उत्तर प्रदेश में अमेरिकी निवेश, रोजगार के नए अवसरों की उम्मीद
अमेरिकी कंपनी की भारतीय शाखा एल्यूमीनियम कैन निर्माण के लिए गंगा एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के इस निवेश से न केवल स्थानीय उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि कई नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

UP News : उत्तर प्रदेश के मेरठ में जल्द ही रोजगार और उद्योग के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है। अमेरिकी कंपनी की भारतीय शाखा एल्यूमीनियम कैन निर्माण के लिए गंगा एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के इस निवेश से न केवल स्थानीय उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि कई नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
कंपनी ने प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई
कंपनी ने लगभग 16 हेक्टेयर जमीन पर अपना प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए उच्च स्तरीय टीम ने मेरठ का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठकों में बिजली, गैस और पर्यावरणीय अनुमतियों जैसी जरूरी सुविधाओं को मिलने वाले समय पर जानकारी ली।
कंपनी ने मेरठ का लोकेशन चुना
मेरठ की यह लोकेशन कंपनी के लिए काफी रणनीतिक है क्योंकि यह दिल्ली-एनसीआर के करीब है और गंगा एक्सप्रेसवे के माध्यम से लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी में सुविधा देती है। कंपनी दुनिया भर में टिकाऊ और रिसाइकल करने योग्य कैन बनाने में अग्रणी है, जिसका इस्तेमाल बीयर, सॉफ्ट ड्रिंक और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के लिए होता है। जिला प्रशासन और यूपीडा के अधिकारियों का मानना है कि कंपनी को मेरठ की जमीन और लोकेशन पसंद आ रही है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही लखनऊ में फाइनल मीटिंग होगी और उसके बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। इस निवेश से न केवल उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार और आर्थिक गतिविधियाँ भी मजबूत होंगी।
UP News : उत्तर प्रदेश के मेरठ में जल्द ही रोजगार और उद्योग के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है। अमेरिकी कंपनी की भारतीय शाखा एल्यूमीनियम कैन निर्माण के लिए गंगा एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के इस निवेश से न केवल स्थानीय उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि कई नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
कंपनी ने प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई
कंपनी ने लगभग 16 हेक्टेयर जमीन पर अपना प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए उच्च स्तरीय टीम ने मेरठ का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठकों में बिजली, गैस और पर्यावरणीय अनुमतियों जैसी जरूरी सुविधाओं को मिलने वाले समय पर जानकारी ली।
कंपनी ने मेरठ का लोकेशन चुना
मेरठ की यह लोकेशन कंपनी के लिए काफी रणनीतिक है क्योंकि यह दिल्ली-एनसीआर के करीब है और गंगा एक्सप्रेसवे के माध्यम से लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी में सुविधा देती है। कंपनी दुनिया भर में टिकाऊ और रिसाइकल करने योग्य कैन बनाने में अग्रणी है, जिसका इस्तेमाल बीयर, सॉफ्ट ड्रिंक और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के लिए होता है। जिला प्रशासन और यूपीडा के अधिकारियों का मानना है कि कंपनी को मेरठ की जमीन और लोकेशन पसंद आ रही है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही लखनऊ में फाइनल मीटिंग होगी और उसके बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। इस निवेश से न केवल उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार और आर्थिक गतिविधियाँ भी मजबूत होंगी।







