चांदी की चमक ने तोड़ा रिकॉर्ड, 2.50 लाख/किलो के पार पहुंची कीमतें

सबसे बड़ी बात यह रही कि एक ही दिन में करीब 14,400 रुपये की तेज़ी दर्ज हुई, जिसने निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ा दी। वहीं, सोना भी मजबूती के साथ टिका रहा और 1.40 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर कारोबार करता दिखा।

चांदी के दाम में करीब 14,400 रुपये की तेजी
चांदी के दाम में करीब 14,400 रुपये की तेजी
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar29 Dec 2025 11:34 AM
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Silver Price Today:  साल के आखिरी पड़ाव पर चांदी ने बाजार को चौंका दिया है। देश के वायदा बाजार MCX पर चांदी ने पहली बार 2.50 लाख रुपये प्रति किलो की दहलीज पार की और दिन के कारोबार में 2,54,174 रुपये/किलो तक उछलकर नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई। सबसे बड़ी बात यह रही कि एक ही दिन में करीब 14,400 रुपये की तेज़ी दर्ज हुई, जिसने निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ा दी। वहीं, सोना भी मजबूती के साथ टिका रहा और 1.40 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर कारोबार करता दिखा।

वायदा बाजार में चांदी का नया शिखर

सोमवार को चांदी ने तेजी का ऐसा तूफानी अंदाज़ दिखाया, जिसने वायदा बाजार की धड़कनें बढ़ा दीं। सुबह 9 बजे MCX पर चांदी 2,47,194 रुपये/किलो पर खुली, लेकिन कुछ ही मिनटों में रफ्तार इतनी तेज हुई कि 9:25 बजे तक करीब 11,778 रुपये की छलांग लगाते हुए यह 2,51,565 रुपये/किलो के आसपास पहुंच गई। इसके बाद भी तेजी थमी नहीं, कारोबार के दौरान चांदी ने और ऊंचाई पकड़ी और 2,54,174 रुपये/किलो के रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड करती नजर आई। खास बात यह है कि पिछले कारोबारी सत्र में (गुरुवार) चांदी 2,39,787 रुपये/किलो पर बंद हुई थी।

दिसंबर में हुई निवेशकों की बंपर कमाई

दिसंबर में चांदी की रफ्तार सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही। MCX के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर के आखिरी कारोबारी सत्र में चांदी करीब 1,74,981 रुपये/किलो के आसपास थी, लेकिन वहां से अब तक इसमें लगभग 79,193 रुपये/किलो की जबरदस्त बढ़त दर्ज हो चुकी है यानी कुछ ही हफ्तों में कीमतों ने लंबी छलांग लगा दी। आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर में चांदी ने करीब 45.28% का रिटर्न दिया, जबकि सालाना आधार पर पिछले साल के आखिरी कारोबारी दिन के 87,233 रुपये/किलो के मुकाबले इसमें करीब 191.37% तक की उछाल देखी गई। कुल मिलाकर, साल के अंत में चांदी ने निवेशकों को चौंकाते हुए बाजार में अपनी ‘बुलेट स्पीड’ मौजूदगी दर्ज करा दी।

विदेशी बाजारों में भी चांदी का जोर

भारत ही नहीं, ग्लोबल मार्केट में भी चांदी की चमक रिकॉर्ड मोड में नजर आ रही है। अमेरिका के COMEX पर सिल्वर फ्यूचर्स ने करीब 4% से ज्यादा की छलांग लगाते हुए 80.40 डॉलर/औंस के पार पहुंचकर नया शिखर छू लिया। वहीं स्पॉट सिल्वर भी करीब 1.41% चढ़कर 80.39 डॉलर/औंस के आसपास ट्रेड करता दिखा। यूरोप की बात करें तो लंदन और यूरोपीय बाजारों में भी मजबूती साफ दिखी लंदन में भाव करीब 59.46 पाउंड/औंस तक पहुंचे, जबकि यूरोप में चांदी लगभग 68.25 यूरो/औंस के स्तर पर कारोबार करती नजर आई।

