उत्तर प्रदेश में अमेरिकी निवेश, रोजगार के नए अवसरों की उम्मीद

अमेरिकी कंपनी की भारतीय शाखा एल्यूमीनियम कैन निर्माण के लिए गंगा एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के इस निवेश से न केवल स्थानीय उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि कई नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

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योगी से अमेरिकन डेलिगेट्स मुलाकात करते हुए
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar10 Dec 2025 07:00 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के मेरठ में जल्द ही रोजगार और उद्योग के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है। अमेरिकी कंपनी की भारतीय शाखा एल्यूमीनियम कैन निर्माण के लिए गंगा एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के इस निवेश से न केवल स्थानीय उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि कई नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

कंपनी ने प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई 

कंपनी ने लगभग 16 हेक्टेयर जमीन पर अपना प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए उच्च स्तरीय टीम ने मेरठ का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठकों में बिजली, गैस और पर्यावरणीय अनुमतियों जैसी जरूरी सुविधाओं को मिलने वाले समय पर जानकारी ली।

कंपनी ने मेरठ का लोकेशन चुना

मेरठ की यह लोकेशन कंपनी के लिए काफी रणनीतिक है क्योंकि यह दिल्ली-एनसीआर के करीब है और गंगा एक्सप्रेसवे के माध्यम से लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी में सुविधा देती है। कंपनी दुनिया भर में टिकाऊ और रिसाइकल करने योग्य कैन बनाने में अग्रणी है, जिसका इस्तेमाल बीयर, सॉफ्ट ड्रिंक और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के लिए होता है। जिला प्रशासन और यूपीडा के अधिकारियों का मानना है कि कंपनी को मेरठ की जमीन और लोकेशन पसंद आ रही है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही लखनऊ में फाइनल मीटिंग होगी और उसके बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। इस निवेश से न केवल उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार और आर्थिक गतिविधियाँ भी मजबूत होंगी।


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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दी ‘‘दीपावली” की खास बधाई, बात बड़ी है

दरअसल भारत के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली को लेकर पूरी दुनिया के सामने गर्व करने वाली बात हो गई है। इसी बड़ी बात के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली को लेकर खास बधाई दी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
locationभारत
userआरपी रघुवंशी
calendar10 Dec 2025 06:14 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिसंबर के महीने में ‘‘दीपावली” की खास बधाई दी है। दीपावली का पर्व तो 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जा चुका है। फिर अचानक दिसंबर के महीने में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अचानक दीपावली की खास बधाई क्यों दी है? इस सवाल का जवाब बहुत ही महत्वपूर्ण है। दरअसल भारत के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली को लेकर पूरी दुनिया के सामने गर्व करने वाली बात हो गई है। इसी बड़ी बात के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली को लेकर खास बधाई दी है।

दुनिया के बड़े संगठन युनेस्को ने दिया है दीपावली को बड़ा सम्मान

आपको बता दें कि दुनिया में युनेस्को (UNESCO)  नामक एक प्रसिद्ध संस्था है। UNESCO ने भारत के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल करने की घोषणा की है। दीपावली भारत की संस्कृति से जुड़ा हुआ सबसे बड़ा पर्व है।  UNESCO की इस सूची में दीपावली के शामिल होने से यह त्योहार विश्व स्तर पर और अधिक लोकप्रिय होगा। UNESCO  की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में संरक्षण से दीपावली के त्योहार को विश्वभर में पहचान और संरक्षण मिलेगा।  इस नए इनस्क्रिप्शन के साथ, दीपावली विश्व सांस्कृतिक मोर्चे पर अपनी विशेष पहचान बनाएगा और विभिन्न देशों के लोग इस त्योहार के आनंद और संदेश को समझ सकेंगे।

