नई दिल्ली(एजेंसी)। भाजपा एक ओर जहां सहयोगी दलों के साथ सीट वितरण के मामले में उलझी हुई है। वहीं पार्टी के तकरीबन डेढ़ दर्जन बड़े नेता अपने परिजनों को टिकट दिलाने के लिए लखनऊ से दिल्ली तक का चक्कर लगा रहे हैं। जिसमें कुछ केंद्रीय मंत्री व एक मौजूदा राज्यपाल भी शामिल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा के तकरीबन 20 नेता ऐसे हैं,जो अपने परिवार के लोगों को टिकट दिलाने की जुगत में लगे हैं। कोई अपने बेटे को तो कोई बहू और बेटी के लिए टिकट मांग रहा है। अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाने में लगे इन नेताओं में कुछ योगी सरकार के मंत्री व सांसद भी शामिल हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अपने दूसरे बेटे नीरज सिंह के लिए लखनऊ से टिकट चाहते हैं।
वहीं यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित अपने बेटे के लिए उन्नाव की पुरवा सीट से टिकट की मांग रहे हैं। जिस पर भाजपा को कभी जीत ही नहीं मिली है। तो बिहार के राज्यपाल फागू चौहान अपने बेटे के लिए परिक्रमा लगा रहे हैं। वे मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट पर उपने बेटे की उम्मीदवारी चाहते हैं। जहां से वे खुद 2012-17 तक विधायक रह चुके हैं। देवरिया के भाजपा सांसद अपने पौत्र के लिए संतकबीर नगर से पैरोकारी कर रहे हैं। गोंडा के सांसद बृजभूषण सिंह अपने बेटे के लिए दोबारा टिकट चाहते हैं। ऐसे और भी कई नेता हैं,जो इस कतार में लगे हैँ। अब देखना है भाजपा एक परिवार एक टिकट के फार्मूले पर कायम रहती है या यह सिद्धांत दबाव में बिखर सकता है।