Indian Navy नौसेना में 12वीं पास के लिए 2500 भर्ती, कब से शुरु होगी आवेदन प्रक्रिया

Indian Navy Recruitment 2022
Indian Navy नौसेना में 12वीं पास के लिए 2500 भर्ती, कब से शुरु होगी आवेदन प्रक्रिया
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 MAR 2022 01:55 PM
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Indian Navy Recruitment 2022 : भारतीय नौसेना (Indian Navy) में भर्ती होकर शानदार सरकारी नौकरी के साथ देश सेवा के इच्छुक (Indian Navy) युवाओं के लिए खुशखबरी है। भारतीय नौसेना ने आर्टिफिशर अपरेंटिस (AA) और सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट्स (SSR) के अगस्त 2022 में शुरू होने वाले बैच के लिए विज्ञापन जारी किया है। कोर्स पूरा करने के बाद इसके माध्यम से सेलर के तौर पर भर्ती होगी। भारतीय नौसेना एए और एसएसआर भर्ती 2022 के अनुसार आर्टिफिशर अपरेंटिस की 500 और सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट्स की 2000 से अधिक वैकेंसी है। भारतीय नौसेना की इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 29 मार्च से 5 अप्रैल 2022 तक चलेगी।

Indian Navy Recruitment 2022

कैसे करना होगा आवेदन भारतीय नौसेना में एसएसआर और एए भर्ती 2022 के लिए आवेदन से पहले आधिकारिक वेबसाइट -

https://www.joinindiannavy.gov.in/  पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा।

फिर अपने रजिस्टर्ड ईमेल आईडी और पासवर्ड से लॉग इन करके आवेदन फॉर्म भरना होगा।

आर्टिफिशर अपरेंटिस और सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट के लिए योग्यता आर्टिफिशर अपरेंटिस- उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से गणित, फिजिक्स के साथ केमिस्ट्री/बॉयोलॉजी/कंप्यूटर साइंस विषयों में से किसी एक के साथ कम से कम 60 फीसदी अंकों से 12वीं पास होना चाहिए। सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट- सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट पद पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से गणित, फिजिक्स के साथ केमिस्ट्री/बॉयोलॉजी/कंप्यूटर साइंस विषयों में से किसी एक के साथ 12वीं पास होना चाहिए।

आयु सीमा- आर्टिफिशर अपरेंटिस और सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट के लिए उम्मीदवारों का जन्म 1 अगस्त 2002 से पहले और 31 जुलाई 2005 के बाद नहीं हुआ होना चाहिए।

भर्ती मापदंड सेलर के पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों के आवेदन शॉर्टलिस्ट किए जाने के बाद लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें https://www.joinindiannavy.gov.in

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Punjab Congress हार के बाद पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान, सोनिया तक पहुंची शिकायत

Siddhu
Punjab Congress
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 MAR 2022 01:18 PM
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Punjab Congress : पंजाब में आम आदमी पार्टी के हाथों मिली करारी हार के बाद राज्य के कांग्रेस नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। पार्टी की बड़ी हार के लिए उन पर जमकर निशाना साधा जा रहा है।

Punjab Congress News

सिद्धू के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी कांग्रेस नेताओं के निशाने पर हैं। राज्य के कांग्रेस सांसदों ने पार्टी की हार के लिए सिद्धू और जाखड़ दोनों नेताओं को प्रमुख रूप से जिम्मेदार ठहराया है। सांसदों का कहना है कि इन दोनों नेताओं के सार्वजनिक बयानों ने पार्टी को सियासी रूप से काफी नुकसान पहुंचाया है। राज्य में मिली करारी हार के बाद सोनिया गांधी ने कांग्रेस सांसदों के साथ समीक्षा बैठक बुलाई थी और इस समीक्षा बैठक के दौरान सांसदों ने इन दोनों नेताओं की जमकर शिकायत की है।

सोनिया के साथ हुई बैठक के दौरान सांसदों का कहना था कि चुनाव की शुरुआत से पहले से ही सिद्धू सार्वजनिक रूप से उल्टे-सीधे बयान दे रहे थे। कई मौकों पर उन्होंने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने अपनी ही सरकार पर चुनावी वादे पूरे न करने का आरोप तक लगा डाला। सिद्धू के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ का रवैया भी सकारात्मक नहीं था। उनके सार्वजनिक बयानों ने भी पार्टी प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं पर प्रतिकूल असर डाला। इन दोनों बड़े नेताओं के उल्टे-सीधे बयानों के कारण जनता के बीच गलत संदेश दिया गया जिसकी वजह से पार्टी को बड़ा सियासी नुकसान उठाना पड़ा।

