UP Political News : क्या सपा बन पाएगी ज़मीनी स्तर की पार्टी?

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calendar02 Dec 2025 03:20 AM
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Lucknow: लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अब अपनी पूरी ऊर्जा सदस्यता अभियाना में लगाने का फैसला किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (State President Naresh Uttam Patel) ने सदस्यता अभियान की निगरानी करने के लिए पार्टी के बड़े नेताओं की तैनाती कर दी है। ये नेता सदस्यता अभियान की निगरानी प्रभारी के तौर पर करेंगे। सब जानते हैं कि इसी वर्ष 2022 के शुरू में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी सत्ता की सबसे बड़ी दावेदार थी। चुनाव नतीजों में सपा सत्ता से कोसों दूर रही। सत्ता प्राप्त करने में विफल रही सपा को लेकर विश्लेषकों ने अनेक प्रकार के विश्लेषण किए। इन विश्लेषणों में सपा की असफलता का एक कारण जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का अभाव भी था। इसी अभाव को कम करने के लिए पार्टी ने प्रदेश भर में सदस्यता अभियान शुरू किया है। इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के मकसद से सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने हर जनपद में प्रभारी नियुक्त किए हैं। पार्टी के सभी प्रमुख नेताओं को प्रभारी बनाया गया है। श्री पटेल द्वारा जारी की गई प्रभारियों की सूची में आगरा जिले का प्रभारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन को बनाया गया है। मैंनपुरी की जिम्मेदारी निवर्तमान प्रदेश महासचिव श्यामलाल पाल व पूर्व मंत्री आलोक शाक्य को दी गयी है। इसी प्रकार फिरोजाबाद का प्रभारी पूर्व सांसद अक्षय यादव को बनाया गया है। कासगंज की जिम्मेदारी पूर्व एम.एल.सी. असीम यादव को, हाथरस का जिम्मा पूर्व विधायक अमर सिंह यादव को, कानपुर नगर की जिम्मेदारी पूर्व सांसद राजाराम पाल को दी गयी है। कानपुर देहात व कानपुर नगर की जिम्मेदारी स्वयं प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पास रखी है। इसी कड़ी में फर्रूखाबाद जिले में निवर्तमान प्रदेश सचिव नवल किशोर शाक्य व पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रपाल यादव को कन्नौज में राष्ट्रीय सचिव अखिलेश कटियार व पूर्व एमएलसी रामवृक्ष यादव को प्रभारी बनाया गया है। औरैया जिले में विशंभर प्रसाद निषाद (पूर्व सांसद), झांसी में आर.एस. कुशवाहा (पूर्व विधायक), ललितपुर में श्याम सुंदर सिंह यादव (पूर्व एमएलसी), जालौन में तिलकचंद अहीरवार (पूर्व मंत्री), बांदा में संतोष द्विवेदी (सदस्य कार्यकारिणी), शिवशंकर पटेल (पूर्व मंत्री), हमीरपुर में विशंभर सिंह यादव (विधायक), महोबा में डा. चंद्रपाल सिंह यादव (पूर्व सांसद), चित्रकूट में उदयवीर सिंह (पूर्व एमएलसी), इलाहाबाद गंगापार में धर्मेन्द्र यादव (पूर्व सांसद), इलाहाबाद जमुना पार में कमलाकांत गौतम (पूर्व मंत्री), फतेहपुर में डा0 राजपाल कश्यप (पूर्व एमएलसी), प्रतापगढ़ व कौशांबी में इंद्रजीत सरोज विधायक (पूर्व मंत्री), वाराणसी जिले में सुरेन्द्र सिंह पटेल व लालबिहारी यादव (एमएलसी), वाराणसी महानगर में दिलीप रे, मनोज राय धूपचंडी व किशन दीक्षित, जौनपुर में नंदकिशोर यादव (पूर्व सांसद), चंदौली में नारद राय (पूर्व मंत्री), गाजीपुर में राजेश कुशवाहा (पूर्व जिलाध्यक्ष), मिर्जापुर में राजनारायन बिंद (पूर्व विधायक), भदौही में तूफानी सरोज (विधायक), सोनभद्र में आशुतोष सिन्हा (एमएलसी), आजमगढ़ में बलराम यादव व रामआसरे विश्वकर्मा (पूर्व मंत्री), बलिया में राजीव राय (राष्ट्रीय सचिव), मऊ में चंद्रदेव राय यादव (पूर्व मंत्री), गोरखपुर जिले में अंबिका चौधरी (पूर्व मंत्री) व जफर अमीन डक्कू, देवरिया में रामशंकर राजभर (पूर्व सांसद), कुशीनगर में रामअवध यादव (पूर्व एमएलसी), महाराजा गंज में महेन्द्र चौहान, बस्ती में रामप्रसाद चौधरी (पूर्व मंत्री) व महेन्द्र नाथ यादव (विधायक), सिद्धार्थनगर में माताप्रसाद पांडेय (विधायक), लालजी यादव जिलाध्यक्ष, गोंडा में ओंकार सिंह पटेल (प्रदेश सचिव), बहराइच में डा. एसपी यादव (विधायक), श्रावस्ती में अताउर्रहमान (विधायक), बलरामपुर में लालजी वर्मा (विधायक),  फैजाबाद जिले में अवधेश प्रसाद, बारांबी जिले में राकेश वर्मा व आर.