स्मृति ईरानी के कमबैक से पहले की पूरी कहानी

बस आने ही वाला है कहानी घर-घर की का दूसरा सीजन
एकता कपूर के सीरियल कहानी घर-घर की के कारण स्मृति ईरानी प्रसिद्ध हुई थी। वह प्रसिद्धी उन्हें भारत सरकार के मंत्री जैसे बड़े पद तक ले जा चुकी है। राजनीति से ठकुरा दिए जाने के बाद स्मृति ईरानी ने एक बार फिर टीवी के पर्दे की तरफ रूख कर लिया है। उनका प्रसिद्ध टीवी सीरियल कहानी घर-घर की 29 जुलाई 2025 से स्टार प्लस टीवी चैनल पर दिखाया जाएगा। सीरियल में टेलीकॉस्ट का समय 29 जुलाई से रात 10.30 रखा गया है। बड़ी बात यह है कि यह सीरियल जियो हॉट स्टार के OTT प्लेटफार्म पर भी दिखाया जाएगा। स्मृति ईरानी का टीवी की दुनिया में कमबैक कैसा होगा? यह सवाल तो भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है। इतना तय है कि स्मृति ईरानी का पूरा जीवन किसी फिल्म अथवा टीवी सीरियल की तरह से ही बहुत रोचक रहा है।बेहद गरीबी में पली बढ़ी हैं स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने अपने जीवन में बड़ी गरीबी देखी है। हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने अपनी गरीबी की पूरी कहानी बताई है। इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने बताया कि वें दिल्ली में स्थित आरके पुरम के फ्लैट नम्बर-1246 में रहती थी। इस घर में अभी उनके जानने वाले रहते हैं। फ्लैट में उनकी मां, तीन बेटियां, नाना-नानी, दो मासियां और एक मामा रहा करते थे। एक कमरे का घर था, सब उसी में रहते थे। यहां से चलते-चलते हर दिन सेक्टर 12, आरके पुरम जाती थी। वहां पर स्वंयसेवकों का बनाया एक छोटा सा स्कूल था, टेंट वाला वहां पढ़ती थी। सामने एक पक्की दीवार वाला कॉन्वेंट स्कूल होता था, मेरी बड़ी इच्छा होती थी कि वहां पढ़ूं। लेकिन मां ने कहा था कि पैसे नहीं हैं वहां नहीं पढ़ सकती। स्मृति ने आगे बताया कि मां दिल्ली के ताज मानसिंह होटल में हाउस कीपर का काम करती थीं। ताज में एक टाटा ग्रुप में सुविधा दी थी कि जो लोग उनके यहां काम करते हैं, उनके बच्चें अगर 60 प्रतिशत लाते हैं, यानी फर्स्ट डिविजन तो उनकी स्कूली फीस दी जाती थी। तो मैंने मेरी मां से कहा था कि अगर मैं फर्स्ट डिविजन लाऊं तो आपको नहीं मिलेगी मेरी फीस। तो उन्होंने कहा कि वहां आपको एडमिशन मिलेगा कैसे? तो मैं हर दिन जाकर स्कूल के बाहर खड़ी हो जाती थी। तो वहां की नन्स परेशान हो गई थीं और मुझसे कहा कि क्या है तुम हर दिन यहां आकर खड़ी हो जाती हो। मैंने कहा कि मुझे स्कूल में दाखिला कैसे मिलेगा? तो उन्होंने कहा कि एग्जाम देना पड़ेगा। तो मैंने दिया, पास हुई और एडमिशन लिया।अपने नाना जी का गहरा प्रभाव है स्मृति ईरानी के जीवन पर
स्मृति ने बताया कि वह आरके पुरम के उस घर में वो 6-7 साल रहीं। स्मृति बोलीं- मैं यहां से तब गई जब 13-14 साल की थी। मेरे नानाजी का देहांत हो गया था, तब मैं यहां से शिफ्ट हो गई थी। मुझे इस घर को देखकर मेरे नाना याद आते हैं। यहां से हर दिन चलकर वो सेक्टर-6 शाखा में जाते थे। स्मृति ने बताया कि उनके जीवन में नाना का बहुत इंफ्लुएंस रहा है। जहां नाना शाखा के लिए जाया करते थे आज वहां विश्व हिंदू परिषद का हेड क्वार्टर है। उन्होंने बताया कि उनके घर में कहा जाता था कि आपको सामाजिक सेवा करनी है तो संघ में कीजिए, राजनीति में जाने की क्या जरूरत है। मेरी शुरू से सोच थी कि पॉलिसी निर्धारित करने में भूमिका निभानी है। इसलिए मैंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन