Saturday, 27 July 2024

दिल-दिमाग को है सुकून की तलाश, आजमाएं Bird Watching

Bird Watching : आजकल की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में हर शख्स के मेंटल हेल्थ (Mental Health) पर बुरी तरह से…

दिल-दिमाग को है सुकून की तलाश, आजमाएं Bird Watching

Bird Watching : आजकल की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में हर शख्स के मेंटल हेल्थ (Mental Health) पर बुरी तरह से असर पड़ रहा है। जिसके कारण लोग कई बिमारियों का शिकार हो जाते हैं। यूं तो परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए लोग मनोचिकित्सक (Psychiatrist) की मदद लेते हैं, लेकिन इसके अलावा आप कुछ नेचुरल तरीके (Natural Ways) से भी इन समास्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। आपने अक्सर ऐसा सुना होगा कि, ‘प्रकृति से अच्छी दवाई कोई और हो ही नहीं सकती है।’ ऐसे में आप प्रकृति के साथ वक्त बिताकर मेंटल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं। अगर आप भी इस भाग-दौड़ भरी जिन्दगी से परेशान हो गए हैं तो आपको बर्डवॉचिंग (Birdwatching) करना चाहिए। Birdwatching दिमाग को शांत और सुकून पहुंचाने के लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है।

Bird Watching

एक अध्ययन (Study) से इस बात का पता लगाया गया है कि सप्ताह में केवल 30 मिनट तक गौरैया (Sparrow) या फिर तारों को देखने से आपका मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) काफी हद तक ठीक हो सकता है। अमेरिका (America) में नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी (North Carolina State University) के शोधकर्ताओं (Researchers) ने अपनी रिसर्च में पाया कि बर्डवॉचिंग (Birdwatching) से मानसिक स्वास्थ्य पर बेहद असर पड़ता है। ऐसे में अगर आप प्रकृति (Nature) की तुलना में पक्षियों को निहारेगें तो आप तनाव (Anxiety) से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं।

क्या है बर्डवॉचिंग? What is Birdwatching

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के मुताबिक जंगली पक्षियों का उनके प्राकृतिक वातावरण में अध्ययन करने का शौक Birdwatching के नाम से जाना जाता है। आसान शब्दों में कहें तो Birdwatching पक्षियों की एक्टिविटीज को देखने को कहा जाता है। आपने कई फिल्मों में अभिनेताओं को अपने आंखों या दूरबीन की मदद से पक्षियों को खुले आसमानों में उड़ते हुए या पक्षियों को देखकर खुश होते हुए देखा होगा। उदाहरण के तौर पर-डियर कॉमेरेड या रोबोट 2.0।

Birdwatching है बेहद फायदेमंद

आपने कई लोगों को देखा होगा कि वो उड़ते हुए पक्षियों को बेहद शौक से देखते हैं। इसके अलावा कई लोग झील-झरने और नदी का बहता पानी भी बड़े गौर से देखते हैं। पक्षियों को उड़ते और चहचहाते हुए देखना या फिर प्रकृति को गौर से देखने से आपके दिमाग को बेहद शांति मिलती है। इसलिए अगर आप शांति और सुकून (Peace) की तलाश में हैं तो वक्त निकालकर पहाड़ों में जरूर घूमने जाएं।

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