के. चौधरी, सुल्तानपुर में रामगोविंद चौधरी (पूर्व मंत्री), अमेठी में मनोज कुमार पांडेय, लखनऊ जिले में अरविंद सिंह गोप (पूर्व मंत्री), हरदोई जिले में आर.के. चौधरी, लखीमपुर खीरी में नरेन्द्र सिंह वर्मा, रायबरेली में किरणमय नंदा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), उन्नाव जिले में श्रीमती अनु टंडन (पूर्व सांसद) व आर0एस0 कुशवाहा, बरेली जिले में महबूब अली, बदायूं जिले में इकबाल महमूद, पीलीभीत में वीरपाल सिंह यादव, शाहजहांपुर जिले में रविप्रकाश वर्मा, मुरादाबाद शाहिद मंजूर विधायक, संभल जिले में धर्मेन्द्र यादव, बिजनौर जिले में जावेद अली खान (सांसद), रामपुर में अब्दुल्ला आजम (विधायक), अमरोहा में अनीसुर्रहमान, मेरठ जिले में कमाल अख्तर (विधायक), गाजियाबाद जिले में महेश आर्य, गाजियाबाद नगर में संजय गर्ग, हापुड़ जिले में देवेन्द्र जाखड़, बुलंदशहर जिले में रमेश प्रजापति, नोएडा शहर में संजय गर्ग (पूर्व विधायक), सहारपुर जिले में किरनपाल कश्यप, मुजफ्फरनगर जिले में हरेन्द्र मलिक (पूर्व सांसद) व धर्मसिंह सैनी, शामली में श्रीमती तब्बसुम हसन एवं संतकबीरनगर में आलोक तिवारी को प्रभारी बनाया गया है। अब देखना यह होगा कि सपा की यह नई पहल क्या रंग दिखाती है? क्या सपा जमीनी पार्टी के तौर पर खड़ी हो पाएगीï? यह एक बड़ा सवाल है। गौतमबुद्धनगर नदारद ग्रेटर नोएडा। सपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा घोषित की गई सदस्यता प्रभारियों की सूची में गौतमबुद्धनगर जिले का नाम गायब है। यहां नोएडा शहर के लिए तो एक प्रभारी बनाया गया है। किन्तु नोएडा ग्रामीण एवं गौतमबुद्धनगर जिले के लिए कोई प्रभारी तैनात नहीं किया गया है। इस बात को लेकर सपा में तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है। --
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Political News : कांग्रेस नेता के ‘राष्ट्रपत्नी’ कहने पर भाजपा की महिला सांसदों में उबाल

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calendar29 Nov 2025 02:18 PM
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New Delhi: नई दिल्ली। कांग्रेस(Congress) के एक सांसद की जुबान फिसलने से संसद में बवाल मच गया। इतना ही नहीं, मौजूदा मानसून सत्र में गुरुवार को पहली बार सत्ताधारी भाजपा के कारण संसद के सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। दरअसल, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) को राष्ट्रपत्नी कह दिया। इसके बाद गुरुवार को इस पर लेकर भाजपा की महिला सांसदों ने सदन में हंगामा किया। हाथों में सोनिया माफी मांगें का पोस्टर लेकर नारेबाजी की। लोकसभा (Lok sabha)और राज्यसभा (Rajya sabha) में हुए हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच अधीर रंजन ने गुरुवार को संसद के बाहर अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने माफी मांगने से साफ इनकार किया, लेकिन कहा कि गलती से मैंने मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह दिया, अब आप मुझे फांसी पर चढ़ाना चाहते हैं तो चढ़ा दीजिए। सत्ताधारी दल ‘तिल का ताड़’ बनाने की कोशिश कर रहा