गिजौली गांव में बवाल के बाद एक्शन, चौकी इंचार्ज सस्पेंड, 5 आरोपी जेल में

उत्तर प्रदेश के आगरा के गिजौली गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और लापरवाही बरतने वाले चौकी प्रभारी अनुराग टोल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अब तक पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क है। UP News
खुद पहुंचकर कमिश्नर ने पीड़ित से की मुलाकात
घटना की गंभीरता को देखते हुए सोमवार देर रात पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार स्वयं गिजौली गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित पूर्व ग्राम प्रधान छीत्तर सिंह से मुलाकात की और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।"
चौकी प्रभारी निलंबित
गांव के दौरे के दौरान चौकी प्रभारी अनुराग टोल की भूमिका संदिग्ध और लापरवाह पाई गई। कमिश्नर ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पीड़ितों को पूरा न्याय मिले और गांव में दोबारा ऐसी घटना न हो।घटना के बाद पुलिस ने तेजी से एक्शन लेते हुए तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था जबकि दो अन्य को 15 सितंबर को दबिश देकर पकड़ा गया। सभी पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर रहा है गुर्जर समाज
क्या हुआ था गिजौली गांव में?
कुछ दिन पहले गिजौली गांव में मामूली कहासुनी ने दो पक्षों के बीच बड़े विवाद का रूप ले लिया। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट तक पहुंच गई जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और तुरंत कार्रवाई शुरू की।पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया है कि उनकी प्राथमिकता गांव में शांति बहाल करना और पीड़ितों को न्याय दिलाना है। पुलिस ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है। UP News
उत्तर प्रदेश के आगरा के गिजौली गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और लापरवाही बरतने वाले चौकी प्रभारी अनुराग टोल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अब तक पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क है। UP News
खुद पहुंचकर कमिश्नर ने पीड़ित से की मुलाकात
घटना की गंभीरता को देखते हुए सोमवार देर रात पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार स्वयं गिजौली गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित पूर्व ग्राम प्रधान छीत्तर सिंह से मुलाकात की और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।"
चौकी प्रभारी निलंबित
गांव के दौरे के दौरान चौकी प्रभारी अनुराग टोल की भूमिका संदिग्ध और लापरवाह पाई गई। कमिश्नर ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पीड़ितों को पूरा न्याय मिले और गांव में दोबारा ऐसी घटना न हो।घटना के बाद पुलिस ने तेजी से एक्शन लेते हुए तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था जबकि दो अन्य को 15 सितंबर को दबिश देकर पकड़ा गया। सभी पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
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क्या हुआ था गिजौली गांव में?
कुछ दिन पहले गिजौली गांव में मामूली कहासुनी ने दो पक्षों के बीच बड़े विवाद का रूप ले लिया। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट तक पहुंच गई जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और तुरंत कार्रवाई शुरू की।पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया है कि उनकी प्राथमिकता गांव में शांति बहाल करना और पीड़ितों को न्याय दिलाना है। पुलिस ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है। UP News







