नीतीश-सम्राट को मिली विधायक दल की कमान, डिप्टी सीएम पर मंथन तेज

आज मुख्यमंत्री आवास में हुई जदयू विधायक दल की बैठक में सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया है। जदयू के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने बताया कि बिहार की जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर उत्साहित है।

Samrat Chaudhary with Nitish Kumar Bihar
नीतीश कुमार के साथ सम्राट चौधरी (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar01 Dec 2025 09:34 PM
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बता दें कि मंत्री पदों पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि इसका निर्णय नीतीश कुमार ही लेंगे। वहीं जदयू विधायक मनोरमा देवी ने कहा कि आज का दिन बिहार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और नीतीश कुमार सभी के कल्याण के लिए काम करेंगे।

भाजपा ने सम्राट चौधरी को चुना विधायक दल का नेता

बता दें कि इधर भाजपा की बैठक पार्टी कार्यालय में चली, जिसमें विधायकों ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुन लिया है। इसका मतलब यह माना जा रहा है कि वह डिप्टी सीएम बनेंगे। वहीं विजय सिन्हा को उपनेता बनाया गया है, जो दूसरे डिप्टी सीएम पद के दावेदार हैं। हालांकि भाजपा अभी भी दोनों डिप्टी सीएम पद अपने पास रखना चाहती है।

एलजेपी (RV) का दावा – एक डिप्टी सीएम + तीन मंत्री पद

बता दें कि चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जिसने इस चुनाव में 19 सीटें जीती हैं, एक डिप्टी सीएम पद के साथ तीन मंत्री पद की मांग कर रही है। इस पर एनडीए सहयोगियों के बीच बातचीत जारी है। जो कि 3:30 बजे एनडीए की अहम बैठक है जिसमें विधानसभा के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बड़ी बैठक होगी। इसमें शामिल रहेंगे नीतीश कुमार, चिराग पासवान, संतोष सुमन, उपेंद्र कुशवाहा,सम्राट चौधरी,विजय सिन्हा, जदयू, भाजपा, लोजपा (RV), हम और लोजपा के सभी नवनिर्वाचित विधायक। जिसमें बताया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह भी पटना पहुंचने वाले हैं और भाजपा की रणनीतिक बैठक में शामिल होंगे।

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बिहार में स्पीकर पद पर विवाद

बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, जेडीयू स्पीकर पद छोड़ने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए उसने भाजपा के सामने एक बड़ी शर्त रखी है।

Controversy over the post of Speaker in Bihar
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar02 Dec 2025 03:20 AM
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बता दें कि जेडीयू चाहती है कि अगर भाजपा स्पीकर पद संभाले, तो राज्य में केवल एक ही डिप्टी सीएम बने। पार्टी दो डिप्टी सीएम की व्यवस्था नहीं चाहती। नई सरकार का शपथ ग्रहण 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने वाला है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा आज (18 नवंबर) गांधी मैदान पहुंचे और शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा लिया।

कल भाजपा विधायक दल की बैठक

बता दे कि बुधवार (19 नवंबर) को बिहार में बीजेपी विधायक दल की बैठक होने वाली है। इस बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को इस बैठक के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। बैठक पटना स्थित भाजपा कार्यालय में सुबह 10 बजे शुरू होगी। इसी दिन एनडीए के विधायक दल की बैठक भी हो सकती है, जिसमें विधायक दल के नेता का चुनाव होगा। चुने गए नेता राज्यपाल को विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र सौंपकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। एनडीए में जेडीयू और भाजपा के अलावा चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भी शामिल हैं।

नीतीश कुमार सीएम पद के लिए फाइनल

बता दें कि सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा और जेडीयू में सहमति हो चुकी है। नीतीश कुमार का नाम सीएम पद के लिए फाइनल माना जा रहा है। हालांकि, सरकार में अन्य मंत्रालयों को लेकर अभी भी चर्चा जारी है। उल्लेखनीय है कि उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी ने पहले ही नीतीश कुमार के नाम पर सहमति दे दी है।

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जाने डीएनए का कार्य और उसकी भूमिका मानव शरीर में

जीवविज्ञान के क्षेत्र में एक अद्भुत खोज ने मानव जीवन के रहस्यों को खोलकर दुनिया को चौंका दिया है। यह खोज है—डीएनए (DNA) का अद्भुत संसार, जो हमारे जीवन की जटिलता और अनोखापन का रहस्य समेटे हुए है।

Deoxyribonucleic Acid (DNA)
डीएनए (DNA) “हम” (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar18 Nov 2025 05:39 PM
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बता दें कि हमारे शरीर में एक अद्भुत अणु है जो हमें “हम” बनाता है और हमारे विकास तथा जीवन के हर पहलू को नियंत्रित करता है। इसे हम डीएनए (DNA) कहते हैं। डीएनए यानी डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड हर जीव का आनुवंशिक कोड रखता है और कोशिकाओं को काम करने के लिए आवश्यक निर्देश प्रदान करता है। यह हमारे शरीर की जटिल कार्यप्रणाली और जीवन की विविधता को संभव बनाता है।