है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने सदन में कहा कि कांग्रेस गरीब और आदिवासियों की विरोधी है। अपनी गलती पर माफी मांगने की जगह कांग्रेस सीनाजोरी कर रही है। सोनिया गांधी को कांग्रेस की तरफ से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने हर भारतीय नागरिक का अपमान किया है। इस पर मीडिया को जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने कहा कि अधीर पहले ही अपनी गलती मान चुके हैं। अधीर रंजन ने कहा था कि राष्ट्रपत्नी सबके लिए हैं। अधीर रंजन से बुधवार को जब मीडिया ने पूछा था कि आप राष्ट्रपति भवन जा रहे थे, जाने नहीं दिया गया। तब उन्होंने कहा था कि आज भी जाने की कोशिश करेंगे। हिंदुस्तान की ‘राष्ट्रपत्नी’ सबके लिए हैं। हमारे लिए क्यों नहीं। मौजूदा सत्र में विपक्ष लगातार महंगाई और जीएसटी के मुद्दे पर हंगामा कर रहा है। 18 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन महंगाई को लेकर राज्यसभा में हंगामा हुआ था। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 19 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। 20 जुलाई को लोकसभा पहले शाम 4 बजे तक, फिर पूरे दिन के लिए रोकी गई। इसके बाद जीएसटी को लेकर हंगामे के बाद राज्यसभा दोपहर से ही पूरे दिन के लिए स्थगित रही। इस सप्ताह संसद में हंगामा करने के कारण लोकसभा के चार और राज्यसभा के 20 सांसद सस्पेंड किए गए हैं।
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Political News : मिथुन चक्रवर्ती के बयान से बंगाल की सियासत में हलचल तेज

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calendar27 Nov 2025 07:23 AM
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Maharashtra : महाराष्ट्र के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की निगाहें अब पश्चिम बंगाल (West Bengal) की सत्ता पर जम गई है। अभी हाल में बंगाल के एक मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। बुधवार को भाजपा नेता और फिल्म अभिनेता रहे मिथुन चक्रवर्ती ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कोलकाता में एक बड़ा बयान देकर बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी है। पहले उन्होंने पूछा कि क्या आपको ब्रेकिंग न्यूज चाहिए? इसके बाद उन्होंने कहा कि आज के वक्त में तृणमूल कांग्रेस के करीब 38 विधायकों के हमारे साथ अच्छे रिश्ते हैं। इनमें से करीब 21 तो हमारे सीधे संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि यह तो अभी म्यूजिक लॉन्च है, फिल्म की धमाकेदार रिलीज तो अभी बाकी है। भाजपा विधायकों की बैठक के बाद मिथुन ने आरोप लगाया कि 2021 में हुए विधानसभा चुनाव को जबरदस्ती जीता गया था। टीएमसी पर चुनावों में धांधली और गुंडागर्दी के बल पर चुनाव जीतती आई है। उन्होंने सवाल किया कि अगर पश्चिम बंगाल की जनता टीएमसी और ममता बनर्जी को इतना ही पसंद करती है, तो मतदाताओं को डराया-धमकाया क्यों जाता है। उन्होंने कहा कि चुनाव में टीएमसी के कितने लोग चुनकर आए? आपको बड़ी सफलता मिली, लेकिन मेरा एक सवाल है कि इतने लोग अगर आपसे प्यार करते हैं और आप लोगों के प्यार के कारण चुनाव जीतकर आए हैं, तो फिर आप लोग डरते क्यों हैं? मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि प्यार का बम तो परमाणु बम से भी ज्यादा बड़ा है। आप लोगों को क्यों डराते हैं कि चुनावों में अगर पीएम मोदी या भाजपा को वोट दिया तो गला काट देंगे, हाथ काट देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में अगर बिना किसी के डर के और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं तो टीएमसी और ममता दीदी की सरकार चली जाएगी। इसके बाद क्या होगा? आपको भी पता है। बंगाल में भाजपा सत्ता में आ जाएगी।