राहुल गांधी पर एक और हमला, पहले छीनी सांसदी अब छिनेगा बंगला

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Defamation Case 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Mar 2023 12:26 AM
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Rahul Gandhi : नई दिल्ली। देश की राजनीति से एक बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि सांसदी छिन जाने के बाद अब राहुल गांधी का सरकारी बंगला भी छीना जा रहा है। राहुल गांधी केरल वायनाड से सांसद थे। बीते शुक्रवार को उनकी लोकसभा की सदस्यता को रद्द कर दिया गया था। लोकसभा से अयोग्य घोषित होने के बाद अब लोकसभा की आवास समिति ने राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस थमा दिया है। नोटिस में साफ कहा गया है कि राहुल गांधी 22 अप्रैल तक अपना सरकारी बंगला खाली कर दें।

Rahul Gandhi

कहां है राहुल का सरकारी बंगला

आपको बता दें कि राहुल गांधी दिल्ली के महत्वपूर्ण क्षेत्र तुगलक लेन पर रहते हैं। उन्हें सांसद के तौर पर वर्ष 2004 में 12, तुगलक लेन वाला सरकारी बंगला आवंटित किया गया था। सब जाते हैं कि वर्ष 2004 में ही राहुल गांधी पहली बार अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। लोकसभा से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद लोकसभा सांसदों को आवास उपलब्ध कराने वाली लोकसभा आवास समिति ने राहुल गांधी को नोटिस देकर 22 अप्रैल तक बंगला खाली करने का निर्देश दिया है।

विपक्ष की कड़ी टिप्पणियां

कांग्रेस सांसद व कांग्रेस के युवराज के नाम से प्रसिद्ध रहे राहुल गांधी का सरकारी बंगला खाली कराने के नोटिस पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। नोटिस की खबर मिलने के बाद से ही यह मुद्दा सोशल मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। एक यूजर ने लिखा है कि चीते जैसी फुर्ती के सा​थ पहले लोकसभा सदस्यता खत्म की गई और अब राहुल गांधी को 22 अप्रैल तक सरकारी बंगला खाली करने के लिए कहा गया है। यह घोर अन्याय है। यहां यह भी बता दें कि इसी साल 26 फरवरी को राहुल गांधी ने अपने एक भाषण में जोर देकर कहा था कि मैं 52 वर्ष का हो गया हूं, किन्तु मेरे पास अपना कोई घर नहीं है। मैं सरकारी घर में रहता हूं। इस मुद्दे पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी नेताओं के अलग अलग बयान सामने आ रहे हैं। ज्यादातर विपक्षी नेता आनन फानन में बंगला खाली कराने के नोटिस को सरकारी की तानाशाही करार दे रहे हैं।

लोकसभा सचिवालय से राहुल गांधी बंगले का आवंटन रद्द करने का जो पत्र मिला है, उसे नीचे आप भी पढ़ सकते हैं।

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Rajasthan : राजस्थान में स्टार्टअप को सरकार की बड़ी सौगात

Startup
Government's big gift to startups in Rajasthan
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:41 PM
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जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही सरकार ने राज्य के स्टार्टअप को बड़ी सौगात दी है। इस योजना के तहत स्टार्टअप कंपनियों को 25 लाख रुपये तक का काम बिना टेंडर मिल सकेगा। राज्‍य सरकार ने बिना टेंडर खरीद की सीमा 15 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी है।

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पहले मिलते थे 15 लाख के काम

एक सरकारी बयान के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब सरकार ने स्टार्टअप से बिना टेंडर खरीद सीमा को 15 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया गया है। इसके अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्टार्टअप कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता (आरटीपीपी) नियम-2013 में संशोधन प्रस्ताव का अनुमोदन किया है।

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वर्क ऑर्डर की संख्या भी बढ़ाई

राजस्थान स्टार्टअप नीति, 2022 में स्टार्टअप को एक वित्त वर्ष में दिये जाने वाले कार्यादेशों (वर्क ऑर्डर) की संख्या को बढ़ाकर अधिकतम छह किया गया है। इसके अलावा महिला, विशेष योग्यजन, ट्रान्सजेंडर, अनुसूचित जाति एवं जनजाति की स्टार्टअप कंपनियों को एक कार्यादेश अतिरिक्त मिल सकेगा। अब तक स्टार्टअप को अधिकतम तीन कार्यादेश ही मिलते थे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के बजट में स्टार्टअप से बिना टेंडर उपापन की सीमा को बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने की घोषणा की थी। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Political : राहुल पर कार्रवाई के बाद सड़कों पर युवा, बढ़ी हलचल

Yuth
After action on Rahul, youth on the streets, increased stir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:38 PM
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नई दिल्ली। प्रख्यात समाजवादी डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था, 'जब सड़कें वीरान हो जाएंगी तो संसद आवारा हो जाएगी।' मौजूदा वक्त में उनकी बात हर किसी के जेहन में ताजा हो गई है। सच है कि देशभर की सड़कें वीरान थीं। लेकिन, राहुल गांधी को संसद से अयोग्य करार देने के बाद देश की सड़कों पर हलचल शुरू हो गई है। राहुल पर की गई कार्रवाई के बाद एक ओर जहां समूचे विपक्ष ने एकजुटता दिखाई। वहीं, भारतीय युवा कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।

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देशभर से प्रदर्शनकारी जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए:

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राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए देशभर से प्रदर्शनकारी जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए। नेताओं ने विपक्ष की आवाज को 'चुप' कराने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेस के झंडे और 'सत्यमेव जयते' की तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी के लिए न्याय की मांग की।

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कोई भी मोदी सरकार से बात नहीं कर सकता !

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एक प्रदर्शनकारी ने कहा, केंद्र ने दिखाया है कि कोई भी मोदी सरकार से बात नहीं कर सकता है। कोई सवाल भी नहीं कर सकता है। राहुल गांधी ने अडाणी के बारे में सवाल उठाए थे। इसलिए उन्होंने, राहुल गांधी को अयोग्य ठहराकर चुप कराने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी निडर हैं और सरकार के गलत कामों पर सवाल उठाते रहेंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे अपने विरोध के तहत संसद का भी घेराव करेंगे। गौरतलब है कि राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत ने 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराया था। जिसके एक दिन बाद शुक्रवार को उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।