केलांग (हिमाचल प्रदेश)। हिमाचल प्रदेश में आदिवासी बहुल लाहौल और स्पीति जिले में केलांग पंचायत ने त्योहारों और शादियों में बीयर परोसे जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बाबत एक प्रस्ताव पारित किया गया है। उसमें कहा गया है कि पाबंदी का मकसद आयोजनों में फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाना है।
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बाहरी संस्कृतियों के मिश्रण पर भी अंकुश लगाने पर चर्चा
पंचायत प्रमुख सोनम जांगपो ने बताया कि ग्राम सभा की बैठक में शादियों और अन्य त्योहारों पर बीयर परोसने पर रोक लगाने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। उन्होंने बताया कि बैठक में शादियों और अन्य समारोहों में बाहरी संस्कृतियों के मिश्रण पर अंकुश लगाने पर भी चर्चा हुई। जिला परिषद सदस्य कुंगा बोध ने उम्मीद जताई कि इस संबंध में जल्द ही सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा, क्योंकि युवा भी संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के बारे में चिंतित हैं।
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अटल सुरंग निर्माण के बाद केलांग में कई गुना बढ़ी पर्यटकों की आमद
बैठक में केलांग बाजार में वाहनों की एकतरफा आवाजाही व्यवस्था शुरू करने, स्वच्छता बनाए रखने, पंचायत के सौंदर्यीकरण और पर्यटकों को अन्य गंतव्यों की ओर ले जाने पर भी चर्चा की गई। रोहतांग दर्रे के तहत अटल सुरंग के निर्माण के बाद केलांग में पर्यटकों की आमद कई गुना बढ़ गई है। इससे पहले, किन्नौर जिले की हंगरंग घाटी की सुमरा पंचायत ने शादियों में आदिवासी रीति-रिवाजों का पालन करने और बॉलीवुड जैसी शादियों को रोकने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था।
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