बाराबंकी में चलती बस पर गिरा पेड़, 5 की मौत, कई घायल





प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गाजा में पूर्ण कब्जे की योजना को लेकर इजराइल में माहौल गर्म है। सुरक्षा मंत्रिमंडल ने कई घंटे चली मैराथन बैठक के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, लेकिन फैसले के साथ ही देशभर में विरोध की लहर दौड़ गई। Israel Iran War
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में हमास के कब्जे में मौजूद 50 बंधकों के परिजनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप है कि यह कदम बंधकों की जिंदगी को दांव पर लगाने जैसा है। "ये फैसला हमारी आंखों में देखकर लेना चाहिए था। यह समय युद्ध बढ़ाने का नहीं, बल्कि सभी बंधकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए समझौता करने का था," बंधक एवं लापता परिवार मंच ने कड़े शब्दों में कहा।
यरुशलम में प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर परिजन टखनों और कलाइयों में मोटी जंजीरें डालकर पहुंचे। मीरान-लावी, जिनके पति ओमरी मीरान 22 महीनों से गाजा में कैद हैं, ने भावुक अपील करते हुए कहा, "हमें अंदर आने दो, हमारी आंखों में देखो और बताओ कि तुम क्या करने वाले हो? लेकिन एक बार फिर, हमें कोई जवाब नहीं मिला। Israel Iran War
तेल अवीव और कई कस्बों में नुक्कड़ सभाओं से लेकर सड़कों पर विरोध तक, प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं। दक्षिणी इजराइल के किबुत्ज नीर ओज में तो पुनर्निर्माण कार्य भी रोक दिया गया है। यह वही इलाका है, जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास हमलों में सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ था। यहां के प्रतिनिधियों ने कहा, "अब बस कहने का समय आ गया है। यह फैसला इतिहास में कलंक की तरह दर्ज होगा।
उधर, हमास ने भी चेतावनी दी है कि नेतन्याहू की यह आक्रामक योजना बंधकों को बलिदान करने जैसी है। इजराइल रक्षा बल (IDF) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर ने भी प्रधानमंत्री को आगाह किया कि गाजा पर पूर्ण कब्जा सेना को लंबे समय तक वहां फंसा देगा और बंधकों की जान खतरे में डाल देगा। गुरुवार को जमीर ने सेना और राजनीतिक नेतृत्व के बीच गहराते मतभेदों को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया। Israel Iran War
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गाजा में पूर्ण कब्जे की योजना को लेकर इजराइल में माहौल गर्म है। सुरक्षा मंत्रिमंडल ने कई घंटे चली मैराथन बैठक के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, लेकिन फैसले के साथ ही देशभर में विरोध की लहर दौड़ गई। Israel Iran War
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में हमास के कब्जे में मौजूद 50 बंधकों के परिजनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप है कि यह कदम बंधकों की जिंदगी को दांव पर लगाने जैसा है। "ये फैसला हमारी आंखों में देखकर लेना चाहिए था। यह समय युद्ध बढ़ाने का नहीं, बल्कि सभी बंधकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए समझौता करने का था," बंधक एवं लापता परिवार मंच ने कड़े शब्दों में कहा।
यरुशलम में प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर परिजन टखनों और कलाइयों में मोटी जंजीरें डालकर पहुंचे। मीरान-लावी, जिनके पति ओमरी मीरान 22 महीनों से गाजा में कैद हैं, ने भावुक अपील करते हुए कहा, "हमें अंदर आने दो, हमारी आंखों में देखो और बताओ कि तुम क्या करने वाले हो? लेकिन एक बार फिर, हमें कोई जवाब नहीं मिला। Israel Iran War
तेल अवीव और कई कस्बों में नुक्कड़ सभाओं से लेकर सड़कों पर विरोध तक, प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं। दक्षिणी इजराइल के किबुत्ज नीर ओज में तो पुनर्निर्माण कार्य भी रोक दिया गया है। यह वही इलाका है, जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास हमलों में सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ था। यहां के प्रतिनिधियों ने कहा, "अब बस कहने का समय आ गया है। यह फैसला इतिहास में कलंक की तरह दर्ज होगा।
उधर, हमास ने भी चेतावनी दी है कि नेतन्याहू की यह आक्रामक योजना बंधकों को बलिदान करने जैसी है। इजराइल रक्षा बल (IDF) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर ने भी प्रधानमंत्री को आगाह किया कि गाजा पर पूर्ण कब्जा सेना को लंबे समय तक वहां फंसा देगा और बंधकों की जान खतरे में डाल देगा। गुरुवार को जमीर ने सेना और राजनीतिक नेतृत्व के बीच गहराते मतभेदों को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया। Israel Iran War