Tuesday, 18 February 2025

Success Story: IAS के गोबर से दिया बनाने का आइडिया बना कई महिलाओं के आय का जरिया, दिवाली पर हुई खूब कमाई

Success Story: IAS अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बांदा, उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सिखाया इनकम करने का नया तरीका।…

Success Story: IAS के गोबर से दिया बनाने का आइडिया बना कई महिलाओं के आय का जरिया, दिवाली पर हुई खूब कमाई

Success Story: IAS अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बांदा, उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सिखाया इनकम करने का नया तरीका। गाय के गोबर से दिये बनकर महिलाओं ने दिवाली पर की आमदनी।

उत्तर प्रदेश राज्य के बांदा जिले के गांव में रहने वाली महिलाओं ने इस दिवाली सीजन में गाय के गोबर से बने दियों से खूब कमाई की। इनकम का ये नया जरिया इन महिलाओं को आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल (IAS Officer Durga Shakti Nagpal) ने सिखाया है जो इस समय बांदा जिले की जिला मजिस्ट्रेट है।

पर्यावरण अनुकूल गोबर के दिये बने महिलाओं के अतिरिक्त इनकम का जरिया :

बांदा जिले के गांव में आजीविका मिशन के हिस्से के रूप में आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने महिलाओं को पर्यावरण अनुकूल गोबर से दिया बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया। गांव में जहां पहले गोबर का इस्तेमाल सिर्फ खाद या उपलों के लिए किया जाता था वहीं अब आईएएस अधिकारी के इनोवेटिव तरीके का इस्तेमाल कर महिलाएं अब गोबर की मदद से इको फ्रेंडली दिये बनाकर अपनी आमदनी में इजाफा कर रही है। इस दिवाली इन महिलाओं ने गोबर से बने दियो से खूब कमाई की।

गोबर से बने दिये पर्यावरण के लिए अनुकूल होने के साथ हानिकारक कीड़ों को दूर रखने में भी मददगार होते हैं। इसके साथ ही ये दिये जलने के बाद राख में तब्दील हो जाते हैं, जो खाद के रुप में इस्तेमाल किया जा सकते हैं। इस तरह से एक पंथ दो काज हो जाता है।

IAS अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल –

बांदा जिले की जिला मजिस्ट्रेट दुर्गा शक्ति नागपाल मूल रूप से छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं। साल 1985 में जन्मी दुर्गा शक्ति ने चंडीगढ़ से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी कर, इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से साल 2007 में बीटेक की डिग्री हासिल की। साल 2008 में इन्होंने पहले अटेम्प्ट में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की लेकिन इस बार रैंक अच्छी न होने की वजह से इन्हें भारतीय राजस्व सेवा के लिए सिलेक्ट किया गया। साल 2009 में इन्होंने दोबारा सिविल सेवा परीक्षा में भाग लिया और 20वीं रैंक के साथ सफलता हासिल की। शुरुआत में इन्हें पंजाब कैडर में पोस्टिंग मिली। जहां पर इन्होंने कई बड़े कार्य किए। फिलहाल इस समय ये उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में तैनात है।

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