सांसद रवि किशन को धमकी देने वाले को पुलिस ने दबोचा

सांसद रवि किशन को धमकी देने वाले को पुलिस ने दबोचा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar04 Nov 2025 03:01 PM
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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से भाजपा के सांसद रवि किशन को फोन पर जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने भाजपा सांसद के निजी सचिव के फोन पर धमकी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपी को गिरफ्तार किया। UP News

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मामला क्या है?

उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) अभिनव त्यागी ने मंगलवार को बताया कि भाजपा सांसद रवि किशन को 30 अक्टूबर को फोन करके जान से मारने की धमकी दी गई थी। धमकी देने वाले ने आरोप लगाया था कि यदि रवि किशन बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए आते हैं, तो उन्हें गोली मार दी जाएगी। इस कॉल के बाद सांसद रवि किशन के निजी सचिव शिवम् द्विवेदी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपी की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और आरोपी की मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग के आधार पर पंजाब के लुधियाना में उसके ठिकाने का पता लगाया। पुलिस ने तुरंत वहां पहुंचकर आरोपी अजय कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लुधियाना के फतेहगढ़ इलाके का निवासी है और उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने शराब के नशे में आकर यह धमकी दी थी।

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आरोपी का बिहार से कोई संबंध नहीं जब पुलिस ने आरोपी से गहन पूछताछ की, तो यह खुलासा हुआ कि उसका बिहार से कोई संबंध नहीं है, जबकि उसने फोन कॉल पर खुद को बिहार के अररिया का निवासी बताया था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते यह धमकी दी थी या किसी अन्य प्रभाव में आकर ऐसा किया। भाजपा सांसद के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग बता दे कि यह कॉल रवि किशन के निजी सचिव के मोबाइल पर आई थी, जिसमें आरोपी ने सांसद के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। धमकी देने वाले ने कहा था कि रवि किशन यादवों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं, इसलिए उसे गोली मार दी जाएगी।

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उत्तर प्रदेश में होगी 45 हजार होमगार्डों की भर्ती, जानें योग्यता और चयन प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश में होगी 45 हजार होमगार्डों की भर्ती, जानें योग्यता और चयन प्रक्रिया
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:26 AM
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उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का सुनहरा मौका आया है। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने लंबे इंतजार के बाद 45,000 से अधिक होमगार्ड पदों पर भर्ती की मंजूरी दे दी है। इस भर्ती की पूरी प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से कराई जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए आधिकारिक गाइडलाइन और आदेश जारी कर दिए हैं। UP News :

आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी?

भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से आॅनलाइन शुरू होने की संभावना है। अभ्यर्थी केवल अपने मूल जनपद में निकली रिक्तियों के लिए आवेदन कर सकेंगे। * कुल पद: 45,000+ * भर्ती एजेंसी: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड * पद का नाम: होमगार्ड स्वयंसेवक * शैक्षिक योग्यता : मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास * आयु सीमा :18 से 30 वर्ष * आरक्षित वर्गों को नियमानुसार आयु में छूट दी जाएगी।

चयन प्रक्रिया

भर्ती पूरी तरह मेरिट आधारित होगी। प्रक्रिया इस प्रकार है : 1. लिखित परीक्षा 100 अंकों की वस्तुनिष्ठ परीक्षा, समयावधि 2 घंटे 2. शारीरिक दक्षता परीक्षा 3. दस्तावेज सत्यापन 4. शारीरिक मानक परीक्षा * पुरुष उम्मीदवार: 168 सेमी * महिला उम्मीदवार: 152 सेमी

क्यों है खास ये भर्ती?

