श्रीराम मंदिर पर पीएम मोदी ने जारी किए ‘अयोध्या स्पेशल’ डाक टिकट

श्रीराम मंदिर पर पीएम मोदी ने जारी किए ‘अयोध्या स्पेशल’ डाक टिकट
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:49 PM
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Ram Mandir : अयोध्या में तैयार हो चुके राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल है। 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को खास बनाने के लिए अनेक तैयारी की जा रही है। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की।

Ram Mandir

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कुल 6 डाक टिकट जारी किए है। जिसमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी के टिकट शामिल हैं। आपको बता दें कि टिकटों पर राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर और उसके आसपास की मूर्तियों की आकृति बनाई गई है।

अलग-अलग देशों के टिकट की पुस्तक की जारी

बता दें कि स्टाम्प पुस्तक विभिन्न समाजों पर श्री राम की अंतर्राष्ट्रीय अपील को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है। 48 पन्नों की इस पुस्तक में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं।  इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो संदेश भी जारी किया। पीएम मोदी ने अपने वीडियो संदेश में डाक टिकट के जारी होने पर देश की जनता को बधाई भी दी।

Ram Mandir

6 विशेष स्मारक डाक टिकट जारी

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेश जारी करते हुए कहा कि, नमस्कार, राम राम... आज राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान से जुड़े एक कार्यक्रम से जुड़ने का सौभाग्य मिला है। आज राम मंदिर को समर्पित 6 विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए गए हैं। विश्व के अलग-अलग देशों में राम से जुड़े जो डाक टिकट जारी हुए हैं। उनका एलबम भी रिलीज हुआ है। मैं सभी रामभक्तों को बधाई देता हूं। पोस्टल स्टैंप का एक काम, उन्हें लिफाफों पर लगाना, उनकी मदद से पत्र, संदेश या जरूरी कागज भेजना। लेकिन ये पोस्टल स्टैंप एक अनोखी भूमिका निभाते हैं।

‘डाक टिकट से युवाओं को सीखने को मिलता है’

पीएम मोदी ने कहा, ये पोस्टल स्टैंप विचारों, इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी होते हैं। जब कोई डाक टिकट जारी होता है, जब इसे कोई भेजता है, तो वह सिर्फ पत्र नहीं भेजता बल्कि पत्र के माध्यम से इतिहास के अंश को दूसरे तक पहुंचा देता है। ये सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है। ये इतिहास की किताबों के रूपों और ऐतिहासिक क्षणों का छोटा रूप भी होते हैं। इनसे युवा पीढ़ी को भी बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है। इन टिकट में राम मंदिर का भव्य चित्र है। पीएम मोदी ने कहा, इस काम में डाक विभाग को राम ट्रस्ट के साथ साथ संतों का भी साथ मिला है। मैं संतों को प्रणाम करता हूं।

अयोध्या के साथ साथ ग्रेटर नोएडा के इस मंदिर में भी होगी श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा

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आयुष्मान भारत योजना में बड़ा बदलाव, हटाई गई कई बीमारियां

आयुष्मान भारत योजना में बड़ा बदलाव, हटाई गई कई बीमारियां
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:21 PM
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Ayushman Bharat Yojana : आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की देश के नागरिकों के लिए शुरू की गई योजनाओं में से एक है। देश-दुनिया में बढ़ती बीमारियों को देखते हुए जनता के लिए सरकार ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में नागरिकों को जागरूक करने का संकल्प किया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवार से आने वाले लोग इसका लाभ ले सकते हैं। लेकिन हाल ही में इस योजना के अंतर्गत आने वाले बिमारियों की लिस्ट में बदलाव किया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है आयुष्मान भारत योजना?, योजना में किन बीमारियों का होता है इलाज? क्या है योजना के लिए पात्रता? आदि।

क्या है आयुष्मान भारत योजना ?

साल 2018 में आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत केंद्र सरकार की तरफ से की गई थी। जिसकी मदद से जरूरतमंदों और गरीब लोगों की मदद की जाती है। इस योजना के धारकों में अब बच्चों से लेकर बड़ों तक को शामिल किया गया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत इसमें रजिस्टर्ड सभी जरूरतमंदों को 5 लाख रुपए तक का हैल्थ इंश्योरेंस दिया जाता है। जिसका इस्तेमाल वह सभी राज्यों के सूचीबद्ध अस्पतालों में कर सकते हैं।

इन बीमारियों को नहीं किया गया लिस्ट में शामिल 

आयुष्मान भारत योजना में कुल 1760 बीमारियों का इलाज होता है। जिमें अब सरकार ने 196 बीमारियों को प्राइवेट अस्पताल में होने वाले ट्रीटमेंट से हटा दिया है। सरकार ने मलेरिया, मोतियाबिंद ,सर्जिकल डिलीवरी, नसबंदी और गैंग्रीन जैसे लगभग 196 बीमारी को हटा दिया। सरकार के तरफ से किए गए इस फैसले का लोगों पर असर पड़ा है। दरअसल, पहले कई लाभार्थी इन बीमारियों का इलाज करवाने के लिए सरकारी अस्पताल की जगह प्राइवटे अस्पताल जाया करते थे। क्योंकि प्राइवेट अस्पताल में सरकारी अस्पताल की तुलना में सुविधाएं बेहतर होती है। लेकिन अब सरकार ने प्राइवटे अस्पतालों की लिस्ट से इन 196 बीमारियों को हटा दिया है। बेशक सरकार ने इन बीमारियों को प्राइवेट अस्पताल से हटा दिया है, लेकिन अभी भी इन बीमारियों के इलाज के लिए आप सरकारी अस्पतालों में जा सकते हैं।

आयुष्मान भारत योजना के लिए जरूरी पात्रता

इस योजना का लाभ लेने के लिए सबसे पहले आपकी सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। अगर आप एससी या एसटी वर्ग से हैं तो आप भी इस योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। अगर आपके पास स्थाई निवास नहीं है तो आप भी आयुष्मान योजना के लिए आवेदन कर यह हेल्थ कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

आयुष्मान कार्ड से क्या लाभ मिलेता है ?

