गिजौली गांव में बवाल के बाद एक्शन, चौकी इंचार्ज सस्पेंड, 5 आरोपी जेल में

गिजौली गांव में बवाल के बाद एक्शन, चौकी इंचार्ज सस्पेंड, 5 आरोपी जेल में
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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 04:38 AM
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उत्तर प्रदेश के आगरा के गिजौली गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और लापरवाही बरतने वाले चौकी प्रभारी अनुराग टोल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अब तक पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क है। UP News 

खुद पहुंचकर कमिश्नर ने पीड़ित से की मुलाकात

घटना की गंभीरता को देखते हुए सोमवार देर रात पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार स्वयं गिजौली गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित पूर्व ग्राम प्रधान छीत्तर सिंह से मुलाकात की और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।"

चौकी प्रभारी निलंबित

गांव के दौरे के दौरान चौकी प्रभारी अनुराग टोल की भूमिका संदिग्ध और लापरवाह पाई गई। कमिश्नर ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पीड़ितों को पूरा न्याय मिले और गांव में दोबारा ऐसी घटना न हो।घटना के बाद पुलिस ने तेजी से एक्शन लेते हुए तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था जबकि दो अन्य को 15 सितंबर को दबिश देकर पकड़ा गया। सभी पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।

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 क्या हुआ था गिजौली गांव में?

कुछ दिन पहले गिजौली गांव में मामूली कहासुनी ने दो पक्षों के बीच बड़े विवाद का रूप ले लिया। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट तक पहुंच गई जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और तुरंत कार्रवाई शुरू की।पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया है कि उनकी प्राथमिकता गांव में शांति बहाल करना और पीड़ितों को न्याय दिलाना है। पुलिस ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है। UP News 

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उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर रहा है गुर्जर समाज

उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर रहा है गुर्जर समाज
locationभारत
userचेतना मंच
calendar16 Sep 2025 08:00 AM
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उत्तर प्रदेश में 2027 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अभी से राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। इसी दौरान उत्तर प्रदेश की जाति व्यवस्था में भी एक अलग अलग जाति तथा अलग अलग समाज ने भविष्य की राजनीति की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है । इसी प्रकार की रणनीति उत्तर प्रदेश के गुर्जर समाज ने भी बड़ी तैयारी की है। उत्तर प्रदेश के गुर्जर समाज ने उत्तर प्रदेश में बड़ा राजनीतिक दांव खेलते हुए प्रदेश भर में एक विशेष अभियान शुरू किया है। गुर्जर समाज ने पूरे उत्तर प्रदेश में समाज को एकजुट करने तथा एक ही दिशा में राजनीतिक क़दम उठाने के लिए गुर्जर पाठशाला से लेकर विशाल गुर्जर महासभा तक का आयोजन करने की रणनीति बनायी है ।

क्या है गुर्जर समाज की उत्तर प्रदेश में बड़ी राजनीतिक रणनीति

आपको बता दें कि गुर्जर समाज भारत का प्रसिद्ध समाज है। उत्तर प्रदेश से लेकर पूरी दुनिया में फैले हुए गुर्जर समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली इतिहास है। इन दिनों उत्तर प्रदेश में गुर्जर चौपाल के नाम से एक विशेष प्रकार का अभियान चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में गुर्जर चौपाल के आयोजन का कारण बेहद खास कारण है। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में गुर्जर चौपाल के आयोजन के बाद एक विशाल गुर्जर सम्मेलन आयोजित करने की भी घोषणा की गई है।    UP News

गुर्जर चौपाल के सूत्रधार हैं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी:

गुर्जर चौपाल के आयोजन के कारण, गुर्जर चौपाल के विषय तथा गुर्जर चौपाल के पूरे आयोजन के कार्यक्रम को जानने से पहले इसके आयोजक की चर्चा करना जरूरी है। गुर्जर चौपाल का आयोजन करने के मुख्य सूत्रधार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी हैं। राजकुमार भाटी को प्रतिदिन विभिन्न टी.वी. चैनल्स पर देखा तथा सुना जा सकता है। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के लुहारली गाँव के रहने वाले राजकुमार भाटी उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं। राजकुमार भाटी इन दिनों ग्रेटर नोएडा शहर के गामा-3 सेक्टर में रहते हैं। राजकुमार भाटी मूल रुप से पत्रकार रहे हैं। पत्रकारिता में हाथ आजमाने के बाद उन्होंने दादरी के मिहिर भोज पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में अध्यापन का कार्य भी किया है। बचपन के दिनों से ही उन्हें राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने का शौक रहा है। दादरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे प्रसिद्ध समाजवादी नेता महेंद्र सिंह भाटी के बेहद करीबी लोगों में उनकी गिनती होती रही है। देहात मोर्चा नामक संगठन से उन्होंने अपनी विधिवत राजनीतिक पारी की शुरूआत की थी। देहात मोर्चा के बैनर पर उन्होंने एक दर्जन से अधिक बड़े आंदोलन खड़े किए थे। दादरी विधानसभा सीट से वें तीन बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर प्रत्याशी रह चुके हैं। राजकुमार भाटी को भारत के श्रेष्ठ प्रवक्ताओं में गिना जाता है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अनेक अवसरों पर राजकुमार भाटी की प्रशंसा कर चुके हैं।    UP News