इस बार पहली बार भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और मेरिट आधारित बनाया गया है। यह भर्ती प्रदेश के युवाओं को स्थायी रोजगार और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था में योगदान का अवसर देगी। ध्यान रहे चयन सूची जारी होने के बाद कोई वेटिंग लिस्ट नहीं बनेगी। इस बार इस भर्ती अभियान में 45 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती होगी। UP News
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दरोगा से ‘कुबेर’ बने DSP शुक्ला! विजिलेंस जांच में खुला भ्रष्टाचार का मायाजाल

दरोगा से ‘कुबेर’ बने DSP शुक्ला! विजिलेंस जांच में खुला भ्रष्टाचार का मायाजाल
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:45 PM
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उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे को हिलाकर रख देने वाला एक बड़ा भ्रष्टाचार मामला सामने आया है। कानपुर के पूर्व पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) ऋषिकांत शुक्ला पर 200 से 300 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप लगे हैं। विजिलेंस विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है, वहीं शिकायतकर्ता ने केवल निलंबन नहीं, बल्कि अधिकारी की सीधी बर्खास्तगी की मांग उठाई है।   UP News

दरोगा से डीएसपी तक का विवादित सफर

उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास में यह मामला वर्दी के पीछे छिपे ‘रिश्वत साम्राज्य’ का ज्वलंत उदाहरण बन गया है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषिकांत शुक्ला ने वर्ष 1998 में बतौर दरोगा (उपनिरीक्षक) पुलिस सेवा की शुरुआत की थी, लेकिन अगले ही दशक में, खासकर कानपुर में तैनाती के दौरान, उन्होंने भ्रष्टाचार की ऐसी इबारत लिखी जो विभाग की साख पर सवाल बन गई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि शुक्ला ने अपने वैध वेतन और घोषित आय से कई गुना अधिक अवैध संपत्ति अर्जित की, जिसे उन्होंने परिजनों, सहयोगियों और मुखौटा पार्टनरों के नाम पर छिपा रखा था। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि कानपुर के आर्यनगर में 11 दुकानें उनके करीबी देवेंद्र दुबे के नाम पर पाई गईं, जबकि उनका आर्थिक नेटवर्क नोएडा, चंडीगढ़ और पंजाब तक फैला हुआ है।  UP News

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काले धन को सफेद करने के लिए 33 कंपनियां

उत्तर प्रदेश में खाकी और अपराध की सांठगांठ का यह मामला अब और गहराता जा रहा है। शिकायतकर्ता सौरभ भदौरिया के मुताबिक, डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला के बेटे विशाल शुक्ला ने अपराध जगत के कुख्यात नाम अखिलेश दुबे के साथ मिलकर 33 फर्जी कंपनियों का जाल बिछाया। इन कंपनियों का इस्तेमाल काले धन को “वैध कारोबार” की आड़ में सफेद करने के लिए किया गया। शिकायत में यह भी खुलासा हुआ है कि शुक्ला का नेटवर्क सिर्फ पुलिस तंत्र तक सीमित नहीं था ,बल्कि अपराधी गिरोहों और सरकारी विभागों के कर्मचारियों तक फैला हुआ था। आरोप है कि यह गठजोड़ जमीन कब्जाने, फर्जी मुकदमे दर्ज कराने और जबरन वसूली जैसे कामों में सक्रिय था। अब विजिलेंस की जांच इस पूरे ‘सत्ता, संगठित अपराध और भ्रष्टाचार’ के गठजोड़ को उजागर करने की दिशा में बढ़ रही है, जिसने उत्तर प्रदेश पुलिस की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।  UP News

अब तक 92 करोड़ की संपत्ति का हुआ खुलासा

एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट ने बड़ा धमाका करते हुए खुलासा किया है कि ऋषिकांत शुक्ला और उनके करीबी नेटवर्क के नाम पर दर्ज 12 संपत्तियों की बाजार कीमत करीब 92 करोड़ रुपये है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि जिन तीन संपत्तियों के दस्तावेज अभी सामने नहीं आए हैं, वे उजागर होते ही यह आंकड़ा 200 से 300 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। जांच में यह भी सामने आया है कि शुक्ला ने कानपुर, उन्नाव और फतेहपुर जिलों में बिल्डरों के साथ मिलकर जमीन कब्जाने और अवैध निवेश का जाल बिछा रखा था। भ्रष्टाचार की इस जड़ तक पहुंचने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) की संस्तुति पर अब विजिलेंस जांच शुरू कर दी गई है।  UP News