सोने में भी आई तेजी

MCX पर सोने में भी तेजी दर्ज की गई। सुबह 9:35 बजे के आसपास सोना करीब 355 रुपये चढ़कर 1,40,228 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखा। दिन के उच्च स्तर पर यह लगभग 571 रुपये बढ़कर 1,40,444 रुपये तक भी पहुंचा। विशेषज्ञ मानते हैं कि सोने में भी आगे मजबूती बनी रह सकती है और अगले साल 1.50 लाख रुपये/10 ग्राम का स्तर बाजार की नजर में है।

आखिर चांदी इतनी तेज क्यों भाग रही है?

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक चांदी की इस जोरदार छलांग के पीछे एक नहीं, कई मोर्चों से मिल रहा सपोर्ट है। सबसे बड़ा कारण औद्योगिक मांग का तेज उभार माना जा रहा है सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ई-व्हीकल जैसे हाई-ग्रोथ सेक्टरों में चांदी की खपत लगातार बढ़ रही है। इसके साथ ही जियो-पॉलिटिकल तनाव और वैश्विक अनिश्चितता ने निवेशकों को सेफ-हेवन विकल्पों की तरफ मोड़ा है, जहां चांदी भी अब मजबूत दावेदार बनकर उभर रही है। उधर, फेड रिजर्व की संभावित ब्याज दर कटौती को लेकर बनी उम्मीदें भी कीमती धातुओं के लिए सकारात्मक माहौल तैयार कर रही हैं। वहीं, कॉपर जैसे इंडस्ट्रियल मेटल्स में चल रही कीमतों की हलचल का असर भी चांदी पर पड़ रहा है क्योंकि संबंधित धातुओं की दिशा अक्सर चांदी के ट्रेंड को भी गति दे देती है।

आगे चांदी कहां तक जा सकती है?

विश्लेषकों की मानें तो अगर ग्लोबल सप्लाई में रुकावटें बनी रहीं और औद्योगिक मांग की धार ऐसे ही तेज रही, तो चांदी का अगला पड़ाव भी दूर नहीं है। अनुमान है कि MCX पर चांदी 2,75,000 रुपये/किलो के स्तर को छू सकती है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 80 से 85 डॉलर/औंस के दायरे में मजबूती बनाए रख सकती है। इसी बीच बाजार की नजर चीन पर भी टिकी है,रिपोर्ट्स के मुताबिक, चांदी का बड़ा उपभोक्ता और सोलर पैनल/ईवी मैन्युफैक्चरिंग में अग्रणी चीन 1 जनवरी 2026 से कुछ श्रेणियों में निर्यात नियम/लाइसेंस व्यवस्था को और सख्त कर सकता है। ट्रेडर्स का आकलन है कि अगर इससे सप्लाई चेन पर दबाव बढ़ता है, तो चांदी की तेजी को नई हवा मिल सकती है और भाव फिर से ऊंचे स्तरों की तरफ भाग सकते हैं। Silver Price Today

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आसमान छू रहा सोना-चांदी का ग्राफ, निवेशकों के लिए क्या है संकेत?

सोना और चांदी की कीमतों में भारी तेजी देखने को मिल रहा है। बीते 5 दिनों में सोना 5,744 रुपये और चांदी 32,000 रुपये महंगी हुई। यहां जानिए MCX और घरेलू मार्केट रेट, सोने-चांदी में निवेश के सही समय और तेजी के मुख्य कारण।

Gold silver rate update
सोना-चांदी में लगातार बढ़ोतरी
locationभारत
userअसमीना
calendar28 Dec 2025 02:32 PM
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सोना और चांदी की कीमतें साल 2025 के अंत में लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं। निवेशक और ज्वेलरी खरीदने वाले इस समय कीमतों पर पैनी नजर रखे हुए हैं। बीते पांच कारोबारी दिनों में 1 किलो चांदी का भाव 32,000 रुपये और 10 ग्राम सोने का भाव 5,744 रुपये बढ़ गया है। इस तेजी के पीछे अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमतों का बढ़ना, डॉलर की कमजोरी और इंडस्ट्रियल डिमांड जैसे कारण हैं।

