Gujrat Festivals : गुजरात भारत का प्रमुख राज्य है जो अपनी जीवंत संस्कृति, समृद्ध विरासत के अलावा, प्राकृतिक परिदृश्य और गुजरात में मनाये जाने वाले त्योहारो के लिए प्रसिद्ध है।गुजरात के प्रसिद्ध उत्सव में राज्य की समृद्ध संस्कृति भी देखने को मिलती है जो पर्यटकों को राज्य की संस्कृति करीब से अनुभव करने का मौका देती है । यहां के त्यौहार एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देते हैं। गुजरात के त्यौहार बेहद रंगीन और विविधिता से भरे हैं।।गुजरात के प्रमुख मेले और उत्सवो को स्थानीय लोगो के अलावा देश विदेश के पर्यटक भी देखने आते है । आज हम आपको गुजरात के त्योहारों के बारे मे बताने जा रहे है जो आपको गुजरात से प्यार करना सिखा देंगे।
Gujrat Festivals :
रण उत्सव
कच्छ के रण के शानदार सफेद रेगिस्तान मे मनाया जाता है कच्छ उत्सव यह नवंबर से फरवरी तक होता है। यह महोत्सव गुजरात की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करता है, रण उत्सव कच्छ के महान रण में मनाया जाता है , जो थार रेगिस्तान में फैला नमक का दलदल है जो लगभग 7,500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। आप इस त्यौहार पर गुजरात के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद भी ले सकते हैं,अपने अनुभव और यादगार बनाने के लिए आप टेंट में भी रह सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव
गुजरात में पतंग उत्सव एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के त्योहार की पहचान पा चुका है।यह देश और दुनिया भर से पतंग प्रेमियों को होस्ट करता है।पतंग महोत्सव के दिन आकाश विभिन्न आकृतियों और आकारों की रंगीन पतंगों से भर जाता है, लोग मौज-मस्ती की प्रतियोगिताओं में तल्लीन रहते हैं।मकर संक्रांति पर मनाया जाने वाला ये त्योहार उस दिन को चिन्हित करता है जब सर्दी, गर्मियों में बदल जाती है।
मोढेरा नृत्य महोत्सव
मोढेरा नृत्य, स्वर्णिम सोलंकी युग को प्रदर्शित करता है। इस कार्यक्रम में दिखाए गए गुजरात के अनूठे पारंपरिक नृत्य आपको अतीत में वापस ले जाते हैं। इस त्यौहार में सुंदर सूर्य मंदिर की भी झलक मिलती है। ये त्योहार आसपास के स्थानीय इतिहास को प्रदर्शित करता है, और खूबसूरती से जगमगाते नाचते हुए परिसर आपको अतीत में ले जाते हैं।
नवरात्रि गुजरात का प्रसिद्ध पर्व
गुजरात के त्योहारों के बारे में बात करते ही सबसे पहली बात जो किसी के दिमाग में आती है वह है नवरात्रि। गुजरात में सबसे अधिक मनाया जाने वाला त्योहार भारत के अन्य हिस्सों में भी उल्लासपूर्वक मनाया जाता है। नवरात्रि मतलब नौ रात्रि, इन नौ दिनो तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है और दसवें दिन उन्हे पवित्र जल मे विसर्जित किया जाता है ।इन नौ दिनो तक डांडिया,गरबा और मस्ती की धूम रहती है ।
जन्माष्टमी
जन्माष्टमी गुजरात के साथ-साथ पूरे भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों में से एक है। लेकिन गुजरात, मथुरा और वृंदावन में इस त्यौहार की एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। आपने लोगों के समूह को मानव पिरामिड बनाते हुए देखा होगा, और फिर उनमें से एक दही हांडी तोड़ने के लिए ऊपर चढ़ जाता है और भीड़ जय-जयकार करती है।गुजरात के सभी मंदिरो को बड़ी खूबसूरती के साथ सजाया जाता है ।इस दिन श्री कृष्ण जी को मक्खन खिलाने की परंपरा है ।
बीच फेस्टिवल
गुजरात के टिटहल समुद्र तट पर आयोजित होने वाला समुद्र तट उत्सव गुजरात का एक और लोकप्रिय उत्सव है जो स्थानीय लोगो के साथ साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।। इन सभी त्योहारों में से बीच फेस्टिवल को बेहद उत्साह और मस्ती के साथ मनाया जाता है।समुद्र तट उत्सव जून / अक्टूबर के महीने में वलसाड टाउन से 4 किमी दूर तीथल बीच पर आयोजित किया जाता है। रंग-बिरंगी लाइटिंग से त्योहार की रौनक बढ़ जाती है। और यह काफी नहीं है! प्रत्येक आगंतुक को गुजरात के स्थानीय व्यंजनों के गर्म और मसालेदार स्वाद भी चखने को मिलता है । इनके अलावा पर्यटकों का मनोरंजन करने के लिए मैजिक शो और वॉलीबॉल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं।
गुजरात एक ऐसा राज्य है जो सबके दिलो मे बसता है,यह की कला , यहाँ का डांस , यहां का भोजन,प्राकर्तिक सुन्दरता सबका मन मोह लेती है । गुजरात जब भी घूमने जाये तो इन फेस्टिवल को अपनी यात्रा का हिस्सा बनाये और अपनी यात्रा को यादगार बनाये।