Gudi Padwa : महाराष्ट्र में लोगों ने धूमधाम से किया नववर्ष का स्वागत

Gudi Padwa
Greater Noida : कुख्यात भू-माफिया यशपाल तोमर का गुर्गा गिरफ्तार
शिंदे ने कंधे पर उठाया देवता की पालकी
गुड़ी पड़वा समारोह में आए मुख्यमंत्री ने ठाणे शहर के कोपीनेश्वर मंदिर के पीठासीन देवता की पालकी को अपने कंधों पर उठाया और कुछ दूर तक चलते रहे। उन्होंने चिंतामणि चौक पर जिम्नास्टिक में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और कलाकारों पर पुष्पवर्षा भी की। इस मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध वायलिन वादक एन राजम भी उपस्थित थे। बाद में शिंदे ने ठाणे जिले के डोंबिवली शहर में गुड़ी पड़वा जुलूस में भाग लिया।Delhi News : माता की अखंड ज्योति लेकर जा रहे किशोर को बस ने कुचला
सरकार ने त्योहार पर पाबंदियां हटाईं
शिंदे ने कहा कि त्योहारों के मौके पर सभी पाबंदियों को हटा दिया गया है। यह देखकर अच्छा लगा कि सभी वर्गों के लोग गुड़ी पड़वा मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने त्योहारों को मनाने के लिए ऐहतियातन लगाई गई सभी पाबंदियों को हटा लिया है। अब हम दही हांडी, गणेश चतुर्थी, दिवाली, दशहरा और अन्य त्योहार मना सकते हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि संस्कृति को सही मायने में संरक्षित किया जा रहा है।Gudi Padwa
रंग-बिरंगी रंगोली और शोभायात्रा
'गुड़ी' या 'गुढ़ी' शब्द का अर्थ एक ध्वज होता है और 'पड़वा' का अर्थ प्रतिपदा अमावस्या का पहला दिन होता है। किसान नई फसल के मौसम की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए यह त्योहार मनाते हैं। इस दिन लोग अपने घरों की सफाई करते हैं। उन्हें रंग-बिरंगी रंगोली से सजाते हैं और गुड़ी फहराते हैं। गुड़ी पड़वा पर्व को लेकर मुंबई और अन्य जगहों पर लोगों में उत्साह नजर आ रहा है। जगह जगह पारंपरिक पोशाक में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के साथ रंगारंग शोभायात्रा निकाली जा रही हैं। संगीत, परंपरागत ढोल वादन और लेजिम नृत्य इन शोभायात्राओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
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शिंदे ने कंधे पर उठाया देवता की पालकी
गुड़ी पड़वा समारोह में आए मुख्यमंत्री ने ठाणे शहर के कोपीनेश्वर मंदिर के पीठासीन देवता की पालकी को अपने कंधों पर उठाया और कुछ दूर तक चलते रहे। उन्होंने चिंतामणि चौक पर जिम्नास्टिक में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और कलाकारों पर पुष्पवर्षा भी की। इस मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध वायलिन वादक एन राजम भी उपस्थित थे। बाद में शिंदे ने ठाणे जिले के डोंबिवली शहर में गुड़ी पड़वा जुलूस में भाग लिया।Delhi News : माता की अखंड ज्योति लेकर जा रहे किशोर को बस ने कुचला
सरकार ने त्योहार पर पाबंदियां हटाईं
शिंदे ने कहा कि त्योहारों के मौके पर सभी पाबंदियों को हटा दिया गया है। यह देखकर अच्छा लगा कि सभी वर्गों के लोग गुड़ी पड़वा मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने त्योहारों को मनाने के लिए ऐहतियातन लगाई गई सभी पाबंदियों को हटा लिया है। अब हम दही हांडी, गणेश चतुर्थी, दिवाली, दशहरा और अन्य त्योहार मना सकते हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि संस्कृति को सही मायने में संरक्षित किया जा रहा है।Gudi Padwa
रंग-बिरंगी रंगोली और शोभायात्रा
'गुड़ी' या 'गुढ़ी' शब्द का अर्थ एक ध्वज होता है और 'पड़वा' का अर्थ प्रतिपदा अमावस्या का पहला दिन होता है। किसान नई फसल के मौसम की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए यह त्योहार मनाते हैं। इस दिन लोग अपने घरों की सफाई करते हैं। उन्हें रंग-बिरंगी रंगोली से सजाते हैं और गुड़ी फहराते हैं। गुड़ी पड़वा पर्व को लेकर मुंबई और अन्य जगहों पर लोगों में उत्साह नजर आ रहा है। जगह जगह पारंपरिक पोशाक में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के साथ रंगारंग शोभायात्रा निकाली जा रही हैं। संगीत, परंपरागत ढोल वादन और लेजिम नृत्य इन शोभायात्राओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।संबंधित खबरें
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