उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, नवरात्रि में बंद रहेंगी मीट की दुकानें

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UP News
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calendar30 MAR 2025 11:26 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश सरकार ने नवरात्रि को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रि के दौरान धार्मिक स्थलों के पास मांस और शराब की दुकानें बंद रखने का बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि नवरात्रि के दिनों में खासकर मंदिरों के पास मांस की बिक्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह निर्णय धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए लिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले की हर तरफ खूब चर्चा हो रही है।

कड़ी सख्ती बरतनें के आदेश

नवरात्रि के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर कड़ी सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं। राज्य में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के लिए धार्मिक स्थलों के 500 मीटर दायरे में कोई भी मीट की दुकान नहीं खोली जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सुनाया गया यह कड़ा फैसला 6 अप्रैल तक लागू रहेगा जो नवरात्रि का आखिरी दिन है। यह आदेश कोई नया नहीं है, पहले भी 2014 और 2017 में इसी तरह के आदेश जारी किए गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सभी जिलाधिकारियों (DM), जिला पुलिस प्रमुखों और नगर आयुक्तों को निर्देश दिया है कि वे इस आदेश को कड़ाई से लागू करें। इसके लिए जिला स्तर पर समितियों का गठन किया गया है, जिनकी अध्यक्षता जिलाधिकारी करेंगे। इन समितियों में पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पशुपालन विभाग, परिवहन विभाग, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे।

मांस ब्रिकी पर रहेगी कड़ी रोक

नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से 6 अप्रैल, 2025 को राम नवमी के दिन मांस की बिक्री पर कड़ी रोक रहेगी। इस दिन पशु वध और मांस की बिक्री पूरी तरह से बंद रहेगी। यूपी नगर निगम अधिनियम 1959 और खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 एवं 2011 के प्रावधानों के तहत, उल्लंघन करने वालों पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस फैसले से न केवल धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा, बल्कि मांस और शराब की दुकानों के संचालन पर भी प्रभावी नियंत्रण स्थापित होगा। UP News

एक और ईद पर दी जा रही सौगात दूसरी और अलविदा जुमा के मौके पर की जा रही बंटने-बांटने की बात

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योगी सरकार ने ग्रेटर नोएडा की कंपनी को दी करोड़ों रुपये की सब्सिडी

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UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 MAR 2025 03:19 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रेटर नोएडा की कंपनी को मोबाइल फोन बनाने के लिए करोड़ों रुपये की सब्सिडी दी है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्मार्ट फोन निर्माण की इकाई बनाने वाली ग्रेटर नोएडा की कंपनी को सब्सिडी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ग्रेटर नोएडा में स्मार्ट फोन निर्माण की इकाई बनाने के लिए ओप्पो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 120 करोड़ रुपये की सब्सिडी की मंजूरी दी है। बतादें कि ओप्पो कंपनी ने 2000 करोड़ के अनुमानित प्रोत्साहन की मांग की थी। 28 नवंबर, 2016 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में निवेश पर प्रस्ताव किया गया था। 22 दिसंबर, 2016 को ओप्पो को कैपिटल सब्सिडी, स्टाम्प ड्यूटी, केंद्रीय बिक्री कर प्रतिपूर्ति, विद्युत शुल्क और ईएसआई और भविष्यनिधि की मद में सब्सिडी देने का फैसला लिया गया था। इसके क्रियान्वन के लिए यूपी इलेक्ट्रानिक्स कॉरपोरेशन ने 2 जनवरी, 2017 को लेटर आफ कम्फर्ट जारी किया था। UP News

प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूर कर लिया

जीएसटी आने के बाद वैट के बजाय नेट एसजीएसटी की प्रतिपूर्ति का शासनादेश 2 जून, 2022 को जारी किया गया। 22 फरवरी, 2019 को ओप्पो ने फोन बनाने शुरू कर दिए। 12 फरवरी, 2021 को दावे के सत्यापन के लिए निरीक्षण किया गया था। इसमें 1058 करोड़ के निवेश के सापेक्ष कुल निवेश 801 करोड़ रुपये पायां गया। इस पर 120.23 करोड़ सब्सिडी की संस्तुति की गई। इस प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूर कर लिया है। UP News

