06 PM
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नवरात्रि-2025 का महापर्व शुरू होने वाला है। इस दौरान नवरात्रि के खास पर्व की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। नवरात्रि के महापर्व के दौरान दुर्गा माता अपने 9 अलग-अलग स्वरूपों में सभी भक्तों को दर्शन देने के लिए आती हैं। पूरे भारतवर्ष के हर घर में दुर्गा माता के स्वागत की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ की जा रही है। इस दौरान भारत के सभी मंदिरों में भी नवरात्रि-2025 के आयोजन के लिए अनेक प्रकार की तैयारियां की जा रही हैं।  Shardiya Navratri 2025

नवरात्रि-2025 के अवसर पर बन रहा है बड़ा संयोग

शायद आपको पता ना हो नवरात्रि-2025 के अवसर पर एक बड़ा संयोग होने जा रहा है। नवरात्रि-2025 पर सबसे बड़ा अपडेट यह है कि वर्ष-2025 की नवरात्रि 9 दिन की नहीं बल्कि 10 दिन की होने वाली है। धार्मिक जानकारी रखने वाले विद्वानों का कहना है कि यह बहुत ही दुर्लभ संयोग है कि नवरात्रि 9 दिन की ना होकर पूरे 10 दिन की होने वाली है।   नवरात्रि का पर्व आमतौर पर 9 दिन का विशेष पर्व होता है। वर्ष-2025 की नवरात्रि पर्व 9 दिन के स्थान पर 10 दिन तक चलेगा। नवरात्रि-2025 की शुरूआत 22 सितंबर 2025 को कलश स्थापना के साथ होगी। Shardiya Navratri 2025 शारदीय नवरात्रि के रूप में प्रसिद्ध नवरात्रि का पर्व 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। इस प्रकार नवरात्रि-2025 का पर्व पूरे 10 दिन तक आयोजित होगा। नवरात्रि के 9 दिन के स्थान पर 10 दिन तक चलने का संयोग ग्रह नक्षत्रों की विशेष चाल के कारण बना हुआ बताया जा रहा है। नवरात्रि-2025 की प्रमुख तिथियों की बात करें तो नवरात्रि पर्व-2025 के दौरान 22 सितंबर को कलश स्थापना और मां शैलपुत्री की पूजा के साथ नवरात्रि की शुरुआत होगी। 28 सितंबर को बेल पूजा, 29 सितंबर को प्रतिमा स्थापना और कालरात्रि दर्शन, 30 सितंबर को महाष्टमी व्रत, जागरण और महागौरी दर्शन होंगे। 1 अक्टूबर को नवमी व्रत, हवन, कन्या पूजन और सिद्धिदात्री दर्शन होंगे। 2 अक्टूबर को विजयादशमी, नीलकंठ दर्शन और सर्वदिशा यात्रा के साथ उत्सव का समापन होगा। 3 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन होगा।

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नवरात्रि-2025 में हाथी पर सवार होकर आएंगी तथा डोली पर जाएंगी दुर्गा माता

नवरात्रि के पर्व पर हर बार माता रानी अलग-अलग सवारी पर सवार होकर आती हैं। धर्माचार्यों के अनुसार वर्ष-2025 की शारदीय नवरात्रि में माता रानी मां दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है। पंचांग में इसे वर्षा, अन्न-धन और समृद्धि का संकेत माना जाता है। वहीं गमन डोली पर होगा, जो रोग, कष्ट और विपत्ति की ओर इशारा करता है। इसका अर्थ यह नहीं कि कष्ट ही होगा, बल्कि ये संकेत देते हैं कि आने वाले समय में साधना, संयम और श्रद्धा से बाधाओं को दूर किया जा सकता है।    Shardiya Navratri 2025

माँ दुर्गा के 9 स्वरूप 

माँ दुर्गा के 9 स्वरूप इस प्रकार हैं कि शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा से ज्योतिषीय रूप से नौ ग्रह मजबूत होते हैं। शैलपुत्री से चंद्रमा का संतुलन, ब्रह्मचारिणी से मंगल की शांति, चंद्रघंटा से बुध की स्पष्टता, कूष्मांडा से सूर्य की तेजस्विता, स्कंदमाता से गुरु का आशीष, कात्यायनी से शुक्र का सौंदर्य, कालरात्रि से शनि की कठिनाइयों का निवारण, महागौरी से राहु-केतु का संतुलन और सिद्धिदात्री से सभी ग्रहों का शुभफल मिलता है।    Shardiya Navratri 2025
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रेलवे में करियर बनाने का सुनहरा मौका: 1700+ अप्रेंटिस पदों पर निकली भर्ती

रेलवे में करियर बनाने का सुनहरा मौका: 1700+ अप्रेंटिस पदों पर निकली भर्ती
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:07 AM
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रेलवे में करियर बनाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। रेलवे रिक्रूटमेंट सेल (RRC) ने 1700 से अधिक अप्रेंटिस पदों के लिए भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। यह अवसर उन उम्मीदवारों के लिए है जो रेलवे में प्रशिक्षण लेकर भविष्य को सुरक्षित और मजबूत बनाना चाहते हैं। रेलवे रिक्रूटमेंट सेल (RRC), नॉर्थन सेंट्रल रेलवे ने 10वीं पास और संबंधित ट्रेड में आईटीआई सर्टिफिकेट रखने वाले उम्मीदवारों के लिए अप्रेंटिस पदों की भर्ती का विज्ञापन जारी कर दिया है। इस भर्ती में 1700+ पदों पर चयन बिना परीक्षा के किया जाएगा।   Railway Vacancy 2025

