U K Big News: इंग्लैंड में भारतीय हाई कमीशन में 19 मार्च की हिंसा के मुख्य साजिशकर्त्ता और आतंकवादी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (के.एल.एफ.) के प्रमुख अवतार सिंह खंडा Avtar Singh Khanda, की आज बर्मिंघम के सैंडवेल अस्पताल में मौत हो गई।
अमृतपाल को बचाने के पीछे भी था हाथ
U K Big News: अवतार सिंह खांडा पर लंदन में स्थित भारतीय दूतावास के बाहर से तिरंगा उतारने का भी आरोप है और उसे इस आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था। अवतार सिंह खांडा खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) की लंदन इकाई का प्रमुख बम एक्सपर्ट है।
पुलिस की गिरफ्त से अमृतपाल को बचाने में अवतार ने अहम भूमिका निभाई थी। अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने एनएसए के तहत गिरफ्तार किया था। लेकिन 37 दिनों तक वह पुलिस के चंगुल से बचता रहा था और उसे बचाने के पीछे भी अवतार सिंह का ही हाथ था। खंडा ने इसके लिए अपने स्लीपर सेल्स की मदद ली।
Avtar Singh Khanda, अमृतपाल का करीबी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खंडा को सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था । पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह का खुलासा हो पाएगा लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि खंडा को शायद फूड poisoning हुई थी । कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि उसे ब्लड कैंसर था और उसके शरीर में जहर फैल गया था भारत में जांच एजेंसियों के मुताबिक जो कि अमृतपाल सिंह के केस की जांच कर रही थी उनका कहना था कि खालिस्तान समर्थक अमृत पाल को तैयार करने के पीछे खंडा का ही दिमाग था ।
पंजाब के मोगा मेँ रहता है परिवार
अवतार सिंह खंडा का परिवार मोगा में रहता है। उसकी माता चरनजीत कौर एक स्कूल में टीचर है। उसकी एक बहन भी है। खंडा 2014 में इंग्लैंड गया था। उसकी बहन स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करती है। कुछ समय पहले जब अमृतपाल केस की जांच चल रही थी तो सुरक्षा एजेंसियों ने उसके परिजनों से पूछताछ की थी। अमृतपाल जब फरार था तो पंजाब पुलिस ने अवतार खंडा की मां और बहन को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी । ऐसी जानकारी मिली थी कि खंडा लगातार अमृतपाल के संपर्क में था, जब अमृतपाल गिरफ्तारी से बचने के लिए भागता फिर रहा था।
U K Big News: खंडा अमृतपाल का करीबी बताया जा रहा है, और इसी ने ही अमृतपाल को 37 दिनों तक छिपने में मदद की थी। खंडा को रणजोध सिंह के नाम से भी जाना जाता है, जो यू.के में राजनीतिक शरण चाहता था और तथाकथित खालिस्तान के लिए सिख नौजवानों को कट्टरपंथी बनाने में अहम भूमिका निभा रहा था। उसका पिता KLF आतंकी था जिसे 1991 में सुरक्षा बलों द्वारा मार दिया गया था।