चांदी ने निवेशकों को चौंकाया

इस सप्ताह चांदी ने निवेशकों को चौंका दिया। MCX वायदा कारोबार में 19 दिसंबर को 1 किलो चांदी 2,08,439 रुपये थी, जो शुक्रवार तक बढ़कर 2,40,935 रुपये पर पहुंच गई। यानी सिर्फ पांच कारोबारी दिनों में 32,496 रुपये की बढ़ोतरी हुई। इंडस्ट्रियल डिमांड और वैश्विक मार्केट की तेजी के कारण चांदी के रेट लगातार ऊपर जा रहे हैं। यह निवेशकों और ज्वेलर्स दोनों के लिए महत्वपूर्ण संकेत है कि चांदी में निवेश अभी लाभकारी साबित हो सकता है।

सोना भी नहीं रहा पीछे

सोना भी पीछे नहीं है। MCX पर 19 दिसंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का रेट 1,34,196 रुपये था जो शुक्रवार तक बढ़कर 1,39,940 रुपये पर पहुंच गया। घरेलू मार्केट में भी यही रुझान देखने को मिला। IBJA के अनुसार 24 कैरेट सोना 19 दिसंबर को 1,31,779 रुपये प्रति 10 ग्राम था जबकि शुक्रवार को 1,37,956 रुपये पर बंद हुआ। अलग-अलग क्वालिटी के सोने के रेट भी हफ्तेभर में बढ़े हैं।

कैसा है सोने-चांदी का हाल?

IBJA के मुताबिक 19 दिसंबर को 1 किलो चांदी 2,00,067 रुपये थी जो शुक्रवार को बढ़कर 2,28,107 रुपये पर पहुंच गई। हफ्तेभर में यह 28,040 रुपये की बढ़ोतरी दर्शाती है। ज्वेलरी खरीदते समय सोने-चांदी के रेट में 3% GST और मेकिंग चार्ज भी जोड़ना पड़ता है जिससे कुल खर्च बढ़ जाता है।

सोना-चांदी में तेजी के पीछे कई कारण

सोना-चांदी में तेजी के पीछे कई कारण हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में उछाल, अमेरिका में डॉलर की कमजोरी और FED Rate Cut की उम्मीदों ने निवेशकों को सुरक्षित संपत्ति की ओर मोड़ा है। इसके अलावा इंडस्ट्रियल डिमांड, खासकर चांदी की उद्योग में जरूरत, और वैश्विक मार्केट में सप्लाई-डिमांड असंतुलन ने कीमतों को और बढ़ावा दिया है। इस समय सोना और चांदी में निवेशक और ज्वेलर्स दोनों को सावधानी बरतनी चाहिए। वर्तमान में यह तेजी निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकती है लेकिन खरीदारी करते समय GST और मेकिंग चार्ज को ध्यान में रखना जरूरी है।

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लॉजिस्टिक्स सेक्टर की यह कंपनी लाएगी बड़ा पब्लिक इश्यू, जानिए पूरी डिटेल

Yatayat Corporation India IPO की पूरी जानकारी पढ़ें। कंपनी ने SEBI के पास DRHP जमा किया है। IPO का साइज, 77 लाख नए शेयर, OFS डिटेल्स, बिजनेस मॉडल, भारत-बांग्लादेश क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और निवेश से जुड़ी अहम बातें जानिए।

