Petrol Diesel Price Hike: पेट्रोल-डीजल की कीमत में आज फिर 80-80 पैसे प्रति लीटर बढ़े

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locationभारत
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calendar29 Nov 2025 03:38 PM
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Petrol Diesel Price Hike: देश में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमत में एक बार फिर इजाफा हुआ है. नौ दिन में आठ वी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ी है.

देश की प्रमुख तेल कंपनियों (Oil Companies) ने पेट्रोल और डीजल की नई कीमते जारी की है. 30 मार्च 2022 को पेट्रोल और डीजल की कीमत में 80-80 पैसे की और बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 101.1 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.27 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.

बता दू की, देश में 4 नवंबर 2021 से 21 मार्च 2022 तक तेल की कीमतो में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. इसके बाद 22 मार्च 2022 से तेल महंगा होना शुरू हुआ और यह महंगा होता गया.

22 मार्च 2022 से लेकर अब तक 9 दिनो में 8 बार पेट्रोल की कीमत बढ़ाए जा चुके है. कुल मिलाकर 9 दिनों में पेट्रोल की कीमत 5.60 रुपये हो गई है. (Petrol Diesel Price Hike)

पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में देश भर में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलगअलग राज्यो में अलग-अलग हैं. पेट्रोल तथा डीज़ल की कीमतें रिकॉर्ड 137 दिन तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च 2022 को बढ़ाई गई थी. तब से 8 वी बार कीमतो में वृद्धि की गई है. पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में अब तक कुल 5.60 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. इंडियन ऑयल (Indian Oil) के आंकड़ों के मुताबिक, 16 मार्च 2022 को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर थी. केंद्र के एक्साइज ड्यूटी (excise duties) का हिस्सा 27.90 रुपये और दिल्ली सरकार द्वारा वसूले जाने वाले VAT का हिस्सा 15.50 रुपये था यानी प्रति लीटर पेट्रोल पर दिल्ली में टैक्स, ड्यूटी का कुल मिलाकर हिस्सा 43.40 रु था यानी 45 .48% था. यानी कि 100 रु के पेट्रोल पर हम 45 रु टैक्स चुका रहे थे. रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के चलते कच्चा तेल बाजार ऊंची बढ़त पर चल रहा है. हालांकि, 114 डॉलर के ऊपर जा चुका ब्रेंट क्रूड (Brent Crud) मंगलवार को 106 डॉलर तक चला गया. देश में अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाजार (International Crude Oil Market) के दामों के मुताबिक हर रोज तेल के घरेलू दाम संशोधित होते हैं और नए दाम हर रोज सुबह 6 बजे लागू किये जाते है. (Petrol Diesel Price Hike) >> यह भी पढ़े:- नंद गोपाल गुप्‍ता नंदी को मंत्री बनाए जाने पर ग्रेटर नोएडा के समर्थकों ने मनाया जश्न
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Political News : बीजेपी में ब्राह्मणों के चेहरों पर चल रहा मंथन, स्वतंत्र देव सिंह के बाद कौन बनेगा UP का अध्यक्ष?

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:20 PM
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में शामिल होने के साथ ही सत्ताधारी दल अब राज्य के नए प्रमुख को लेकर मंथन कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, ‘एक व्यक्ति-एक पद’ के नियम के चलते पार्टी जल्द ही सिंह से अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए कहेगी और इस पद के नए नाम का ऐलान करेगी। सूत्रों ने साथ ही बताया कि बीजेपी इस बार किसी ब्राह्मण नेता (BJP Brahmin Face) को अध्यक्ष पद बैठाना चाह रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता बताते हैं, ‘प्रदेश अध्यक्ष पद पर चर्चा जारी है और ब्राह्मण नेता को इस पद पर नियुक्त करने को लेकर ही चर्चा चल रही है। यूपी बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए जिन नामों पर विचार किया जा रहा है, उनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य महासचिव गोपाल नारायण शुक्ला और राज्य के पूर्व बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा शामिल हैं। राज्य में ब्राह्मणों की संख्या कुल आबादी का करीब 10% है और यह समुदाय चुनावी रूप से काफी महत्वपूर्ण है। किसी ब्राह्मण नेता को ही प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि राज्य के हालिया विधानसभा चुनाव में तमाम नाराजगी की खबरों के बावजूद ब्राह्मण वोटर बीजेपी के पक्ष में ही एकजुट दिखे। योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में ब्राह्मण समुदाय की अनदेखी किए जाने पर कई नेताओं ने नाराजगी जताई थी. ऐसे में विधानसभा चुनाव के दौरान ब्राह्मणों की नाराजगी को दूर करने के लिए शीर्ष ब्राह्मण नेताओं का एक पैनल गठित भी किया गया था।
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A k Sharma: मोदी का भरोसा, केंद्र के अनुभव ने एके शर्मा को बनाया ताकतवर