की थी। स्मृति ईरानी ने इंटरव्यू में बताया कि 40 साल पहले उनके पड़ोसी के पास टेलीविजन होता था। हमारे घर में टीवी होने की कल्पना तक नहीं थी। उन्हीं दिनों पड़ोसी की खिड़की में से टीवी देखा करती थी। उन्होंने आगे कहा कि आप सोचिए, एक वक्त होता था कि गली में एक के घर टीवी हो, तो सब देखते थे। स्मृति ने कहा कि आप पूछते हैं टेलीविजन क्यों, टीवी कितने लोगों के जीवन में क्या-क्या कर देता है। एक सीरियल आता था उड़ान, कविता चौधरी में उसमें पुलिस अफसर बनती थीं। मुझे भी रुचि थी कि मैं IPS ऑफिसर बनूंगी। लेकिन मेरे पिताजी ने कहा कि तुम्हारी फितरत नहीं है ऑर्डर लेने की। मैंने कहा ठीक है लेने की नहीं है देने वाले बन जाते हैं तो राजनीति में चली गई।राहुल गांधी को आज भी हरा सकती हूं
एक दूसरे इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने दावा किया कि वे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को आज भी हरा सकती हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर राहुल गांधी 2024 में भी उनके खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार होते तो वह निश्चित रूप से राहुल गांधी को हरा देती। उन्होंने कहा कि कोई समझदार उस सीट से नहीं लडऩा चाहता है जहां से हार निश्चित हो। इसीलिए राहुल अमेठी से चुनाव नहीं लड़े। राहुल गांधी पर अब आक्रामक पर क्यों नहीं रहती हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने 2024 में मेरे खिलाफ लड़ने से इनकार कर दिया था। यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करना अब उनकी जिम्मेदारी नहीं है। इस कारण वें राहुल गांधी पर कोई बात नहीं करती हैं।अगली खबर पढ़ें
बस आने ही वाला है कहानी घर-घर की का दूसरा सीजन
एकता कपूर के सीरियल कहानी घर-घर की के कारण स्मृति ईरानी प्रसिद्ध हुई थी। वह प्रसिद्धी उन्हें भारत सरकार के मंत्री जैसे बड़े पद तक ले जा चुकी है। राजनीति से ठकुरा दिए जाने के बाद स्मृति ईरानी ने एक बार फिर टीवी के पर्दे की तरफ रूख कर लिया है। उनका प्रसिद्ध टीवी सीरियल कहानी घर-घर की 29 जुलाई 2025 से स्टार प्लस टीवी चैनल पर दिखाया जाएगा। सीरियल में टेलीकॉस्ट का समय 29 जुलाई से रात 10.30 रखा गया है। बड़ी बात यह है कि यह सीरियल जियो हॉट स्टार के OTT प्लेटफार्म पर भी दिखाया जाएगा। स्मृति ईरानी का टीवी की दुनिया में कमबैक कैसा होगा? यह सवाल तो भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है। इतना तय है कि स्मृति ईरानी का पूरा जीवन किसी फिल्म अथवा टीवी सीरियल की तरह से ही बहुत रोचक रहा है।बेहद गरीबी में पली बढ़ी हैं स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने अपने जीवन में बड़ी गरीबी देखी है। हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने अपनी गरीबी की पूरी कहानी बताई है। इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने बताया कि वें दिल्ली में स्थित आरके पुरम के फ्लैट नम्बर-1246 में रहती थी। इस घर में अभी उनके जानने वाले रहते हैं। फ्लैट में उनकी मां, तीन बेटियां, नाना-नानी, दो मासियां और एक मामा रहा करते थे। एक कमरे का घर था, सब उसी में रहते थे। यहां से चलते-चलते हर दिन सेक्टर 12, आरके पुरम जाती थी। वहां पर स्वंयसेवकों का बनाया एक छोटा सा स्कूल था, टेंट वाला वहां पढ़ती थी। सामने एक पक्की दीवार वाला कॉन्वेंट स्कूल होता था, मेरी बड़ी इच्छा होती थी कि वहां पढ़ूं। लेकिन