Yatayat Corporation India ipo
Yatayat Corporation India ipo
locationभारत
userअसमीना
calendar26 Dec 2025 03:06 PM
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भारत के तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर से जुड़ी कंपनी यातायात कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड अब शेयर बाजार में उतरने की तैयारी कर चुकी है। गुजरात की यह कंपनी ट्रक मालढुलाई और क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स सेवाओं में मजबूत पहचान रखती है। कंपनी ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया है। इस IPO के जरिए कंपनी निवेशकों से पूंजी जुटाकर अपने कारोबार को और मजबूत करना चाहती है।

कुल 1.33 करोड़ इक्विटी शेयर होंगे शामिल

ड्राफ्ट दस्तावेजों के मुताबिक, यातायात कॉरपोरेशन इंडिया के IPO में कुल 1.33 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल होंगे। इसमें 77 लाख नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि प्रमोटर्स की ओर से 56 लाख इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे जाएंगे। नए शेयरों के जरिए जुटाई गई राशि सीधे कंपनी को मिलेगी जबकि OFS से होने वाली रकम प्रमोटर्स को प्राप्त होगी। कंपनी प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए 100 करोड़ रुपये तक जुटाने की संभावना भी तलाश रही है जिससे IPO का आकार घटाया जा सकता है।

समय पर होती है सुरक्षित डिलीवरी

यातायात कॉरपोरेशन इंडिया का मुख्य कारोबार ट्रक आधारित फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन पर केंद्रित है। कंपनी भारत के 12 राज्यों में फैली 34 शाखाओं और एक वेयरहाउस के माध्यम से अपने ऑपरेशंस संचालित करती है। इसका नेटवर्क और ऑपरेशनल स्ट्रेंथ इसे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है जिससे समय पर और सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित होती है।

कंपनी की सबसे बड़ी खासियत

कंपनी की सबसे बड़ी खासियत इसकी क्रॉस-बॉर्डर एक्सपोर्ट क्षमता है, खासकर भारत और बांग्लादेश के बीच। यह विशेषता इसे अन्य लॉजिस्टिक्स कंपनियों से अलग बनाती है। यातायात का सर्विस पोर्टफोलियो काफी व्यापक है, जिसमें पार्ट ट्रक लोड कार्गो, एक्सप्रेस फ्रेट, ओवर डाइमेंशनल कार्गो और मल्टीमॉडल फ्रेट सर्विस शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी अपनी 100 प्रतिशत मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी के जरिए कस्टम हाउस एजेंट और फ्रेट फॉरवर्डिंग सेवाएं भी प्रदान करती है।

अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े हैं क्लाइंट्स

यातायात कॉरपोरेशन इंडिया के क्लाइंट्स कई अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े हुए हैं जिनमें एग्रीकल्चर और एग्री-इनपुट्स, बिल्डिंग मैटीरियल और कंस्ट्रक्शन, केमिकल्स, एनर्जी और पावर, इंजीनियरिंग और इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, आईटी और टेक्नोलॉजी, मेटल्स और माइनिंग, टेक्सटाइल्स और अन्य इंडस्ट्रियल व कंज्यूमर सेगमेंट शामिल हैं। इस तरह का विविध क्लाइंट बेस कंपनी को बिजनेस में स्थिरता और निरंतर ग्रोथ प्रदान करता है। IPO से मिलने वाली राशि का उपयोग कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। इस पब्लिक इश्यू के लिए यूनिस्टोन कैपिटल को एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है जो IPO प्रक्रिया को मैनेज करेगा।

हाल के वर्षों में मजबूत ग्रोथ

वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो यातायात कॉरपोरेशन इंडिया ने हाल के वर्षों में मजबूत ग्रोथ दिखाई है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 348.34 करोड़ रुपये रहा था, जो वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर 448.13 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वहीं, शुद्ध मुनाफा भी एक साल में दोगुना होकर 15 करोड़ रुपये से बढ़कर 30 करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़े कंपनी की बढ़ती ऑपरेशनल क्षमता और मजबूत बिजनेस मॉडल को दर्शाते हैं।

(Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। चेतना मंच की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

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