वर्ष 2016 में आज के ही दिन National Startup Day के बारे में प्रधानमंत्री मोदी जी ने एक बड़े मंच से जानकारी दी और यह भी समझाया कि यह किस तरह से देश को प्रगति की राह पर ला सकता है। इससे पहले Startup कल्चर मात्र बड़े-बड़े शहरों तक ही सीमित था लेकिन आज आप देश के किसी भी कोने में जाकर लोगों से Startup Scheme के बारे में पूछ सकते हैं क्योंकि लोग इसकी बेहतर समझ रखते हैं, ख़ासकर युवा वर्ग।
भविष्य में हैं नम्बर वन बनने के आसार
मात्र सात वर्षों के भीतर ही भारत की Startup योजना ने विश्व स्तर पर तीसरा स्थान हासिल कर लिया है और इसके पीछे का कारण है भारी संख्या में निवेशकों का यहां के बाजारों पर भरोसा। आप शायद यह जानकर हैरान हो सकते हैं बाहरी निवेशक अमेरिका और चीन जैसे बड़े देशों की तुलना में भारत के Startups पर भरोसा करना ज्यादा बेहतर समझते हैं। हालांकि पिछले एक दो साल में कोविड और अन्य आर्थिक कारणों के चलते फंडिंग में कमी देखी गयी है। लेकिन साल 2023 का यह दिन (National Startup Day) Startups के लिए एक बेहतर वर्ष साबित हो सकता है। जानकारों का मानना है कि भारत के Startup Ecosystem का आधार काफ़ी मज़बूत है और यह मज़बूत आधार ही इसे भविष्य में काफ़ी आगे तक ले कर जाएगा।
आखिर क्यों सफल है भारत में यह Startup योजना?
National Startup Day के दिन यह जानना बेहद जरुरी है कि भारत देश में इस योजना के तेज़ी से बढ़ने का मुख्य कारण क्या है? इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि भारत में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। औसत 28 वर्ष की आयु वाले लोग देश में सबसे ज्यादा उपस्थित हैं और उनके नये नये आइडियाज निवेशकों को अपनी ओर लुभाने में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं। देश में युवाओं की अधिकता होने के कारण जब नये startup शुरू होते हैं तब वे उनके रोजगार का भी जरिया बनते हैं। ऐसे में युवाओं के लिए मात्र खुद की आजीविका ढूंढने से बेहतर है कि वे अन्य युवाओं को भी रोजगार दे रहे हैं।
पूरी दुनिया की नजर भारत के startups पर बनी हुई है और ऐसे में अगर कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, टेक्नोलॉजी एवं खाद्य क्षेत्र से जुड़े हुए सभी वर्ग Innovative Ideas पर काम करें तो दुनिया की कोई भी ताकत भारत को नंबर वन Startup Scheme बनने से कोई भी नहीं रोक सकता है।