गुर्जर चौपाल का उत्तर प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक अभियान

गुर्जर चौपाल के सूत्रधार की बात करने के बाद बात करते हैं गुर्जर चौपाल के आयोजन की। दरअसल गुर्जर समाज की तरफ से उत्तर प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को गुर्जर राजनीति जागरूकता अभियान नाम दिया गया है। गुर्जर समाज के प्रबुद्धजनों का कहना है कि गुर्जर राजनीतिक जागरूकता अभियान की शुरूआत करके राजकुमार भाटी समाज के लिए बहुत बड़ा काम कर रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने बताया कि गुर्जर राजनीतिक जागरूकता अभियान के पहले चरण में सर्वे करके उत्तर प्रदेश में गुर्जर समाज की राजनीतिक ताकत का आंकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की 132 विधानसभा सीटों पर गुर्जर मतदाता मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश के गुर्जर बाहुल्य जिलों में गुर्जर चौपाल आयोजित की जा रही हैं। गुर्जर चौपाल के आगामी कार्यक्रम सोशल मीडिया के द्वारा घोषित किए जा चुके हैं।

गुर्जर चौपाल के आयोजन का कार्यक्रम कुछ इस प्रकार है:

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने बताया कि 15 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में गुर्जर चौपाल का सफल आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 19 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद नगर में, 25 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के मवाना नगर में, 26 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के शेरगढ़ में तथा 28 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी नगर में गुर्जर चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

ग्रेटर नोएडा में होगा गुर्जर समाज का राष्ट्रीय सम्मेलन

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने बताया कि गुर्जर राजनीतिक जागरूकता अभियान के तहत गुर्जर समाज का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। गुर्जर समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन को विशाल गुर्जर जागरूकता रैली का नाम दिया गया है। विशाल गुर्जर जागरूकता रैली का आयोजन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में स्थित दादरी नगर में किया जाएगा। दादरी में होने वाली विशाल गुर्जर जागरूकता रैली के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव होंगे। दादरी में होने वाली विशाल गुर्जर जागरूकता रैली नवंबर 2025 में आयोजित की जाएगी। इस रैली के आयोजन की तारीख की घोषणा जल्दी ही की जाएगी।  UP News उत्तर प्रदेश के इस शहर में मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे कॉरिडोर का काम शुरू, 27 स्टेशनों पर रुकेगी मेट्रो
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उत्तर प्रदेश से बिहार का सफर होगा आसान : अब इस जगह फोरलेन हाइवे से खत्म होगा जाम का झाम

उत्तर प्रदेश से बिहार का सफर होगा आसान : अब इस जगह फोरलेन हाइवे से खत्म होगा जाम का झाम
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userचेतना मंच
calendar15 Sep 2025 07:11 PM
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उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच सफर करने वालों के लिए अब राहत की खबर है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के भांवरकोल क्षेत्र में पिछले चार वर्षों से लगने वाले भीषण जाम का स्थायी समाधान मिल गया है। एनएचएआई जंगीपुर से मांझी तक नया फोरलेन हाइवे बना रहा है, जिसके पूरा होते ही दिल्ली, मुंबई और लखनऊ से आने-जाने वाले यात्रियों को जाम की टेंशन से मुक्ति मिलेगी। UP News :

क्यों लगता था घंटों का जाम?

* एनएच-31 पर बढ़नपुरा गांव की छोटी पुलिया सबसे बड़ी समस्या रही। * पुलिया इतनी संकरी है कि दो बड़े वाहन आमने-सामने नहीं निकल सकते। * खासकर बालू ढुलाई सीजन में हजारों ट्रक फंसकर घंटों लंबा जाम बना देते हैं।

5311 करोड़ की परियोजना

हाइवे परियोजना की लागत 5311 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसे चार पैकेज में बांटा गया है: * पहला: हृदयपुर-शाहपुर (42.5 किमी) * दूसरा: शाहपुर-पिंडारी (35.65 किमी) * तीसरा: पिंडारी-रिवीलगंज बायपास (38.97 किमी) * चौथा: बक्सर स्पर (17.27 किमी)

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी

नया हाईवे पूरी तरह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 328वें किलोमीटर से जुड़ेगा। यानी एक्सप्रेसवे इस्तेमाल करने वाले वाहन अब 13 किमी पहले ही बलिया या बिहार की ओर निकल सकेंगे। परियोजना का काम दिसंबर 2023 में शुरू हुआ था। लक्ष्य है कि इसे दिसंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाए। एनएचएआई कोशिश में है कि दो पैकेज इस साल के अंत तक चालू कर दिए जाएं, ताकि यात्रियों को आंशिक राहत मिलने लगे। इस फोरलेन हाइवे से न सिर्फ जाम की समस्या खत्म होगी, बल्कि यूपी-बिहार के बीच फास्ट और स्मूथ कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित होगी। UP News