New Delhi : नई दिल्ली। भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में खड़ा हो गया, जहां 5जी सेवाएं आम जनता को उपलब्ध कराई जा रही हैं। माना जा रहा है कि इस सेवा के शुरू होने से देश में इंटरनेट की दुनिया में नए युग की शुरुआत होगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में छठी इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन किया और 5जी सेवाओं की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने प्रगति मैदान में प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया। रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने जल्द ही लॉन्च होने वाली 5जी सेवाओं के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी थी।
5G in India :
रिलायंस जियो 5जी सर्विस रोलआउट के लिए एक टाइमलाइन साझा कर चुका है। दूरसंचार ऑपरेटर ने इस साल की शुरुआत में अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 2022 में घोषणा की कि वह चरणबद्ध तरीके से 5जी सेवाएं शुरू करेगी। शुरुआत करने के लिए, जियो 5जी सेवाएं दिवाली तक 4 शहरों में शुरू हो जाएंगी, जो इस महीने के अंत में है। इन शहरों में दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई शामिल हैं।
सवाल यह है कि रिलायंस जियो की 5जी सेवाएं देश के अन्य हिस्सों में कब पहुंचेंगी? खैर, इसमें कुछ समय लगने वाला है। जैसा कि जियो ने एजीएम 2022 इवेंट में घोषणा की थी कि देश के अन्य हिस्सों को अगले साल तक ही जियो 5जी सेवाओं का स्वाद मिलेगा। कंपनी के प्रमुख ने वार्षिक आम बैठक के दौरान कहा कि देशभर में जियो 5जी सेवाओं का आधिकारिक रोलआउट दिसंबर 2023 तक ही होगा।
5G in India :
गौरतलब है कि 4जी की तुलना में 5जी नेटवर्क कई गुना तेज गति देता है और बाधा रहित संपर्क मुहैया कराता है। अरबों डिवाइसों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाता है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 5जी से नये आर्थिक अवसर और सामाजिक लाभ मिल सकते हैं, जिसके कारण यह भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति होने की क्षमता रखता है।
यह देश की वृद्धि के लिए पारंपरिक बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा, स्टार्टअप और व्यावसायिक उद्यमों द्वारा नवाचारों के साथ ही ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा। देश की अब तक की सबसे बड़ी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई थीं। इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी की जियो ने 87,946.93 करोड़ रुपये की बोली के साथ बेचे गए सभी स्पेक्ट्रम का लगभग आधा हिस्सा हासिल किया है।
भारत के सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडाणी के समूह ने 400 मेगाहर्ट्ज के लिए 211.86 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। इसका इस्तेमाल हालांकि, सार्वजनिक टेलीफोन सेवाओं के लिए नहीं किया जाता है। वहीं, दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,039.63 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाई, जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 18,786.25 करोड़ रुपये में स्पेक्ट्रम खरीदा है।
5G in India :
दूरसंचार कंपनियों के जल्द से जल्द 5जी सेवा चालू करने की तैयारियों में जुटने से भारत आने वाले वक्त में बेहतर डेटा स्पीड और रुकावट मुक्त वीडियो के लिए तैयार हो रहा है। इन सेवाओं के आने के बाद लोगों को स्मार्ट एंबुलेंस से लेकर क्लाउड गेमिंग तक सब कुछ मिलेगा। यहां तक कि खरीदारी के दौरान ग्राहकों को एकदम नए तरह के अनुभव भी हो सकते हैं।
पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिये कुछ ही सेकंड में मोबाइल और अन्य उपकरणों पर उच्च-गुणवत्ता वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है। यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा। यह सेवा सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज), संपर्क में होने वाली देरी में कटौती और अरबों संबद्ध उपकरणों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाती है। इसके जरिये 3डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स अनुभव और शैक्षिक अनुप्रयोगों को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकता है।