Kolkata: कोलकाता। कहते हैं, तीस दिन का चोर एक दिन पकड़ ही जाता है। ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल में उजागर हुआ है। ममता बनर्जी कैबिनेट में कद्दावर मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने लगभग 24 घंटे की पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया है। उन पर शिक्षक भर्ती घोटाले का आरोप है। यहां बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भर्ती घोटाले में ईडी ने तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा उद्योग और संसदीय कार्य मंत्री व पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी के आवासों समेत 14 जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान दक्षिण 24 परगना में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। माना जा रहा है कि यह वही रकम है, जो शिक्षक भर्ती घोटाले में रिश्वत के तौर पर ली गई थी। छापेमारी के दौरान लंबी पूछताछ के कारण पार्थ चटर्जी की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद ईडी ने डॉक्टरों को बुलाकर घर पर ही इलाज कराया।
छापामारी के दौरान दक्षिण 24 परगना के हरिदेवपुर स्थित डायमंड सिटी साउथ स्थित मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये नकदी बरामद हुई है। इन पैसों को दो थैलियों में छिपाकर रखा गया था। इसके अलावा अर्पिता के घर से 20 कीमती मोबाइल फोन, सोना, विदेशी मुद्रा, जमीन के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। अर्पिता को पार्थ चटर्जी का कानूनी सलाहकार बताया जाता है। ईडी के अधिकारी उनसे काफी देर तक पूछताछ कर चुके हैं। पश्चिम मेदिनीपुर के पिंगला में इनकम टैक्स की टीम ने पार्थ चटर्जी के एक रिश्तेदार के घर छापा मारा।
इससे पहले ममता बनर्जी के करीबी मंत्री के खिलाफ इस कार्रवाई के बाद भाजपा हमलावर है। सुवेंदू अधिकारी ने ट्वीट कर कहा कि ये तो बस ट्रेलर है, तस्वीर अभी बाकी है…। गौरतलब है कि एक तरफ ईडी के अधिकारी पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी के कोलकाता के नकटला स्थित आवास पर सुबह करीब साढ़े सात बजे पहुंचे तो दूसरी तरफ ईडी के अधिकारी शिक्षा राज्यमंत्री परेश अधिकारी के कूचबिहार के मेखलीगंज स्थित आवास पर पहुंचे। प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में 14 जगहों पर छापेमारी की। इसमें दोनों मंत्रियों के करीबी रिश्तेदारों के घरों पर भी छापेमारी की गई।