इस कार्ड के जरिए कई बीमारियों के इलाज के लिए पैसे मिलते हैं। इसमें अस्पताल में एडमिट होने के पहले और बाद में लगने वाला खर्च कवर किया जाता है। अभी तक इस योजना का लाभ 5 करोड़ से ज्यादा लोग ले चुके हैं। इस योजना के तहत आप राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं। अगर आप अस्पताल में भर्ती होते हैं, तो 15 दिनों तक का खर्च भारत सरकार की इस योजना के तहत कवर किया जाएगा।

कैसे करें आयुष्मान भारत योजना के लिए आवेदन ?

Step 1 : आपको आधिकारिक वेसाइट https://pmjay.gov.in/ पर जाना होगा. Step 2 : यहां ABHA रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें और प्रक्रिया पूरी करने के लिए आधार कार्ड नंबर दर्ज करें. Step 3 : अपना ओटीपी दर्ज करें. Step 4 : अब, अपना नाम, आय और पैन कार्ड नंबर के साथ अपनी सामान्य जानकारी दर्ज करें. Step 5 : अधिकारियों से मंजूरी की प्रतीक्षा करें, उसके बाद आयुष्मान कार्ड डाउनलोड करें. Disclaimer : इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट को चेक करें। ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
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भारत की सैन्य शक्ति का दुनिया ने माना लोहा, सैन्य तौर पर चौथा सबसे ताकतवर देश बना

भारत की सैन्य शक्ति का दुनिया ने माना लोहा, सैन्य तौर पर चौथा सबसे ताकतवर देश बना
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Jan 2024 08:09 PM
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Global Fire Power Ranking : भारत ने दुनिया भर में पिछले कुछ वर्षों में अपनी बड़ी मजबूती का अहसास करा दिया है। भारत सैन्य तौर पर दुनिया का चौथा सबसे ताकतवर देश बन गया है। इस रैंकिंग में अमेरिका को सैन्य तौर पर दुनिया का सबसे ताकतवर देश माना गया है। लिस्ट में भारत ने कई देशों को पछाड़ दिया है।

Global Fire Power Ranking

दरअसल ग्लोबल फायर पावर रैंकिंग जारी हुई है। इस रैंकिंग में रूस और चीन क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। ग्लोबल फायर पावर की रैंकिंग के अनुसार, भारत को 0.1023 स्कोर मिला है। वहीं अमेरिका को 0.0699, रूस को 0.0702 और चीन को 0.0706  स्कोर मिला है। इस रैंकिंग के अनुसार 0.0000 स्कोर को परफेक्ट माना जाता है।

ब्रिटेन और जापान इस स्थान पर

ग्लोबल फायर पावर की 2024 की इस लिस्ट में कुल 145 देशों को उनकी सैन्य ताकत के आधार पर शामिल किया गया है। भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इस लिस्ट में नौंवे स्थान पर है। वहीं इटली को 10वां स्थान मिला है। दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, जापान और तुर्किए भी शीर्ष 10 ताकतवर देशों में शामिल हैं। कई पैरामीटर को ध्यान में रखकर ग्लोबल फायरपावर ने यह लिस्ट तैयार की है, जिनमें सैनिकों की संख्या, सैन्य उपकरण, वित्तीय स्थायित्व, सैन्य संसाधन, प्राकृतिक संसाधन, उद्योग और भौगोलिक परिस्थितियों का भी ध्यान रखा गया है।

शीर्ष 20 में ये देश है शामिल

ग्लोबल फायर पावर ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि हमारा फार्मूला छोटे, तकनीकी तौर पर आधुनिक देशों को बड़े और कम विकसित देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देता है। इस बहुआयामी दृष्टिकोण का उद्देश्य मारक क्षमता से परे सैन्य क्षमताओं की अधिक संपूर्ण तस्वीर पेश करना है। इस इंडेक्स में फ्रांस को 11वें स्थान पर रखा गया है। वहीं फ्रांस के बाद ब्राजील, इंडोनेशिया, ईरान, मिस्त्र, ऑस्ट्रेलिया, इस्राइल, यूक्रेन, जर्मनी और स्पेन को शीर्ष 20 ताकतवर देशों में स्थान दिया गया है।

60 से अधिक कारकों को लेकर जारी हुई सूची

आपको बता दें कि मिलिट्री स्ट्रेंथ रैंकिंग 2024 में 145 देशों की सैन्य शक्ति का आंकलन किया गया है। जिसमें सैनिकों की संख्या, सैन्य उपकरण, वित्तीय स्थिरता, भौगोलिक स्थिति और उपलब्ध संसाधनों जैसे 60 से अधिक कारकों को ध्यान में रखा गया है। ये भी कारक मिलकर पावर इंडेक्स स्कोर निर्धारित करते हैं। जिसमें सबसे कम स्कोर सबसे मजबूत सैन्य क्षमताओं का संकेत देते हैं।

सावधान : व्हाट्सएप पर रामलला के दर्शन का संदेश पड़ सकता है भारी, भेजे जा रहे फर्जी मैसेज

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