Tata Sumo का मॉडर्न कॉन्सेप्ट डिज़ाइन वायरल, सोशल मीडिया पर छाई नई Sumo की तस्वीरें

अगर आप कारों या मोटरसाइकिल के शौकीन हैं, तो Tata Sumo का नाम आपके लिए नया नहीं होगा। एक दौर में भारतीय सड़कों पर राज करने वाली यह दमदार SUV अपने बॉक्सी डिजाइन, मजबूत बॉडी और शानदार ऑफ-रोड क्षमता के लिए जानी जाती थी।

Tata Sumo Pictures
Tata Sumo तस्वीरें (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar26 Dec 2025 05:04 PM
bookmark

हालांकि, BS6 एमिशन नॉर्म्स के चलते अप्रैल 2019 में इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया गया था। लेकिन अब एक बार फिर Tata Sumo चर्चा में है, और वजह है इसका मॉडर्न कॉन्सेप्ट डिजाइन, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ Tata Sumo का नया अवतार

बता दें कि X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने Tata Sumo के एक मॉडर्न अवतार की कल्पना करते हुए कुछ शानदार रेंडर इमेज शेयर की हैं। ये तस्वीरें देखते ही देखते वायरल हो गईं और ऑटोमोबाइल लवर्स के बीच चर्चा का विषय बन गईं। हरी रंग की इस कॉन्सेप्ट SUV को फ्रंट, साइड, रियर और इंटीरियर—हर एंगल से बेहद दमदार दिखाया गया है। इसे एक रग्ड और ऑफ-रोड फोकस्ड SUV के रूप में डिजाइन किया गया है, जो मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ क्लासिक सूमो की पहचान को जिंदा रखती है।

डिजाइन और फीचर्स: मॉडर्न लेकिन क्लासिक पहचान

कॉन्सेप्ट Tata Sumo के फ्रंट में स्लिम LED हेडलाइट्स, बीच में Tata का लोगो और मजबूत ग्रिल दी गई है, जो इसे मॉडर्न टच देती है।

साइड प्रोफाइल में बड़े व्हील्स, हाई ग्राउंड क्लीयरेंस और ब्लैक क्लैडिंग्स इसकी ऑफ-रोड क्षमता को दर्शाते हैं। रियर में कनेक्टेड LED टेललाइट्स और बड़े अक्षरों में लिखा SUMO नाम इसे और भी बोल्ड बनाता है। इंटीरियर की बात करें तो इसमें बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, मॉडर्न डैशबोर्ड, आरामदायक सीट्स और स्पेशियस केबिन दिखाया गया है। कुल मिलाकर, इसका डिजाइन लैंड रोवर डिफेंडर से इंस्पायर्ड जरूर लगता है, लेकिन इसमें Tata की अपनी अलग पहचान साफ नजर आती है।

Tata Sumo का इतिहास: 25 साल का शानदार सफर

Tata Sumo को पहली बार 1994 में लॉन्च किया गया था और यह भारत की शुरुआती मल्टी-यूटिलिटी व्हीकल्स (MUV) में से एक थी। इसका नाम Tata Motors के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर सुमंत मूलगांवकर के नाम पर रखा गया था, यानी SuMo। शुरुआत में यह 10-सीटर SUV थी, जिसे खासतौर पर मिलिट्री और ऑफ-रोड ट्रांसपोर्ट के लिए डिजाइन किया गया था। बॉडी-ऑन-फ्रेम चेसिस और दमदार डीजल इंजन ने इसे बेहद भरोसेमंद बनाया। 1990 और 2000 के दशक में यह टैक्सी, फैमिली कार और ग्रामीण इलाकों की पहली पसंद बनी रही। बाद में इसके Victa और Gold वर्जन भी लॉन्च हुए। हालांकि, BS6 नॉर्म्स के कारण 2019 में इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया गया और 25 साल का सफर खत्म हुआ। इसके बावजूद, आज भी सेकेंड-हैंड मार्केट में इसकी जबरदस्त डिमांड बनी हुई है।

क्या Tata Sumo की होगी वापसी?

भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट इस समय SUV सेगमेंट के दौर से गुजर रहा है। खासकर रग्ड और लाइफस्टाइल SUVs की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में Tata Sumo जैसी अफोर्डेबल, स्पेशियस और टफ SUV की कमी साफ महसूस की जा रही है। रिपोर्ट्स और इनपुट्स के मुताबिक, 2025 में Tata Sumo के रिवाइवल को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि नया मॉडल लेट 2025 या अर्ली 2026 तक लॉन्च किया जा सकता है।

संभावित इंजन, फीचर्स और कीमत

अगर नई Tata Sumo लॉन्च होती है, तो इसमें ये फीचर्स देखने को मिल सकते हैं:

  • 2.2-लीटर डीजल इंजन (बेहतर लो-एंड टॉर्क के साथ)
  • टर्बो पेट्रोल इंजन का विकल्प
  • 4x4 ड्राइवट्रेन
  • LED DRLs और बोल्ड ग्रिल
  • Apple CarPlay और Android Auto
  • मल्टीपल एयरबैग्स, ABS और रियर पार्किंग कैमरा

संभावित तौर पर यह SUV 7-सीटर या 9-सीटर लेआउट में आ सकती है। इसकी अनुमानित कीमत 10 लाख से 12 लाख रुपये के बीच हो सकती है।

Thar और Scorpio-N को मिलेगी सीधी टक्कर?

अगर Tata Sumo अपने नए अवतार में लॉन्च होती है, तो यह सीधे तौर पर Mahindra Thar और Scorpio-N जैसी SUVs को कड़ी चुनौती दे सकती है। अपनी मजबूती, स्पेस और कीमत के दम पर यह एक बार फिर भारतीय बाजार में बड़ा गेम-चेंजर साबित हो सकती है।


संबंधित खबरें

अगली खबर पढ़ें

बालकनी में हरी मटर उगाने के लिए अपनाएं ये स्मार्ट टिप्स

हरी मटर सर्दियों की सबसे पसंदीदा और पौष्टिक सब्जियों में से एक है। बाजार में मिलने वाली मटर में केमिकल का इस्तेमाल आम बात है, लेकिन अब आप बिना किसी झंझट के अपने घर के बगीचे, छत या बालकनी में ताजी और केमिकल-फ्री हरी मटर उगा सकते हैं।

Green pea cultivation
हरी मटर की खेती (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar26 Dec 2025 02:19 PM
bookmark

हरी मटर ठंडी जलवायु की फसल है। इसे बोने का सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से नवंबर के बीच माना जाता है। इस दौरान तापमान 10 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जो अंकुरण और पौधों की अच्छी बढ़वार के लिए अनुकूल होता है। ज्यादा गर्मी में मटर की बेल कमजोर हो सकती है।

गमला और जगह का चुनाव

बता दें कि बालकनी या छत पर मटर उगाने के लिए 12 से 14 इंच गहरा और चौड़ा गमला या ग्रो बैग सही रहता है। गमले के नीचे पानी की निकासी के लिए छेद होना जरूरी है। एक गमले में 6 से 8 बीज आसानी से लगाए जा सकते हैं। पौधे को रोजाना कम से कम 4 से 5 घंटे धूप मिलनी चाहिए।

मिट्टी कैसे करें तैयार

हरी मटर के लिए भुरभुरी और उपजाऊ मिट्टी जरूरी होती है। इसके लिए है कि 50% सामान्य बगीचे की मिट्टी, 30% सड़ी हुई गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट, 20% बालू या कोकोपीट है। इन सभी को अच्छी तरह मिलाकर गमले में भरें। इससे जड़ों को हवा मिलेगी और पौधा मजबूत बनेगा।

बीज बोने का सही तरीका

बता दें कि बीज बोने से पहले मटर के बीजों को 8 से 10 घंटे पानी में भिगो दें। इससे अंकुरण जल्दी होता है। इसके बाद बीजों को 1 से 2 इंच की गहराई पर बोएं और ऊपर से हल्की मिट्टी डाल दें। बीजों के बीच 2 से 3 इंच की दूरी रखें।

सिंचाई और सहारा

बता दें कि बीज बोने के तुरंत बाद हल्का पानी दें, लेकिन ध्यान रखें कि पानी जमा न हो। मटर को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती। हफ्ते में 2 से 3 बार हल्की सिंचाई पर्याप्त होती है। हरी मटर बेल वाली फसल है, इसलिए जब पौधा 6 से 8 इंच का हो जाए तो उसे सहारे की जरूरत होती है। इसके लिए बांस, लकड़ी की स्टिक या जाली का इस्तेमाल किया जा सकता है।

