Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा। एक ओर वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने ने सुक्खू सरकार से इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं दूसरी ओर स्पीकर ने जयराम ठाकुर समेत बीजेपी के 15 विधायकों को सस्पेंड कर दिया है। इससे पहले जयराम ठाकुर ने इसकी आशंका जताई थी और इसको लेकर बीजेपी का डेलीगेशन राज्यपाल से मिला था।
विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा
आपकी जानकारी के लिए बता दे विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैने इसके बारे में प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को बताया था। उन्होंने कहा कि कभी-कभी कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं और वर्तमान हालात को देखते हुए मैं इस सरकार में नहीं रह सकता हूं।
क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की हुई अनदेखी
हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव के बाद अब सुक्खू सरकार के लिए संकट और बढ़ गया है। सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री और वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस आलाकमान से खुली बगावत कर दी है। उन्होंने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की अनदेखी हुई है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को हमने पार्टी के हर मंच पर उठाया था, लेकिन उनकी अनदेखी हुई है।
कांग्रेस के विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश की एक सीट पर हुए चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन मे जीत दर्ज की है, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को क्रॉस वोटिंग के कारण हार का सामना करना पड़ा। वहीं हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के पास बहुमत नहीं था, लेकिन कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों ने भी कांग्रेस का साथ नहीं दिया, जिसकी वजह से कांग्रेस और बीजेपी दोनों के उम्मीदवारों को बराबर-बराबर वोट मिले है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह पहली बार है जब राज्यसभा चुनाव में दो उम्मीदवारों में बराबर-बराबर वोट मिलने की वजह से पर्ची से हार जीत का फैसला हुआ। हालांकि इस पर्ची के फैसले में भी कांग्रेस को किस्मत का साथ नहीं मिला, क्योंकि इसमें भी बीजेपी ने बाजी मार ली है।
हिमाचल में पेश होना है बजट
हिमाचल विधानसभा में आज बजट पेश होना है। इस बीच बीजेपी की ओर से दावा किया गया है कि कांग्रेस सरकार अपने विधायकों का भरोसा खो चुकी है। जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों ने राज्यपाल से वोटिंग डिवीजन की मांग की है।
राज्यपाल से मिले विधानसभा स्पीकर
बता दे कि हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद सियासी भूचाल सा आया गया है। आज सुबह बीजेपी विधायकों ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात की थी और विधानसभा में वोट डिवीजन की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि स्पीकर ने उनकी मांग नहीं मानी, जिसके बाद राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। वहीं दूसरी ओर विधानसभा स्पीकर कुलदीप पठानिया ने भी राजभवन जाकर राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला से मुलाकात की है।
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