Bulandshahr Eye Flu: बारिश के मौसम में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कई बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। वायरल, बुखार, खांसी, जुकाम, पेट की समस्या, त्वचा की समस्या आदि देखने को मिल रही है लेकिन सबसे ज्यादा आई फ्लू की समस्या सामने आ रही है। अस्पतालों में सैकड़ों की तादाद में मरीज पहुंच रहे हैं। अक्सर लोगों में धारणा होती है कि किसी की आंखों में देखने से यह आई फ्लू फैल जाता है पर असल कारण इसका कुछ और है।
बच्चों से लेकर बड़ों तक बढ़ रहा आई फ्लू का खतरा
Bulandshahr Eye Flu:
बारिश के मौसम में खांसी, जुखाम, नजला, पेट की बीमारियां, वायरल आदि समस्या तो है ही पर आंखों के आई फ्लू की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। डॉक्टरों का मानना है कि यह नाक, कान, गले और किसी तरीके के संक्रमण होने पर यह बीमारी हो सकती है। बारिश के मौसम में नमी ज्यादा होने के कारण गंदगी, धूल और कीटाणुओं के अधिक संपर्क में आने से भी समस्या हो जाती है। अक्सर लोगों में यह धारणा आ जाती है कि आई फ्लू किसी की आंखों में देखने से हो सकता है पर डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसा नहीं है। आई फ्लू देखने से नहीं बल्कि इंफेक्शन का जो फ्लूड है, अगर आप उसके डायरेक्ट-इन डायरेक्ट कांटेक्ट में आते हैं सभी आई फ्लू एक से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। जैसे किसी व्यक्ति के रुमाल का इस्तेमाल कर लेना, चश्मे को पहन लेना, उसके बिस्तर या तकिए का इस्तेमाल कर लेने से जो कीटाणु उस व्यक्ति के इस्तेमाल किए गए सामान पर होते हैं वह दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाते हैं।
आई फ्लू से बचने के तरीके
शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र आई फ्लू तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके लिए कुछ सावधानी रखना बहुत जरूरी है। जैसे संक्रमित व्यक्ति की आंखों से दूर रहना, दिन में कई बार आंखों को साफ करना, मोबाइल टीवी या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का यदि आंखों में परेशानी हो रही है तो कम से कम इस्तेमाल करना, दिन भर में अपनी आंखों को बार-बार ना छूना, यदि समस्या सामने आए तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर उचित दवा लेना।