रमेश बिधूड़ी : भारत में संसद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है। इस मंदिर में शुक्रवार को भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी ने जो बोला वह ना केवल देश का अपमान था बल्कि लोकतंत्र के इस मंदिर का भी सबसे बड़ा अपमान है। इस मुद्दे पर देश का प्रत्येक संवेदनशील नागरिक आक्रोश में है और नागरिक सवाल पूछ रहे हैं कि अपने आप को देशभक्त कहने वाली भाजपा और उसके नेता इस अपमान पर कारवाई कब करेंगे ?
गुर्जर मुस्लिम समाज को लड़वाने की मंशा तो नहीं ?
सवाल यह भी पूछा जा रहा है की कार्रवाई होगी भी अथवा नहीं ? इतना ही नहीं भारत के अनेक नागरिक यह भी आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि कहीं यह बयान गुर्जर- मुस्लिम समाज को लड़वाने के लिए प्रायोजित तरीके से दिलवाया तो नहीं गया है ? क्या इसकी पृष्ठभूमि में नूहू में हुए दंगों का प्रकरण तो नहीं ?
Prem Chopra Birthday Special- आईएएस अधिकारी बनाना चाहते थे पिता लेकिन ये बन गए खलनायक
क्या है पूरा मामला
रमेश बिधूड़ी ने क्या कहा था
संसद के विशेष सत्र के आखिरी दिन 21 सितंबर को चंद्रयान-3 की सफलता पर लोकसभा में चर्चा हो रही थी। उसी समय पीएम मोदी के योगदान को लेकर दक्षिण दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी सदन में बोल रहे थे। बीएसपी सांसद दानिश अली ने उनकी बात पर असहमति जताई, जिस पर बिधूड़ी ने आपा खो दिया और अपशब्दों का इस्तेमाल किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसकी चौतरफा आलोचना हो रही है. बीजेपी ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
देश के लोकतंत्र के मंदिर का यह अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान ! #रमेश_बिधूड़ी pic.twitter.com/jTAJduVlon
— Chetna Manch (@ManchChetna) September 23, 2023
क्या कह रहे हैं लोग
क्या बीजेपी बिधूड़ी पर कोई बड़ी कार्रवाई करेगी ? रमेश बिधूड़ी की पार्लियामेंट में बीएसपी नेता दानिश अली पर अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी से राजनीतिक भूचाल आ गया है ।
अब बड़ा सवाल यह है क्या भाजपा अपने नेता पर लगाम लगाने के लिए कोई बड़ी कार्रवाई करेगी ? क्या केवल इन शब्दों को सदन की कार्रवाई से हटा दिया जाना पर्याप्त है ? क्या सिर्फ सांसद को शो कॉज नोटिस देकर इस मामले की इतिश्री कर ली जाएगी ?
भाजपा नेताओं के कब-कब बिगड़े बोल
यह कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी भाजपा नेता अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर कई बार अभद्र टिप्पणियां कर चुके हैं लेकिन इस मामले में ज्यादा गंभीर बात ये है कि इस तरह की अभद्र टिप्पणी संसद के अंदर की गई है। जहां संसद की मर्यादा को भी तार-तार करने का प्रयास किया गया है। संसद के मंदिर को उसकी सीढ़ी पर माथा झुकाकर प्रणाम करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या अपने इस सांसद की अभद्र टिप्पणी का संज्ञान लेंगे और उस पर कुछ कड़ी कार्रवाई करेंगे ? यह देखने वाली बात होगी ।
इससे पहले भी बीजेपी के मंत्री अनुराग ठाकुर ने अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर “गोली मारो… ” जैसी अनर्गल टिप्पणी की थी इसके अलावा भाजपा के प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा भी अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर अशोभनीय टिप्पणियां कर चुके है लेकिन भाजपा ने कभी भी ऐसे नेताओं की टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं लिया और ना ही उन पर कोई गंभीर कार्रवाई की गई। जबकि किसी और दल के नेता ने अगर इस तरह की कोई बात की होती तो बीजेपी नेता उस नेता पर FIR करा चुके होते और उस नेता को सदन से निष्कासित भी कर चुके होते। पर क्या बीजेपी के बड़े नेता इस मामले में कोई संज्ञान लेंगे या यह बात भी आई गई हो जाएगी ?