भरतीय मूल मे जन्मीं लेखिका नंदनी दास ने ब्रिटेन का ब्रिटिश अकादमी बुक पुरस्कार 2023 जीता है ।उन्हे ये पुरस्कार उनकी पुस्तक ‘कोर्टिंग इंडिया: इंग्लैंड, मुगल इंडिया एंड द ओरिजिन्स ऑफ एम्पायर’ के लियें दिया गया है ।यह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गैर-गल्प पुरस्कार है जिसमें इनाम के तौर पर 25,000 पाउंड की राशि दी जाती है।
नंदनी दास की शिक्षा:
कोलकाता में जन्मीं लेखिका नंदनी दास का बचपन भारत के कोलकाता शहर मे ही बीता है ।उन्होनें ने अपनी पढ़ाई लिखाई भी कोलकाता से ही पूरी की।उन्होनें जादवपुर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य मे डिग्री ली।इसके बाद रोड्स स्कॉलर के तौर पर ब्रिटेन जाना हुआ। जहा पर उन्होनें ट्रिनिटि कॉलेज कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से एमफिल और पीएचडी की डिग्री हासिल की।उन्होनें शुरुआत दौर मे प्रकाशन उद्योग में सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर के रूप मे एक साल तक काम किया।
पुरस्कार की घोषणा:
नंदनी दास की यह किताब ‘मुगल दरबारों में इंग्लैंड के पहले राजनयिक अभियान के माध्यम से बताई गई ब्रिटेन और भारत की सच्ची मूल कहानी’ का वर्णन करती है।मंगलवार की शाम को लंदन मे ब्रिटेन स्थित लेखिका का नाम ब्रिटिश अकादमी के एक समारोह में विजेता के रूप में घोषित किया गया।
नंदिनी दास
यह किताब 1600 के दशक की शुरुआत में भारत में इंग्लैंड के पहले राजनयिक मिशन की कहानी बताती है व्यापक परिदृश्य के साथ सूक्ष्म विवरण पेश करती है।
नंदिनी दास
जूरी प्रमुख प्रोफेसर चार्ल्स ट्रिप ने कहा,”भारत और ब्रिटेन की राजनीतिक हस्तियों, अधिकारियों और व्यापारियों के समकालीन स्त्रोतों का उपयोग कर उन्होंने कहानी को एक अद्वितीय तात्कालिकता दी है।एक नया द्रष्टिकोण प्रस्तुत करनें की कोशिश की है । जो इस दौरान हुई शुरुआती टकराव और गलतफहमियों को जीवंत कर देती है।उनकी यह पुस्तक यह पुस्तक 19वीं शताब्दी में गुलामी के औपचारिक उन्मूलन के साथ मुक्ति की झूठी सुबह का एक विस्तृत और परेशान करने वाला विवरण पेश करती है।