खाद और पौधों की देखभाल

बता दें कि अच्छी बढ़वार के लिए हर 15 से 20 दिन में वर्मी कम्पोस्ट या सरसों खली का घोल डाल सकते हैं। फूल आने के समय हल्की खाद देने से फलियों की संख्या बढ़ती है। अगर एफिड्स या इल्ली दिखाई दें, तो नीम तेल का छिड़काव हफ्ते में एक बार करें। इससे पौधा सुरक्षित रहता है।

कब करें मटर की तुड़ाई

बता दें कि बीज बोने के लगभग 60 से 70 दिन बाद मटर की फलियां तैयार हो जाती हैं। जब फलियां हरी, भरी हुई और नरम हों, तभी तोड़ लें। समय पर तुड़ाई करने से पौधा ज्यादा फल देता है।

क्यों फायदेमंद है किचन गार्डनिंग

बता दें कि घर में उगाई गई हरी मटर ताजी, स्वादिष्ट और पूरी तरह केमिकल-फ्री होती है। इससे न सिर्फ पैसे की बचत होती है, बल्कि परिवार को पौष्टिक सब्जी भी मिलती है। साथ ही आपकी बालकनी या छत भी हरी-भरी नजर आती है।

संबंधित खबरें

अगली खबर पढ़ें

BMC Elections 2026: बीएमसी चुनाव से पहले ठाकरे बंधुओं की सक्रियता, मातोश्री में हुई अहम बैठक

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में प्रस्तावित बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव 2026 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। ठाकरे बंधुओं के गठबंधन के ऐलान के बाद अब भाजपा पार्टी नीत महायुति के खिलाफ संयुक्त रणनीति पर काम शुरू हो गया है।

BMC Elections 2026 Mumbai
ठाकरे गठबंधन मैदान में उतरेगा (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar26 Dec 2025 01:08 PM
bookmark

बता दें कि इसी कड़ी में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बेटे और नेता अमित ठाकरे, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और विधायक आदित्य ठाकरे से मुलाकात करने ‘मातोश्री’ पहुंचे है।

युवा नेतृत्व के हाथों में प्रचार की कमान

बता दें कि ठाकरे बंधुओं के गठबंधन के बाद आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे को युवा चेहरों के तौर पर नगर निगम चुनाव प्रचार की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात आगामी बीएमसी चुनाव के लिए संयुक्त प्रचार रणनीति को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से हुई।

बताया जा रहा है कि मुंबई समेत अन्य नगर निगम क्षेत्रों में आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे को एक साथ चुनाव प्रचार करते हुए देखा जा सकता है। शिवसेना (ठाकरे गुट) की ओर से जहां पहले से ही आदित्य ठाकरे की मौजूदगी में सभाएं और रैलियां आयोजित की जा रही हैं, वहीं अब मनसे की ओर से भी अमित ठाकरे को विशेष प्रचार जिम्मेदारी दी गई है।

बीएमसी चुनाव में अमित ठाकरे की भूमिका

बता दें कि मनसे सूत्रों के मुताबिक अमित ठाकरे को शहरी मतदाताओं और युवा वर्ग को साधने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संयुक्त प्रचार के जरिए दोनों दल मुंबई महानगरपालिका समेत अन्य नगर निगम चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।

फडणवीस का ठाकरे गठबंधन पर हमला

बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे बंधुओं के गठबंधन पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे और उनकी सेना (UBT) का असली चेहरा और चरित्र सामने आ गया है। सत्ता के लालच में उन्होंने किस तरह के लोगों के साथ गठबंधन किया, यह जनता देख रही है। देश विरोधी, धर्म विरोधी और मानवता विरोधी ताकतों के साथ केवल वोटों के तुष्टिकरण की नीति के लिए किया गया यह गठबंधन जनता को स्वीकार नहीं होगा और इसका जवाब चुनाव में मिलेगा।”

सियासी समीकरणों पर टिकी निगाहें

बता दें कि बीएमसी चुनाव को लेकर ठाकरे बंधुओं के गठबंधन और युवा नेतृत्व की सक्रियता ने महाराष्ट्र की राजनीति में नए सियासी समीकरण पैदा कर दिए हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह रणनीति महायुति के लिए कितनी चुनौती साबित होती है।

संबंधित खबरें