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A k Sharma
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:24 AM
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A k Sharma : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर शाम अपने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। इसमें सबसे ताकतवर मंत्री पीएम मोदी के भरोसेमंद नौकरशाह रहे अरविंद कुमार शर्मा का नाम शामिल है। एके शर्मा को भले ही मंत्री के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा हो, लेकिन अब उन्हें भारी भरकम मंत्रालय दिया मिला है। जिससे आप उनके कद का अंदाजा लगा सकते हैं। एके शर्मा को नगर विकास के साथ ही ऊर्जा की जिम्मेदारी दी गई है, यह दोनों विभाग जनता से जुड़े हुए हैं। जिन पर अरविंद कुमार शर्मा को खरा उतरना होगा। उनकी कार्यकुशलता से प्रधानमंत्री बखूबी वाकिफ हैं, शायद यही वजह है कि उन्हें नगर विकास और ऊर्जा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब उनके कंधों पर यूपी में इन दोनों विभागों की योजनाओं को जमीन पर उतारने का दारोमदार है।

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योगी सरकार के पहले कार्यकाल में ही अरविंद शर्मा को मंत्रिमंडल में शामिल करने की ख़बरें जोरों पर थीं, उन्हें एमएलसी तो बनाया गया लेकिन योगी सरकार के पहले कार्यकाल में वह मंत्री पद नहीं हासिल कर सके। अब योगी सरकार में अरविंद शर्मा ताकतवर बनकर उभरे हैं। एके शर्मा से को नगर विकास की जिम्मेदारी सौंपी गई है वह काफी सोच समझ कर दी गई है क्योंकि वह केंद्र सरकार में नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। यही वजह है कि उन्हें अब उत्तर प्रदेश में भी इस विभाग की कमान सौंपी गई है, यूपी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को पूरा करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है, पूर्व नौकरशाह से राजनेता बने अरविंद कुमार शर्मा के कंधों पर प्रधानमंत्री मोदी ने यह जिम्मेदारी सौंपी है की वह स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को पूरा करने के साथ ही नगरी क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने, नगर विकास से जुड़ी केंद्रीय योजनाओं को धरातल पर उतारने के साथ बिजली व्यवस्था में जो सुधार और घाटे से उबारने की चुनौती है उसे वह ढर्रे पर ला सकें।

अरविंद कुमार शर्मा को भले ही मंत्री पद के लिए इंतजार करना पड़ा हो, लेकिन अब वह किसी डिप्टी सीएम से कम नहीं है। उनके विभाग को देखकर इसका प्रमाण भी लगाया जा सकता है कि कैसे उन्हें नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नागरिक रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के साथ ही ऊर्जा व अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत जैसे बड़े भारी भरकम विभाग सौपे गए हैं। एके शर्मा के पास कार्य करने का एक लंबा अनुभव रहा है वह गुजरात कैडर के आईएएस अफसर थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सालों काम कर चुके हैं। मोदी जब गुजरात के सीएम से प्रधानमंत्री बने तो एके शर्मा को लेकर दिल्ली आए।

शर्मा ने पीएम मोदी के साथ पीएमओ में काम किया और मोदी के कहने पर बीआरएस लेकर यूपी भाजपा में काम करने के लिए चले आए। एके शर्मा को पहले संगठन में जिम्मेदारी दी गई। उसके बाद एमएलसी बनाया गया अब योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वह ताकतवर मंत्री बन गए हैं। एके शर्मा में बारे में हर कोई जनता है वह सीधे पीएमओ को रिपोर्ट देते हैं।

एके शर्मा को जानिए? अरविंद कुमार शर्मा उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के काझा गांव के रहने वाले हैं, वह गुजरात कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं। जब नरेंद्र मोदी 2001 से 2013 तक गुजरात के सीएम रहे, तब एके शर्मा उनके कार्यकाल में कार्य करते रहे। इसके बाद 2014 में जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तो वह एके शर्मा को लेकर पीएमओ आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बन गए। यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले एके शर्मा को लखनऊ भेजा दिया अब वह योगी सरकार में कार्य करेंगे।

सीधे प्रधानमंत्री को सौंपते हैं रिपोर्ट उत्तर प्रदेश आने के बाद एके शर्मा ने जिम्मेदारी संभाली। सबसे पहले उन्हें कोरोना महामारी के दौरान पीएम मोदी ने पूर्वांचल की कमान सौंपी। उन्होंने पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से लेकर अपने जिले मऊ, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर समेत कई जिलों में कोरोना प्रबंधन कोरोना वायरस के लिए कार्य किया। वह जो भी कार्य करते थे सीधे पीएमओ और प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते थे।