International : पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पिछले कुछ वर्षों में लगातार बिगड़ती जा रही है। हाल ही में भारत द्वारा उठाए गए सख्त कदमों ने इस संकट को और गहरा कर दिया है। आइए समझते हैं कि कैसे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था रसातल में जा रही है और भविष्य में क्या चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं:
1. चाय के लिए भी कर्ज़ लेने की नौबत
पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने जनता से चाय कम पीने की अपील की थी। चाय का आयात करने के लिए भी पाकिस्तान को विदेशों से कर्ज़ लेना पड़ रहा है। इससे देश की मौजूदा आर्थिक हालत की गंभीरता साफ झलकती है।
2. महंगाई दर और ब्याज दरों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी
वर्ष 2023 में पाकिस्तान में महंगाई दर 38.5% तक पहुँच गई थी। रिजर्व बैंक की ब्याज दरें 22% के ऐतिहासिक स्तर पर पहुँच गईं। विदेशी मुद्रा भंडार केवल कुछ हफ्तों की आयात क्षमता के बराबर रह गया था।
3. भारत के कड़े कदमों से बढ़ी मुश्किलें
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़े निर्णय लिए। भारत ने सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया। सार्क वीज़ा छूट को रोका गया और हाई कमीशन स्टाफ घटाए गए। अटारी बॉर्डर बंद होने से व्यापारिक गतिविधियाँ भी ठप पड़ गईं।
4. पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज की हालत खस्ता
भारत के इन कदमों का तत्काल असर पाकिस्तान की स्टॉक मार्केट पर पड़ा। निवेशकों का भरोसा डगमगाया और बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। जरूरी वस्तुओं की कीमतें आसमान छूने लगीं, जिससे आम जनता पर दोहरी मार पड़ी।
5. पहले से ही ‘आईसीयू’ में थी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था
IMF ने पाकिस्तान की जीडीपी वृद्धि दर घटाकर 2.6% कर दी थी। एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भी विकास दर का अनुमान 2.5% तक गिरा दिया। पाकिस्तान लगभग पांच वर्षों तक FATF की ग्रे लिस्ट में बना रहा, जो वैश्विक स्तर पर उसकी साख को नुकसान पहुँचाता रहा।
6. सिंधु जल संधि का प्रभाव
पाकिस्तान की 90% फसलें जैसे गेहूं, चावल और कपास सिंधु नदी के जल पर निर्भर हैं। यदि जल प्रवाह कम हुआ या डेटा शेयरिंग बंद हुई, तो कृषि पर भीषण संकट आ सकता है। खेती पाकिस्तान की जीडीपी का 22.7% हिस्सा है और 37.4% लोगों को रोजगार देती है। जल संकट से न केवल खाद्यान्न उत्पादन ठप पड़ेगा, बल्कि देश भुखमरी की कगार पर पहुँच सकता है। International :
Sports : पाकिस्तान की हुई भयंकर बेज्जती , वजह जान चौक जाएंगे आप
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।