इन शहरों के बीच सफर होगा आसान, एक महीने में सुपरफास्ट बनकर तैयार होगा यह एक्सप्रेसवे

इन शहरों के बीच सफर होगा आसान, एक महीने में सुपरफास्ट बनकर तैयार होगा यह एक्सप्रेसवे
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 SEPT 2025 09:24 AM
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उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। अमरोहा जिले के हसनपुर तहसील क्षेत्र में 23.60 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। उत्तर प्रदेश के इस हाईवे का सिर्फ अंतिम फिनिशिंग का काम बाकी है, जिसे अगले एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश के इस हाईवे पर गाड़ियां फर्राटे भरते हुए चल सकेंगी। इसके निर्माण कार्य के पूरा होते ही उत्तर प्रदेश के मेरठ से प्रयागराज तक सफर तेज और सुगम हो जाएगा। UP News :

बरसात की वजह से रुका था कुछ काम

सूत्रों के मुताबिक, 12 अक्टूबर 2025 तक हसनपुर सेक्शन में सड़क, लाइटिंग, जल निकासी पाइपलाइन और ओवरब्रिज का काम पूरी तरह तैयार हो जाएगा। मंगरौला में हसनपुर-रहरा मार्ग पर टी प्वाइंट और चार टोल बूथ भी बनकर तैयार हैं। गंगा पर पाइंदापुर पुल का निर्माण भी पूरा हो चुका है। अधिकारियों का कहना है कि बरसात की वजह से कुछ काम रुका था, लेकिन नवंबर तक पूरा एक्सप्रेसवे चालू होने की उम्मीद है। इससे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी का सफर पहले से कहीं अधिक आसान और तेज हो जाएगा।

हाईवे के निर्माण से प्रयागराज सहित आसपास के लोगों का यात्रा होगा सुगम

इस हाईवे से न केवल अमरोहा और प्रयागराज के लोग आसानी से यात्रा कर सकेंगे, बल्कि प्रयागराज और आसपास के जिलों के भक्त ऐतिहासिक तिगरी मेला जैसे धार्मिक स्थलों तक भी आसानी से पहुंच सकेंगे। वहीं, औद्योगिक ग्रीन गलियारा की स्थापना के लिए हसनपुर के आसपास जमीन खरीदने का काम अभी चल रहा है। मंगरौला, दौलतपुर कला और रूस्तमपुर खादर में लगभग 2200 बीघा जमीन खरीदी जाएगी, जिसमें अब तक करीब 60 प्रतिशत ही प्रक्रिया पूरी हो पाई है। गंगा एक्सप्रेसवे के पूरी तरह चालू होने के बाद न सिर्फ आवागमन आसान होगा, बल्कि औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी। UP News
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उत्तर प्रदेश के इस शहर में भाजपा नेता को धमकाया, झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश : एसआइटी जांच में जुटी

उत्तर प्रदेश के इस शहर में भाजपा नेता को धमकाया, झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश : एसआइटी जांच में जुटी
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userचेतना मंच
calendar13 SEPT 2025 07:24 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश के कानपुर में भाजपा नेता और अधिवक्ता मनोज सिंह ने अखिलेश दुबे और उसके गिरोह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि प्लाट विवाद के कारण अखिलेश और उसके साथी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में हुए इस मामले की जांच अब विशेष जांच दल (एसआइटी) को सौंपी गई है।

मनोज के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने का मुकदमा दर्ज

मनोज सिंह का आरोप है कि साल 2021 में रतनलाल नगर में खरीदा गया उनका प्लाट विवाद का कारण बन गया। प्लाट के पूर्व मालिक के बेटे विपिन बजाज और उसकी पत्नी रितिका ने मनोज के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाए। साल 2023 में अखिलेश दुबे के निर्देश पर गोविंद नगर थाने में मनोज के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने का मुकदमा दर्ज कराया गया।