सिद्धू और जाखड़ के अलावा पार्टी के कुछ सांसदों ने प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और अजय माकन पर भी निशाना साधा। पार्टी के सांसदों ने इन दोनों नेताओं पर टिकट बेचने तक का आरोप लगा डाला। उनका कहना था कि कई चुनाव क्षेत्रों में टिकट बेचकर कमजोर प्रत्याशी उतार दिए गए और इस कारण आप की सियासी राह और आसान हो गई। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व प्रभारी हरीश रावत भी अपने राज्य में ऐसे ही आरोपों का सामना कर रहे हैं।

आनंदपुर साहिब के सांसद और असंतुष्ट खेमे से जुड़े माने जाने वाले मनीष तिवारी ने सोनिया गांधी की ओर से गठित मल्लिकार्जुन खड़गे समिति पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि खड़गे समिति के गठन के बाद राज्य में कांग्रेस की स्थिति और कमजोर हो गई और ऐसे सियासी हालात पैदा हो गए जिनकी वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अलग राह चुन ली।

कैप्टन के कांग्रेस से अलग होने के बाद पार्टी सियासी रूप से और कमजोर हो गई और पार्टी नेताओं के बीच कटुता वाले बयान जारी रहे। इसकी वजह से भी पार्टी को काफी नुकसान हुआ। मनीष तिवारी इससे पहले भी प्रदेश कांग्रेस में आपसी कलह और सिद्धू और कैप्टन के बीच तनातनी के मुद्दे को प्रमुखता से उठा कर रहे हैं। अपनी ही सरकार पर सिद्धू हमलावर कई सांसदों का मानना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद सिद्धू की नजरें सीएम की कुर्सी पर लगी हुई थीं मगर चन्नी को मौका दिए जाने के बाद वे लगातार अपनी ही सरकार को घेरने में जुटे रहे। इससे साफ हो गया कि पार्टी नेताओं के बीच पैदा हुई दरार को चुनाव तक पाटा नहीं जा सका। मतदाताओं की नाराजगी इसी बात से समझी जा सकती है कि सिद्धू को अपने ही विधानसभा सीट अमृतसर ईस्ट पर हार का सामना करना पड़ा। उनके खिलाफ अकाली दल की ओर से बिक्रमजीत सिंह मजीठिया चुनाव मैदान में उतरे थे मगर सिद्धू और मजीठिया को हराते हुए आप उम्मीदवार जीवनजोत कौर ने जीत हासिल कर ली। कैप्टन के हटने के बाद हो जाखड़ भी सीएम पद के दावेदार थे मगर अपनी दावेदारी को नजरअंदाज किए जाने के बाद वे भी पूरी तरह निष्क्रिय हो गए। चुनाव के दौरान भी उन्होंने सक्रिय भूमिका नहीं निभाई। चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद जाखड़ ने पार्टी के सीएम चेहरे चन्नी पर निशाना साधा था। सांसदों के इन आरोपों से साफ हो गया है कि पार्टी पूरी एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में नहीं उतरी और आप ने इसका सियासी फायदा हासिल करते हुए राज्य में प्रचंड जीत हासिल कर ली।

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UP NEWS यूपी के इस शहर में ढकवा दी गई मस्जिदें, जाने क्यों उठाया गया यह कदम

Aligarhmosque
UP NEWS
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 MAR 2022 00:48 PM
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UP NEWS पूरे देश में रंगों का त्यौहार होली बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। (UP NEWS) इस बार होली के दिन शब-ए-बारात भी पड़ रही है। (UP NEWS) होली और शब-ए-बारात पर सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। तो वहीं, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में शीशे वाली मस्जिद और बाबरी मंडी की मस्जिद को पुलिस-प्रशासन ने कपड़ों और पन्नी से ढकवा दिया है, ताकि कोई शरारती तत्व मस्जिद पर रंग न डाल पाए।

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दरअसल, उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला अति संवेदनशील शहरों में शामिल है। होली के दिन ही जुमा है और उसी रात शब-ए-बारात भी मनाई जाएगी। ऐसी स्थिति में कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए शहर में सेक्टर स्कीम लागू कर दी गई है। साथ ही, अतिरिक्त पीएसी और आरएएफ की मांग की गई है, जिससे हर चौराहे पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम हो पाए। बता दें, अलीगढ़ पुलिस ने बुधवार को फ्लैग मार्च किया और अफवाह फैलाने वालों व डीजे के गानों पर नजर रखे हुए है।

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आपको बता दें कि होली 17 मार्च और 18 मार्च को मनाई जाएगी। अलीगढ़ पुलिस ने होली के दिन शीशे वाली मस्जिद और बाबरी मंडी की मस्जिद को कपड़ों से ढकवा दिया है, ताकि कोई शरारती तत्व मस्जिद पर रंग न डाल पाए। एसपी सिटी कुलदीप सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, होली के दिन जुमा और रात को शब-ए-बारात त्यौहार एक साथ हैं, जिसको लेकर पुराने शहर की संवेदनशील जगह पर प्रत्येक होलीका स्थल पर पुलिस की तैनाती रहेगी। इसके अलावा इलाके में चार-पांच होलिका स्थल पर पुलिस तैनात रहेगी।