Lalu Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (lalu Yadav Parshad) को एक बड़ा झटका लगा है। रविवार को प्रवर्तन निदेशालय यानि (ED) की एक टीम ने लालू यादव के खास सहयोगी रहे सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया है। लालू यादव के करीबी रहे सुभाष यादव को अवैध खनन के कारोबार से कमाए गए काले धन के आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि (ED) को दो करोड़ रूपए नगद तथा अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज मिले बताए जाते हैं। सुभाष यादव लोकसभा का चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा था।
ED का दावा
लालू यादव के सहयोगी रहे सुभाष यादव की गिरफ्तारी के बाद (ED) के सूत्रों ने बड़ा दावा किया है कि (ED) के सूत्रों का कहना है कि इस गिरफ्तारी से अवैध खनन के मामले में अनेक बड़े खुलासे हो सकते हैं। आपको बताते चलें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के सहयोगी रहे।
Lalu Yadav
सुभाष यादव, 2019 में आरजेडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। उनके खिलाफ पटना में रेत के अवैध खनन को लेकर मामले दर्ज हैं। आयकर विभाग भी उनके यहां छापेमारी कर चुका है। सूत्रों के मुताबिक सुभाष यादव की छवि बाहुबली की भी है , इसको गिरफ्तार करना बहुत आसान नहीं था। सुभाष यादव से पूछताछ में कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं। इससे पहले शनिवार को सुभाष यादव के आवास पर (ED) ने छापेमारी की थी।
लालू यादव के करीबी बालू माफिया सुभाष यादव पर (ED) ने शिकंजा कसा है। शनिवार को उनके आवास सहित कई ठिकानों पर छापे मारी हो रही थी। सुभाष यादव आरजेडी नेता हैं और झारखंड से आरजेडी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। दानापुर समेत तकरीबन 6 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई की थी। जानकारी के मुताबिक, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी सुभाष यादव के आवास पर (ED) की टीम शनिवार को छापेमारी करने पहुंची। थी ईडी सुभाष यादव के खिलाफ ये कार्रवाई बालू कारोबार से संबंधित मामले में कर रही है। Lalu Yadav
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