नोएडा की कंपनी के खाते से करोड़ों की साइबर धोखाधड़ी

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एक और ईद पर दी जा रही सौगात दूसरी और अलविदा जुमा के मौके पर की जा रही बंटने-बांटने की बात

Alvida Jumma
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calendar28 MAR 2025 08:30 AM
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UP News : रमजान के महीने में अलविदा जुमा (Alvida Jumma) को लेकर देशभर में एक नई बहस ने तूल पकड़ लिया है। ईद से पहले यह शुक्रवार मुस्लिमों के लिए खास है लेकिन इस दिन नमाज़ को लेकर विभिन्न शहरों में प्रशासन ने कड़ी चेतावनियां जारी की हैं। दिल्ली से लेकर संभल और मेरठ तक पुलिस और प्रशासन ने सड़कों पर नमाज़ पढ़ने पर सख्त रोक लगा दी है।

संभल-मेरठ में सख्त आदेश

संभल के सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि, सड़क पर या घरों की छतों पर नमाज़ नहीं पढ़ी जानी चाहिए। अगर कोई ऐसा करता पाया गया तो इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मेरठ पुलिस ने कहा कि, अगर कोई सड़क पर नमाज़ पढ़ते हुए पाया गया तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट तक रद्द कर दिया जाएगा। मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम ने कहा, किसी भी व्यक्ति के खिलाफ मामला बनता है तो उसकी पासपोर्ट और लाइसेंस को रद्द किया जा सकता है, जब तक कोर्ट से एनओसी न मिल जाए।

BJP और AAP के बीच सियासी घमासान

बता दें कि, इस आदेश पर सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी के विधायक करनैल सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मांग की है कि सड़क पर नमाज़ पढ़ने पर रोक लगाई जाए, क्योंकि इससे ट्रैफिक जाम और एंबुलेंस की आवाजाही में परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि मस्जिद में नमाज़ पढ़ने की पर्याप्त जगह है तो सड़कों पर नमाज़ क्यों पढ़ी जाती है। वहीं, आम आदमी पार्टी के विधायक चौधरी जुबैर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, दिल्ली में अब सड़कों पर नमाज़ नहीं होती और अगर कहीं मजबूरी में होती है तो यह बीजेपी नेताओं के ध्यान में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी को अब काम नहीं मिल रहा, इसलिए वह मुस्लिम समुदाय के धार्मिक कृत्यों पर सवाल उठा रहे हैं।

सीओ अनुज चौधरी का विवादित बयान

संभल के सीओ अनुज चौधरी का एक बयान और चर्चा में है, जिसमें उन्होंने कहा, “अगर आप ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हैं तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी।” अनुज चौधरी के इस बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह बयान एक सांप्रदायिक संदेश देने के लिए था, या फिर यह सच में दोनों समुदायों के बीच समानता और सौहार्द का प्रतीक था? आलोचकों का मानना है कि यह राजनीति का हिस्सा है, जहां एक तरफ मुस्लिमों के लिए सौगात बांटी जाती है, तो दूसरी तरफ उनके धार्मिक कृत्यों पर सवाल उठाए जाते हैं।

एक ओर उपहार दूसरी ओर तिरस्कार

जहां एक ओर मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान के आखिरी जुमा और ईद के अवसर पर उपहार दिए जा रहे हैं, वहीं नवरात्रि के दौरान मीट-मटन की दुकानों को बंद करने की मांग भी उठ रही है। यह बंटवारे की राजनीति का हिस्सा लगता है, जिसमें किसी एक समुदाय के पर्व या त्योहार को लेकर दूसरे समुदाय के लिए समस्याएं खड़ी करने की कोशिश की जा रही है। UP News

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