जाने डीएनए का स्वरूप और संरचना

बता दें कि 1940 के दशक में जीवविज्ञानियों को डीएनए को आनुवंशिक पदार्थ के रूप में स्वीकार करने में कठिनाई हुई क्योंकि इसकी रासायनिक संरचना सरल प्रतीत होती थी। डीएनए को एक लंबा बहुलक माना जाता था जो केवल चार प्रकार की उपइकाइयों से बना होता था, जो रासायनिक रूप से एक-दूसरे से मिलते-जुलते थे। 1950 के दशक के आरंभ में, डीएनए का पहली बार एक्स-रे विवर्तन विश्लेषण द्वारा परीक्षण किया गया था, जो किसी अणु की त्रि-आयामी परमाणु संरचना निर्धारित करने की एक तकनीक है (जिसकी चर्चा अध्याय 8 में की गई है)। प्रारंभिक एक्स-रे विवर्तन परिणामों से संकेत मिलता है कि डीएनए एक कुंडलित आकृति में लिपटे बहुलक के दो तंतुओं से बना होता है। डीएनए के द्वि-तंतुओं वाले होने का अवलोकन अत्यंत महत्वपूर्ण था और इसने डीएनए की वाटसन-क्रिक संरचना के लिए एक प्रमुख सुराग प्रदान किया। इस मॉडल के प्रस्तावित होने के बाद ही प्रतिकृति और सूचना कूटलेखन के लिए डीएनए की क्षमता स्पष्ट हुई। इस खंड में हम डीएनए अणु की संरचना का परीक्षण करेंगे और सामान्य शब्दों में समझाएँगे कि यह आनुवंशिक जानकारी कैसे संग्रहीत कर पाता है।

डीएनए (DNA)में जीव की जेनेटिक जानकारी मौजूद

बता दें कि डीएनए (DNA) यानी डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड एक ऐसा अणु है, जिसमें हर जीव की जेनेटिक जानकारी मौजूद होती है। डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल (संक्षिप्त रूप में डीएनए) वह अणु है जो किसी जीव के विकास और कार्यप्रणाली के लिए आनुवंशिक जानकारी का वहन करता है। डीएनए दो जुड़े हुए धागों से बना होता है जो एक दूसरे के चारों ओर घेर कर बनता है। प्रत्येक धागों में एक आधार होता है जो बारी-बारी से शर्करा (डीऑक्सीराइबोज़) और फॉस्फेट समूहों से बना होता है। प्रत्येक शर्करा से चार क्षारों में से एक जुड़ा होता है: एडेनिन (A), साइटोसिन (C), ग्वानिन (G) या थाइमिन (T)। ये दोनों धागें क्षारों के बीच रासायनिक बंधों द्वारा जुड़ी होती हैं, एडेनिन थाइमिन से और साइटोसिन ग्वानिन से बंधता है। डीएनए के आधार पर क्षारों का क्रम जैविक जानकारी को कूटबद्ध करता है, जैसे कि प्रोटीन या आरएनए अणु बनाने के निर्देश है।

डीएनए का हमारे भीतर छिपा अद्भुत रहस्य

बता दें कि क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे शरीर में ऐसा कौन सा अणु है जो हमें “हम” बनाता है? यह अणु है डीएनए (DNA) जो हमारे चारों ओर की दुनिया को समझने का मौका मिलता है। रोचक बात यह है कि हर इंसान अलग होते हुए भी, हमारे DNA में 99.9% समानता होती है। यही साझा कोड हमारे विकास की नींव है और पूरी दुनिया में हमें जोड़ता है। बाकी 0.1% में मौजूद अंतर ही हमें अलग बनाता है—हमारी विशेषताएँ, स्वास्थ्य, क्षमताएँ और व्यवहार इसी छोटे से हिस्से में छिपे होते हैं।सोचने वाली बात यह है कि एक छोटा सा अणु हमारी सारी विशेषताओं और जीवन के रहस्यों को कैसे नियंत्रित कर सकता है। यह सवाल हमें DNA के अध्ययन की ओर खींचता है और इसे समझने की प्रक्रिया को बेहद रोमांचक बनाता है।

एक डीएनए अणु न्यूक्लियोटाइड की दो पूरक श्रृंखलाओं से मिलकर बनाता है

बता दें कि एक डीएनए अणु में दो लंबी पॉलीन्यूक्लियोटाइड श्रृंखलाएं होती हैं जो चार प्रकार के न्यूक्लियोटाइड सबयूनिट से बनी होती हैं। इनमें से प्रत्येक श्रृंखला को डीएनए श्रृंखला या डीएनए स्ट्रैंड के रूप में जाना जाता है। न्यूक्लियोटाइड के आधार भागों के बीच हाइड्रोजन बॉन्ड दो श्रृंखलाओं को एक साथ रखते हैं। न्यूक्लियोटाइड पांच कार्बन वाली शर्करा से बने होते हैं , जिनसे एक या अधिक फॉस्फेट समूह और नाइट्रोजन युक्त आधार जुड़े होते हैं। डीएनए में न्यूक्लियोटाइड के मामले में, शर्करा डीऑक्सीराइबोज होती है जो एक एकल फॉस्फेट समूह से जुड़ी होती है (इसलिए इसका नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड है) और आधार एडेनिन (ए), साइटोसिन (सी), गुआनिन (जी), या थाइमिन (टी) हो सकता है । न्यूक्लियोटाइड्स सहसंयोजक रूप से शर्करा और फॉस्फेट के माध्यम से एक श्रृंखला में एक साथ जुड़े होते हैं, जो इस प्रकार बारी-बारी से शर्करा-फॉस्फेट-शर्करा-फॉस्फेट का एक "रीढ़" बनाते हैं ( चित्र 4-3 देखें )। क्योंकि चार प्रकार की उपइकाइयों में से प्रत्येक में केवल आधार भिन्न होता है, डीएनए में प्रत्येक पॉलीन्यूक्लियोटाइड श्रृंखला चार प्रकार के मोतियों (चार आधार A, C, G, और T) से पिरोए गए एक हार (रीढ़) के समान होती है। इन्हीं प्रतीकों (A, C, G, और T) का उपयोग आमतौर पर चार अलग-अलग न्यूक्लियोटाइड्स को दर्शाने के लिए भी किया जाता है - अर्थात, उनके साथ जुड़े शर्करा और फॉस्फेट समूहों के साथ आधार।