दुनिया भर में सबसे ज्यादा जमीन की मालिक है भारत की एक धार्मिक संस्था

11 copy
biggest land owner in India
locationभारत
userचेतना मंच
calendar04 Jan 2024 05:42 PM
bookmark

Biggest land owner in India : एक सवाल अक्सर पूछा जाता है कि दुनिया में सबसे बड़ा जमींदार कौन है ? या यह भी पूछा जाता है कि भारत में सबसे बड़ा जमीन का मालिक कौन है यानि Who is the biggest land owner in India? शायद आपको इस सवाल का जवाब नहीं पता होगा। आज हम आपको बताते हैं कि दुनिया में सबसे अधिक जमीन किसके पास है। यह भी बताएंगे कि भारत में सबसे बड़ा लैंड ओनर कौन है ? तो आइए जानते हैं विस्तार से...

biggest land owner in India

एक नाम पर नहीं हो सकती है साढ़े बारह एकड़ से अधिक जमीन

इससे पहले हम आपको दुनिया के सबसे बड़े जमींदार के विषय में बताएं, इतना जान लीजिए कि दुनिया का सबसे बड़ा जमींदार भारत में है। भारत में राजस्व संहिता (​सीलिंग एक्ट) लागू है। इस कारण भारत में किसी एक व्यक्ति के नाम पर साढ़े 12 एकड़ से अधिक जमीन नहीं हो सकती। यही कारण है कि दुनिया का सबसे बड़ा जमींदार कोई एक व्यक्ति नहीं है, बल्कि संस्था है। दुनिया में सबेस अधिक जमीन के मामले में पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर भारत की ही संस्थाओं का नमा है।

सबसे बड़ा जमींदार कौन है

आपको बता दें कि भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में सबेस ज्यादा अमीर जमीन की मालिक भारत सरकार है। भरारत सरकार के नाम पर 15531 वर्ग किलोमीटर जमीन है। यह जमीन भारत सरकार के 51 मंत्रालयों तथा 116 पब्लिक सेकटर कंपनियों के नाम पर दर्ज है। इस मामले में भारत सरकार का रेली मंत्रालय सबसे बड़ा जमींदार है। भारत सरकार के रेल मंत्रालय के पास 2930 वर्ग किलोमीटर जमीन की मालकियत है। इसके बाद भारत की सेना का नंबर आता है। भारत की सेना (रक्षा मंत्रालय) के पास 2580 वर्ग किलोमीटर जमीन है। यह तो बात हुई भारत सरकार की यानि सरकारी जमीन के मालिक होने की अब प्राइवेट क्षेत्र की बात करते हैं।

धार्मिक संस्था है सबसे बड़ी जमींदार

प्राइवेट क्षेत्र में दुनिया के सबसे बड़े जमींदार की बात करें तो यह भारत की एक धार्मिक संस्था है। इस संस्था का नाम कैथोलिक चर्च आफ इंडिया है। भारत में स्थित कैथोलिक चर्च आफ इंडिया के पास से लाख करोड़ रुपये मूल्य की जमीन है। जमीन के साइज के ठीक ठीक आंकड़े तो मौजूद नहीं है किंतु इस धार्मिक संस्था के पास भारत में सर्वाधिक प्रोपर्टी है। कैथोलिक चर्च आफ इंडिया के पास पूरे भारत में 14429 स्कूल, 1080 ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट तथा 2026 अस्पताल और डिस्पेंसरी है। जब भारत में अंग्रेज राज करते थे तब से यह धार्मिक संस्था सबसे बड़ी जमींदार है। लड़ाई करके अंग्रेज जिस जमीन पर कब्जा करते थे उसे कैथोलिक चर्च आफ इंडिया के नाम कर देते थे। यह संस्था इस जमीन को बेचकर तथा इस जमीन पर संस्थाएं खोलकर भारत में इसाई धर्म का प्रचार प्रसार करने का काम करती थी।