इस बड़ी उपलब्धि पर दी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बधाई

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में सम्मिलित किए जाने को गर्व का पल बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय उस उत्सव की वैश्विक पहचान है, जो अंधकार पर प्रकाश की विजय और नए आरंभ के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह उपलब्धि भारत की सांस्कृतिक शक्ति व परंपरा की महत्ता को विश्वपटल पर और अधिक मजबूती प्रदान करती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' के माध्यम से विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण से इस उपलब्धि के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उत्तर प्रदेश के लिए इसलिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अयोध्या प्रभु श्रीराम की पावन भूमि है। यहीं पर दीपावली की पहली ऐतिहासिक उत्सव परंपरा की शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहाकि अयोध्या केवल सांस्कृतिक आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि भारतीय परंपराओं की आत्मा है। ऐसे में इस पर्व की वैश्विक मान्यता अयोध्या के आध्यात्मिक महत्व को और भी प्रखर बनाती है।

भारत की बढ़ती हुई प्रतिष्ठा का प्रतीक है दीपावली को मिला सम्मान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान भारत की बढ़ती सांस्कृतिक प्रतिष्ठा का प्रतिबिंब है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने विश्व स्तर पर अपनी सांस्कृतिक उपस्थिति को व्यापक रूप से स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि भारत की परंपराओं और उत्सवों को विश्व समुदाय द्वारा अपनाया जाना सकारात्मक संकेत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आशा व्यक्त की कि अयोध्या का शाश्वत प्रकाश मानवता को सत्य और सद्भाव के मार्ग पर आगे बढऩे की प्रेरणा देता रहेगा। उनके अनुसार यह पर्व केवल उत्सव नहीं बल्कि जीवन दर्शन है, जो समाज को एकता और संस्कारों की दिशा में अग्रसर करता है। UP News

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उत्तर प्रदेश में आईटी, स्टार्टअप और डाटा सेंटर में भारी निवेश, डिजिटल क्षेत्र में लगाई छलांग

राज्य आज देश के सबसे तेजी से उभरते डिजिटल हब के रूप में स्थापित हो रहा है। राज्य में अब तक 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का आईटी और डाटा सेंटर निवेश प्राप्त हुआ है, जिसने बड़ी संख्या में नए रोजगार अवसरों का मार्ग खोला है।

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यूपी का आईटी सेक्टर और योगी आदित्यनाथ
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar10 Dec 2025 06:21 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश ने डिजिटल तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय छलांग लगाई है। वैश्विक आईटी दिग्गज इंफोसिस, एडोब, आईबीएम और टेली पर्फार्मेंस द्वारा किए जा रहे निवेशों की बदौलत राज्य आज देश के सबसे तेजी से उभरते डिजिटल हब के रूप में स्थापित हो रहा है। राज्य में अब तक 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का आईटी और डाटा सेंटर निवेश प्राप्त हुआ है, जिसने बड़ी संख्या में नए रोजगार अवसरों का मार्ग खोला है।

स्टार्टअप वृद्धि को मिला बड़ा प्रोत्साहन

प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए वित्तीय सहायता में लगातार वृद्धि की गई है। वर्ष 2021-22 में जहां 274 लाख रुपये की सहायता स्वीकृत हुई थी, वहीं 2022-23 में यह बढ़कर 866 लाख रुपये पर पहुंच गई। 2023-24 में यह बढ़कर 1,326 लाख रुपये हो गई, और 2025 में स्टार्टअप समर्थन राशि बढ़कर 2,600 लाख रुपये हो चुकी है। यह बढ़ोतरी दिखाती है कि राज्य सरकार स्टार्टअप्स को न केवल बढ़ावा दे रही है, बल्कि उन्हें मजबूत कारोबारी माहौल भी प्रदान कर रही है।

आईटी और आईटीईएस क्षेत्रों में तेजी से निवेश

आईटी और आईटीईएस नीति के तहत राज्य ने निवेश आकर्षित करने में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है। 2025 की शुरुआत में मिले 2 एलओसी के जरिये 28.34 करोड़ रुपये का निवेश और 1,600 नए रोजगार निर्मित हुए। सितंबर 2025 के बाद, तीन प्रमुख प्रस्तावों के माध्यम से 868 करोड़ रुपये का निवेश और लगभग 7,800 रोजगार सृजित होने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इंफोसिस, एडोब, आईबीएम और टेली पर्फार्मेंस जैसी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कंपनियां यूपी को आईटी और टेक्नोलॉजी सेक्टर का एक प्रमुख राष्ट्रीय केंद्र बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।