मां ने कहा था कि पैसे नहीं हैं वहां नहीं पढ़ सकती। स्मृति ने आगे बताया कि मां दिल्ली के ताज मानसिंह होटल में हाउस कीपर का काम करती थीं। ताज में एक टाटा ग्रुप में सुविधा दी थी कि जो लोग उनके यहां काम करते हैं, उनके बच्चें अगर 60 प्रतिशत लाते हैं, यानी फर्स्ट डिविजन तो उनकी स्कूली फीस दी जाती थी। तो मैंने मेरी मां से कहा था कि अगर मैं फर्स्ट डिविजन लाऊं तो आपको नहीं मिलेगी मेरी फीस। तो उन्होंने कहा कि वहां आपको एडमिशन मिलेगा कैसे? तो मैं हर दिन जाकर स्कूल के बाहर खड़ी हो जाती थी। तो वहां की नन्स परेशान हो गई थीं और मुझसे कहा कि क्या है तुम हर दिन यहां आकर खड़ी हो जाती हो। मैंने कहा कि मुझे स्कूल में दाखिला कैसे मिलेगा? तो उन्होंने कहा कि एग्जाम देना पड़ेगा। तो मैंने दिया, पास हुई और एडमिशन लिया।अपने नाना जी का गहरा प्रभाव है स्मृति ईरानी के जीवन पर
स्मृति ने बताया कि वह आरके पुरम के उस घर में वो 6-7 साल रहीं। स्मृति बोलीं- मैं यहां से तब गई जब 13-14 साल की थी। मेरे नानाजी का देहांत हो गया था, तब मैं यहां से शिफ्ट हो गई थी। मुझे इस घर को देखकर मेरे नाना याद आते हैं। यहां से हर दिन चलकर वो सेक्टर-6 शाखा में जाते थे। स्मृति ने बताया कि उनके जीवन में नाना का बहुत इंफ्लुएंस रहा है। जहां नाना शाखा के लिए जाया करते थे आज वहां विश्व हिंदू परिषद का हेड क्वार्टर है। उन्होंने बताया कि उनके घर में कहा जाता था कि आपको सामाजिक सेवा करनी है तो संघ में कीजिए, राजनीति में जाने की क्या जरूरत है। मेरी शुरू से सोच थी कि पॉलिसी निर्धारित करने में भूमिका निभानी है। इसलिए मैंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन की थी। स्मृति ईरानी ने इंटरव्यू में बताया कि 40 साल पहले उनके पड़ोसी के पास टेलीविजन होता था। हमारे घर में टीवी होने की कल्पना तक नहीं थी। उन्हीं दिनों पड़ोसी की खिड़की में से टीवी देखा करती थी। उन्होंने आगे कहा कि आप सोचिए, एक वक्त होता था कि गली में एक के घर टीवी हो, तो सब देखते थे। स्मृति ने कहा कि आप पूछते हैं टेलीविजन क्यों, टीवी कितने लोगों के जीवन में क्या-क्या कर देता है। एक सीरियल आता था उड़ान, कविता चौधरी में उसमें पुलिस अफसर बनती थीं। मुझे भी रुचि थी कि मैं IPS ऑफिसर बनूंगी। लेकिन मेरे पिताजी ने कहा कि तुम्हारी फितरत नहीं है ऑर्डर लेने की। मैंने कहा ठीक है लेने की नहीं है देने वाले बन जाते हैं तो राजनीति में चली गई।राहुल गांधी को आज भी हरा सकती हूं
एक दूसरे इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने दावा किया कि वे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को आज भी हरा सकती हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर राहुल गांधी 2024 में भी उनके खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार होते तो वह निश्चित रूप से राहुल गांधी को हरा देती। उन्होंने कहा कि कोई समझदार उस सीट से नहीं लडऩा चाहता है जहां से हार निश्चित हो। इसीलिए राहुल अमेठी से चुनाव नहीं लड़े। राहुल गांधी पर अब आक्रामक पर क्यों नहीं रहती हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने 2024 में मेरे खिलाफ लड़ने से इनकार कर दिया था। यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करना अब उनकी जिम्मेदारी नहीं है। इस कारण वें राहुल गांधी पर कोई बात नहीं करती हैं।संबंधित खबरें
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