दूसरे नंबर पर भी धार्मिक संस्था

सबसे ज्यादा जमीन के मामले में दूसरे नंबर पर भी एक धार्मिक संस्था ही है। इस धार्मिक संस्था का नाम वक्फ बोर्ड है। वर्ष 1954 में वक्फ एक्ट के तहत बना हुआ यह संगठन एक इस्लामिक संगठन है। वक्फ बोर्ड के नाम पूरे भारत में 6 लाख से अधिक अचल प्रोपर्टी है। यह प्रोपर्टी तीन हजार वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैली हुई है। तो अब आप जान ही गए होंगे कि दुनिया का सबसे बड़ा जमींदार सरकारी तौर पर भारत सरकार है। उसे बाद कैथोलिक चर्च आफ इंडिया तथा तीसरे नंबर पर वक्फ बोर्ड का नाम है।

नोएडा से विदेश में नौकरी के लिए भेजे जाएंगे बेरोजगार युवक, मिलेंगे लाखों रूपये महीना

अगली खबर पढ़ें

साथी की मदद के लिए उठे हजारों हाथ, 60 घंटे में जुटा दिए 60 लाख रूपये

08 3
60 Lakh Donation in 60 Hours
locationभारत
userचेतना मंच
calendar04 Jan 2024 03:48 PM
bookmark

60 Lakh Donation in 60 Hours: ​एक बहुत पुरानी फिल्म का गीत है, ''साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जाएगा मिलकर बोझ उठाना''। इस गीत के माध्यम से संदेश दिया जाता है कि कोई काम करने के लिए सामुहिक प्रयास बेहद ही कारगर साबित होते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। मुसीबत में फंसे एक साथी की मदद के लिए आगे आए साथियों ने मात्र 60 घंटे में 60 लाख रुपये जुटा दिए। खास बात यह है कि मदद के लिए अनजान लोगों ने भी दिल खोलकर सहयोग किया।

60 Lakh Donation in 60 Hours

60 घंटे में 60 लाख रुपये एकत्रित होने का यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर मुसीबत में फंसे साथी की मदद करने वाले लोगों की दिल खोलकर तारीफ कर रहे हैं। आपको बता दें कि अमित अनम नामक एक इंवेस्टर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी। इस पोस्ट में उन्होंने इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगी थी। यह पोस्ट वायरल होने के बाद इन्वेस्टर समुदाय से जुड़े हजारों लोगों ने मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ा दिए। देखते ही देखते अमित की मदद के लिए पैसा जुटना शुरू हो गए। न केवल इन्वेस्टर बल्कि शेयर बाजार से जुड़े लोगों ने भी अमित की सहायता के लिए दिल खोलकर दान किया। मात्र 60 घंटे के भीतर अमित के खाते में 60 लाख रुपये जमा हो गए।

क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, मामला महाराष्ट्र के पुणे का है। यहां के अमित अनम एक इन्वेस्टर हैं और इन दिनों लंग्स की गंभीर बीमारी से जुझ रहे हैं। चिकित्सकों ने उन्हें लंग्स ट्रांसप्लाट कराने की सलाह दी, जिसके लिए भारी भरकम रुपयों की जरुरत थी। इसके लिए अमित ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर आर्थिक मदद मांगी। पुणे के डॉ. डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर द्वारा शेयर किए गए नोट के अनुसार, अमित अनम, इंटरस्टिशियल लंग डिजीज (ILD) से पीड़ित हैं और ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। मेडिकल कॉलेज की टीम द्वारा जांच किए जाने के बाद उन्हें लंग्स ट्रांसप्लांट कराने का सुझाव दिया गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की ओर से बताया गया था कि अमित अनम के इलाज में 60 लाख रुपये का खर्च आएगा, जिसमें ऑपरेशन के बाद अस्पताल में रहने और देखभाल के लिए 25 लाख रुपये भी शामिल होंगे। इस ऑपरेशन को जल्द कराने को कहा गया था। इसके लिए जब सोशल मीडिया पर मदद मांगी तो महज 60 घंटे में फंड राइजिंग प्लेटफार्म और उनके अकाउंट में 60 लाख रुपये आ गए।