जांच में पर्याप्त सबूत न मिलने के कारण पुलिस ने मामला बंद किया

हालांकि, जांच में पर्याप्त सबूत न मिलने के कारण पुलिस ने मामला बंद कर दिया, लेकिन धमकियां लगातार जारी रहीं। 22 अप्रैल 2025 को कचहरी परिसर में टोनू यादव और दीनू उपाध्याय के माध्यम से मनोज को धमकी दी गई कि यदि प्लाट विपिन के नाम नहीं किया गया तो जेल से बाहर आना मुश्किल होगा।

एसआईटी अब इस मामले की जांच कर रही

मामले ने मीडिया और प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। अदालत में पेशी के दौरान अखिलेश दुबे ने पत्रकारों को धमकाते हुए कहा, इनका तमाशा बंद करो। एक-एक की पहचान कर रहा हूं। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए खुफिया इकाई से रिपोर्ट तलब की है। एसआईटी अब इस मामले की तह तक जाकर जांच कर रही है, ताकि भाजपा नेता मनोज सिंह को धमकाने और झूठे मुकदमों की साजिश के पीछे के अपराधियों पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। UP News
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सरकारी प्लॉट पर खेला गया बड़ा खेल! पूर्व IPS और पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

सरकारी प्लॉट पर खेला गया बड़ा खेल! पूर्व IPS और पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
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userचेतना मंच
calendar13 SEPT 2025 05:05 AM
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर पर जालसाजी, धोखाधड़ी और पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगे हैं। लखनऊ के तालकटोरा थाने में इस दंपती के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए यह केस तेजी से सुर्खियों में आ गया है। UP News 

क्या है पूरा मामला?

शिकायतकर्ता संजय शर्मा, जो आवास विकास कॉलोनी, तालकटोरा के निवासी हैं, ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि वर्ष 1999 में देवरिया जिले में एसपी के पद पर तैनाती के दौरान अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने फर्जी नाम-पते के आधार पर एक कीमती औद्योगिक प्लॉट (प्लॉट संख्या B-2, देवरिया इंडस्ट्रियल एरिया) अपने नाम आवंटित कराया। नूतन ठाकुर ने आवेदन में खुद को नूतन देवी पत्नी अभिजात ठाकुर, निवासी सीतामढ़ी, बिहार दर्शाया। इस पहचान के तहत आवेदन पत्र, ट्रेजरी चालान, शपथ पत्र और ट्रांसफर डीड जैसे दस्तावेज भी तैयार किए गए जो अब फर्जी पाए गए हैं।

फर्जी नाम से प्लॉट लिया और असली नाम से बेचा

संजय शर्मा का दावा है कि बाद में नूतन ठाकुर ने वही प्लॉट अपने असली नाम से बेच दिया और इससे आर्थिक लाभ भी कमाया। यानी, फर्जी पहचान से जमीन हासिल कर फिर असली पहचान से बेचकर नाजायज़ मुनाफा कमाया गया। शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि उस समय अमिताभ ठाकुर एसपी जैसे उच्च पद पर थे, लेकिन उन्हें यह सब जानकारी होने के बावजूद न तो कोई कानूनी कार्रवाई की गई और न ही एफआईआर दर्ज कराई गई। यह मामला पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। UP News 

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मामले की जांच CBI या SIT एजेंसियों से कराई जाए

शिकायत में आगे कहा गया है कि नूतन ठाकुर ने "नूतन इंडस्ट्रीज" नाम से एक फर्म का पंजीकरण सीतामढ़ी, बिहार में दिखाया और इससे न केवल राज्य सरकार, बल्कि शर्मा इंजीनियरिंग वर्क्स के प्रोपराइटर राम जनक को भी धोखे में रखा गया। शर्मा का कहना है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में अन्य प्रभावशाली लोग भी शामिल हो सकते हैं इसलिए मामले की जांच CBI या SIT जैसी स्वतंत्र एजेंसियों से कराई जानी चाहिए।

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?

फिलहाल, तालकटोरा थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और तथ्यों की जांच शुरू कर दी गई है। दस्तावेजों की सत्यता और प्लॉट आवंटन की पूरी प्रक्रिया की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। UP News