Dr. Manmohan Singh : लगातार दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) अब हमारे बीच नहीं हैं। बृहस्पतिवार 26 दिसंबर 2024 को डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया। डॉ. मनमोहन सिंह 92 वर्ष के थे। क्या आपको पता है कि दो बार भारत जैसे महान देश के प्रधानमंत्री रहने वाले डॉ. मनमोहन सिंह के पास कितनी धन दौलत थी? डॉ. मनमोहन सिंह के पास मौजूद धन दौलत के विषय में जानकर आप बहुत हैरान होने वाले हैं। इस दुनिया से जाते समय डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) के पास मात्र 30 हजार रुपए की नगदी थी।
दो बार प्रधानमंत्री रहने के बाद भी बहुत कम धन के मालिक थे डॉ. मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) के निधन के बाद उनकी नेटवर्थ यानि कुल धन दौलत के आंकड़े सामने आए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया से जाते समय डॉ. मनमोहन सिंह के पास केवल 30 हजार रुपए नगद मौजूद थे। दुनिया से जाते समय डॉ. मनमोहन सिंह की कुल नेटवर्थ (सारी धन दौलत) की गणना मात्र 15 करोड़ 77 लाख रुपए में हुई है। भारत जैसे देश में जहां छोटे-छोटे सरकारी कर्मचारियों के पास सैकड़ों करोड़ रुपए की दौलत होती है वहीं डॉ. मनमोहन सिंह के पास कुल जमा प्रॉपर्टी तथा सारी दौलत मिलाकर कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए मूल्य की नेटवर्थ मिली है। इतना धन तो उनके करियर में उन्हें मिले वेतन से आजादी के साथ जोड़ा जा सकता था। डॉ. मनमोहन सिंह रिजर्व बैंक के गर्वनर, योजना आयोग के प्रमुख भारत के वित्त मंत्री तथा एक बार नहीं बल्कि दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे थे।
यहां जान लीजिए डॉ. मनमोहन सिंह की नेटवर्थ
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि, डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 2013 में प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी संपत्ति का खुलासा किया था। उनके द्वारा दाखिल हलफनामे के मुताबिक, मनमोहन सिंह के पास कुछ रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज, बैंक डिपॉजिट और मारुति 800 कार उस समय थी। एफिडेविट के मुताबिक, 1996 में उन्होंने मारुति 800 (Maruti 800) कार खरीदी थी जिसकी वैल्यू 2013 में महज 21,033 रुपये थी। 2011-12 वित्तीय वर्ष में उन्होंने अपनी इनकम 40,51,964 रुपये दिखाई थी।
साल 2013 में डॉक्टर सिंह की कुल नेट वर्थ 10.73 करोड़ रुपये थी। बात करें उनकी चल संपत्ति की तो चंडीगढ़ और दिल्ली में उनके पास दो घर थे जिनकी वैल्यू आज से 11 साल पहले 7.27 करोड़ रुपये थी जो आज बढ़कर कई गुना हो चुकी है। साल 2013 में उनके SBI अकाउंट में 3.46 करोड़ रुपये कुल जमा और निवेश के तौर पर थे। साल 2012 में डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अपने पास 150.80 ग्राम सोने के गहने होने की जानकारी दी थी। आज की वैल्यू के हिसाब से देखें तो इतने सोने की वैल्यू 11 लाख रुपये के आसपास है। डॉ. मनमोहन सिंह की कुल एसेट्स को लेकर अनुमान है कि यह 15.77 करोड़ के आसपास होगी।
डॉ. मनमोहन सिंह को बेहोशी में भी सताती थी देश की चिंता
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 2009 में एक बुरे दौर से गुजरे थे। मनमोहन सिंह को उस वक्त स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की शिकायत के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। तब उनकी लगभग 10 से 12 घंटे लंबी कोरोनरी बाईपास सर्जरी हुई थी। इससे जुड़ा एक किस्सा बेहद मशहूर है। मनमोहन सिंह का इलाज करने वाले वरिष्ठ कार्डियक सर्जन डॉ. रमाकांत पांडा ने एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व पीएम से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताई थीं।
डॉ. रमाकांत पांडा ने बताया कि इतनी लंबी सर्जरी के बाद जब उन्हें होश आया तब मनमोहन सिंह ने सबसे पहला सवाल अपनी सेहत के बारे में नहीं पूछा था। उनका पहला सवाल देश और कश्मीर की खैरियत से जुड़ा था। डॉ. रमाकांत ने बताया, जब हमने उनकी हार्ट सर्जरी पूरी की, रात को हमने सांस लेने वाली पहली नली निकाली जिससे वह बात कर पाएं, तो उन्होंने मुझसे सबसे पहले पूछा, मेरा देश कैसा है? कश्मीर कैसा है? मैंने कहा, लेकिन आपने मुझसे अपनी सर्जरी के बारे में कुछ नहीं पूछा। इस पर मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें पता था कि मैं ठीक रहूंगा।
मनमोहन सिंह ने कहा था, मुझे सर्जरी की चिंता नहीं है। मुझे अपने देश की ज्यादा चिंता है। वरिष्ठ सर्जन ने आगे बताया, वे एक महान इंसान, विनम्र व्यक्ति और देशभक्त थे। वे मेरे आदर्श थे। डॉ. रमाकांत के मुताबिक ऐसी सर्जरी के बाद मरीज अक्सर सीने में दर्द की शिकायत करते हैं। लेकिन उन्होंने कभी भी किसी चीज के बारे में नहीं पूछा या शिकायत नहीं की। यह एक मजबूत इंसान की निशानी थी। उन्होंने बताया, हर बार जब वे सर्जरी के बाद जांच के लिए आते थे तो हम उन्हें लेने के लिए अस्पताल के गेट पर जाते थे। लेकिन उन्होंने हमेशा हमें मना करते थे।
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