ट्वीट कर जताया लोगों का आभार

60 घंटे में 60 लाख रुपये जुटने पर अमित ने ट्विट करके लोगों का आभार जताया है और लिखा है कि “मेरे अभियान को अविश्वसनीय समर्थन के लिए धन्यवाद। इस मदद पर टैक्स बेनेफिट हासिल करने के लिए एक लिंक भी शेयर कर रहा हूं।” अमित के साथ इन्वेस्टर सफीर आनंद ने भी लोगों का शुक्रिया अदा किया है।

आज का समाचार 4 जनवरी 2024 : स्क्रैप माफिया की 100 करोड़ की संपत्ति सीज, नोएडा में बढ़ेगी ठंड

देश विदेश  की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच  के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Drivers' strike ends: दोनों पक्षों में बनी, फिलहाल कानून लागू न करने पर सहमति

18 1
Drivers' strike ends
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 11:47 PM
bookmark
Drivers' strike ends: सरकार द्वारा लाए गए नए 'हिट एंड रन' कानून को लेकर इसके खिलाफ ड्राइवरों की हड़ताल आखिरकार खत्म हो गई है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया गया। इस हड़ताल के समाप्त होने के बाद बुधवार को स्थिति सामान्य हो गई है।

Drivers' strike ends: गृह सचिव ने दी हड़ताल समाप्त होने की जानकारी

केद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि "नया कानून अभी लागू नहीं हुआ है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 106/2 को लागू करने से पहले ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के लोगों से बात की जाएगी। उसके बाद ही सरकार द्वारा इस पर फैसला लिया जाएगा। सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर सभी वाहन चालकों से अपने-अपने काम पर लौटने की अपील की है।" ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने भी सभी ड्राइवरों से हड़ताल खत्‍म करने का आह्वान किया है। ‘हिट एंड रन’ मामलों में इस नए कानून के तहत जेल और जुर्माने के कड़े प्रावधान के खिलाफ ट्रक, बस और टैंकर ऑपरेटरों ने सोमवार को 3 दिवसीय हड़ताल शुरू की थी। हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को जब स्थिति खराब हो गई, जब उत्तर और पश्चिम भारत के करीब दो हजार पेट्रोल पंपों में ईंधन का भंडार खत्म हो गया था।

ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने की ड्राइवरों की हड़ताल समाप्त होने की पुष्टि

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कोर कमिटी के चेयरमैन बाल मलकीत सिंह ने गृह सचिव से मीटिंग के बाद अपना रिएक्शन दिया। उन्‍होंने कहा, "ड्राइवर हमारे परिवार के सदस्य हैं। हमने 28 दिसंबर को ही प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखकर उन्हें ड्राइवरों की चिंता और भय से अवगत करा दिया था। साथ ही यह बता दिया था कि अगर यह कानून लागू होता है तो इससे क्या नुकसान हो सकता है। देश किस तरह प्रभावित होगा। हालांकि, सरकार ने समय पर संज्ञान नहीं लिया और जिस बात का डर था 1 तारीख से वही देखने को मिला।" आगे मलकीत सिंह ने कहा "गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हमारी मीटिंग हुई, जिसमें सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। हम आपको यह सूचित करते हैं कि धारा 106(20) के तहत 10 साल की सजा और जुर्माने का कानून अभी तक लागू नहीं हुआ है। हम ड्राइवरों को पूरा आश्वासन दिलाते हैं कि ये कानून लागू नहीं होने देंगे। आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम बातचीत में विश्वास रखते हैं। डायलॉग के माध्यम से ही इसका हल निकल सकता है।"

Drivers' strike ends

क्रिकेट के अनूठे नियम: जिनसे दर्शक क्या खिलाड़ी भी हो जाते हैं कंफ्यूज

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।