महत्वपूर्ण तारीखें

  • आवेदन शुरू: 18 सितंबर 2025

  • अंतिम तिथि: 17 अक्टूबर 2025

  • आधिकारिक वेबसाइट: www.rrcpryj.org

इस भर्ती अभियान के तहत कुल 1763 अप्रेंटिस पद भरे जाएंगे, जो रेलवे के विभिन्न डिवीज़न में ट्रेनिंग के अवसर प्रदान करेंगे।

योग्यता और आयु सीमा

  • शैक्षिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास और संबंधित ट्रेड में आईटीआई सर्टिफिकेट अनिवार्य।

  • आयु सीमा: न्यूनतम 15 वर्ष (16 सितंबर 2025 तक), अधिकतम 24 वर्ष। आरक्षित वर्गों को नियमानुसार छूट।

आवेदन शुल्क और छूट

  • सामान्य और अन्य वर्ग: 100 रुपये

  • छूट: SC/ST, PWD, ट्रांसजेंडर और महिला उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क माफ

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चयन प्रक्रिया

  • बिना परीक्षा मेरिट लिस्ट के आधार पर उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।

  • डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद फाइनल चयन।

  • ट्रेनिंग की अवधि: 1 वर्ष

  • स्टाइपेंड: राज्य सरकार के नियमों के अनुसार

आवेदन कैसे करें

  1. आधिकारिक वेबसाइट examrp.com पर जाएं।

  2. New Registration लिंक पर क्लिक करें और निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।

  3. लॉगिन बनाएं (नाम, पिता का नाम, आधार नंबर, मोबाइल और ईमेल)।

  4. आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी भरें।

  5. फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करें।

  6. कैटेगरी के अनुसार आवेदन शुल्क का भुगतान करें।

  7. फाइनल फॉर्म का प्रिंट आउट सुरक्षित रखें।

यह मौका विशेष रूप से उन उम्मीदवारों के लिए है, जो रेलवे में सुरक्षित और स्थायी करियर की दिशा में पहला कदम रखना चाहते हैं। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए RRC की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।    Railway Vacancy 2025

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एक ऐसा गांव जिसके हर घर में हैं अंग्रेजी टीचर

एक ऐसा गांव जिसके हर घर में हैं अंग्रेजी टीचर
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Sep 2025 10:31 AM
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पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक गांव ने अपनी अनोखी पहचान से सबका ध्यान खींचा है। यह कोई सामान्य गांव नहीं बल्कि हर घर में एक अंग्रेजी टीचर मौजूद है जो कभी क्लासरूम में, कभी ऑनलाइन और कई बार विदेशों तक जाकर पढ़ाई कराता है। इसी वजह से इसे ‘इंग्लिश टीचर्स विलेज’ के नाम से भी जाना जाता है। दूर से देखे तो कालियाचक गांव एक साधारण सा गांव लगता है जहां आम और लीची के बागान हैं लेकिन यहां की गलियों में अंग्रेजी की गूंज हर तरफ सुनाई देती है। बच्चे IELTS की प्रैक्टिस करते नजर आते हैं, टीचर ऑनलाइन क्लास की तैयारी में लगे रहते हैं और अंग्रेजी इस गांव की भाषा मात्र नहीं बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है। English Teachers Village

कैसे हुआ ये कमाल?

यह सब एक दिन में नहीं हुआ। वर्षों की मेहनत, लोगों की लगन और स्कूलों की निरंतर कोशिशों ने इस गांव की किस्मत बदली है। कालियाचक में फैजी अकादमी और तर्बियत पब्लिक जैसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल हैं जहां से गांव के अधिकांश लोग स्पोकन इंग्लिश सीख चुके हैं। यहां केवल स्कूल ही नहीं बल्कि हर गली में ट्यूशन और कोचिंग सेंटर भी चलते हैं। इस गांव के टीचर न सिर्फ आसपास के शहरों में पढ़ाते हैं बल्कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए विदेशों तक अंग्रेजी की पढ़ाई पहुंचाते हैं। गांव में उनके परिवार छोटे-छोटे ट्रेनिंग हब चलाते हैं ताकि अगली पीढ़ी भी अंग्रेजी टीचिंग में आगे बढ़ सके।

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रोजमर्रा की जिंदगी में अंग्रेजी

यहां बच्चे घर में भी अंग्रेजी बोलने के लिए प्रोत्साहित किए जाते हैं। त्योहारों और मेलों में स्पीच कॉन्टेस्ट होते हैं और यहां तक कि बाजार में दुकानदार भी ग्राहकों का स्वागत अंग्रेजी में करने की कोशिश करते हैं। कालियाचक गांव में आम-लीची की खेती, रेशम और जूट का व्यापार भी होता है लेकिन शिक्षा और खासकर अंग्रेजी टीचिंग ने गांव की किस्मत को पूरी तरह बदल दिया है। यहां के कॉलेज और टीचर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट दूर-दूर से छात्रों को आकर्षित करते हैं और गांव एक छोटे से शिक्षण हब के रूप में उभर रहा है। कालियाचक गांव की यह कहानी शिक्षा की ताकत और मेहनत की मिसाल है जो साबित करती है कि सही दिशा और प्रयास से छोटे से गांव को भी विश्व मंच पर स्थापित किया जा सकता है। English Teachers Village