Tuesday, 5 November 2024

बड़ा अंतर है एग्जिट पोल तथा ओपिनियन पोल में

Exit Poll : आज एक जून 2024 है। आज ही के दिन लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी दौर का मतदान…

बड़ा अंतर है एग्जिट पोल तथा ओपिनियन पोल में

Exit Poll : आज एक जून 2024 है। आज ही के दिन लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी दौर का मतदान हो रहा है। शाम को 6 बजे मतदान खत्म होते ही एग्जिट पोल आना शुरू हो जाएंगे। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि एग्जिट पोल (Exit Poll) क्या होता है? साथ ही यह भी जान लेना चाहिए कि एग्जिट पोल (Exit Poll)  तथा ओपिनियन पोल में क्या अंतर होता है ?

होता क्या है एग्जिट पोल?

पहले जान लेते हैं कि आखिर यह एक्जिट पोल (Exit Poll) क्या होता है? एग्जिट पोल की इतनी चर्चा क्यों हो रही है? दरअसल एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे है जो मतदान के दिन किया जाता है। एग्जिट पोल में वोटिंग करके मतदान केन्द्र से बाहर आने वाले मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी या प्रत्याशी को वोट दिया है। इस तरह से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करके यह अनुमान लगाया जाता है कि चुनावी नतीजे क्या होंगे। भारत में चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल के परिणामों को मतदान के दिन प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा रखा है। हालांकि यह बैन सभी फेज की वोटिंग पूरी होने के बाद प्रसारित किए जा सकते हैं।

किसे कहा जाता है ओपिनियन पोल?

ओपिनियन पोल (Opinion Poll) चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले किए जाते हैं। इसमें वोटिंग से पहले लोगों के मूड को परखा जाता है। एग्जिट पोल में चुनाव के दौरान वोट करने आए मतदाताओं से उनकी राय ली जाती है और चुनाव संपन्न होने के बाद इसे जारी किया जाता है। हालांकि ओपिनियन पोल चुनाव की घोषणा से पहले किया जाता है, जिसमें आम लोगों की राय से देश का मूड समझा जाता है। ओपिनियन पोल एक प्री पोल सर्वे होता है। चुनाव ऐलान से पहले इसे दिखाया जा सकता है। चुनाव घोषित होने और आदर्श आचार संहिता लागू होते ही ओपिनियन पोल पर बैन लग जाता है।

क्या अंतर है एग्जिट पोल  तथा ओपिनियन पोल में?

एग्जिट पोल (Exit Poll) मतदान के दिन किए जाते हैं। मतदान करके बाहर निकले मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी या प्रत्याशी को वोट दिया है। इन्ही आंकड़ों का एनालिसिस करके यह अनुमान लगाया जाता है कि चुनाव नतीजे क्या होंगे। ओपिनियन पोल (Opinion Poll) चुनाव से पहले किए जाते हैं। इनमें सभी लोगों को शामिल किया जा सकता है, भले ही वो वोटर हों या नहीं। इनमें आमतौर पर यह पूछा जाता है कि लोग किस पार्टी या प्रत्याशी को वोट देने की योजना बना रहे हैं। एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल दोनों ही बेहद अहम हैं, लेकिन इनकी कुछ लिमिट भी है। एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते, क्योंकि मतदाता वोटिंग के बाद बताते समय अपनी राय बदल सकते हैं। ओपिनियन पोल भी हमेशा सटीक नहीं होते हैं, क्योंकि मतदाता चुनाव से पहले अपनी राय बदल सकते हैं।

क्या होता है एग्जिट पोल? जान लेना बहुत जरूरी है

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