करोड़ों का सवाल : आखिर कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?

14 5
Kaun Banega Mukhymantri
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:12 PM
bookmark

Kaun Banega Mukhymantri : टीवी पर एक प्रसिद्ध शो प्रसारित किया जाता है। उस शो का नाम है कौन बनेगा करोड़पति? इस शो का संचालन सुपर स्टॉर अमिताभ बच्चन करते हैं। "कौन बनेगा करोड़पति ?" की तर्ज पर ही 3 दिसंबर 2023 से पूरे भारत में लगातार यह सवाल पूछा जा रहा है कि "कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?" इस सवाल को देश के करोड़ों लोग पूछ रहे हैं।

Kaun Banega Mukhymantri

तीन राज्यों का एक ही सवाल

आपको पता ही है कि भारत में हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (2023) हुए हैं। इन पांच में से तीन राज्य भारतीय जनता पार्टी ने जीते हैं। भाजपा की प्रचंड जीत के बावजूद विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के चार दिन बाद भी राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के नाम तय नहीं हो पाए हैं।

देशभर में करोड़ों लोग एक ही सवाल बार-बार पूछ रहे हैं कि किस राज्य में कौन बनेगा मुख्यमंत्री ? कौन बनेगा मुख्यमंत्री ? का सवाल करोड़ों लोगों के मन में है किन्तु इसका जवाब केवल एक ही व्यक्ति के पास है। जिस व्यक्ति के पास कौन बनेगा मुख्यमंत्री? का जवाब है उस व्यक्ति का नाम है नरेन्द्र मोदी। जी हां पूरे भारत में केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही जाता है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का पद किसको मिलेगा ?

एक दर्जन से अधिक दावेदार

आपको बता दें कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री तो बनेंगे कोई तीन नेता लेकिन तीनों प्रदेशों में एक दर्जन से अधिक भाजपा नेता मुख्यमंत्री बनने की लाइन में लगे हुए हैं। बात यदि राजस्थान की करें तो इस प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को मुख्यमंत्री पद का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उनके अलावा भगवा वेशधारी बाबा बालकनाथ, दीया कुमारी, गजेन्द्र सिंह शेखावत तथा अर्जुन राम मेघवाल अपने-अपने ढंग से मुख्यमंत्री बनने की दावेदारी कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश में वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वाभाविक रूप से चौथी बार मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उनके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय तथा नरेन्द्र सिंह तोमर मुख्यमंत्री बनने की लाइन में खड़े हुए हैं। यही स्थिति छत्तीसगढ़ में भी है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की प्रबल दावेदारी है। उनके अलावा केदार कश्यप, विष्णु देव तथा ए.के. चौधरी समेत कई नेता मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।

PM मोदी ने तय कर रखे हैं नाम

भारतीय जनता पार्टी के अंतरंग सूत्रों का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम पहले ही तय कर रखे हैं। अगले दो से तीन दिनों में भाजपा संसदीय दल की बैठक में तीनों प्रदेशों के पर्यवेक्षक तय कर दिए जाएंगे। पर्यवेक्षक अपने-अपने निर्धारित प्रदेश में जाकर विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के नामों की विधिवत घोषणा कर देंगे। उसी घोषणा से हल होगा करोड़ों लोगों का यह सवाल कि "कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?"

UP में एक बार फिर IAS और 15 IPS अफसरों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

स्वरोजगार का सुनहरा मौका: ग्रामीण महिलाओं के लिए 5 सरकारी योजनाएं

ग्रामीण विकास मंत्रालय के द्वारा  दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कई योजनाएँ चलाई जा रही है

स्वरोजगार का सुनहरा मौका: ग्रामीण महिलाओं के लिए 5 सरकारी योजनाएं
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 09:43 AM
bookmark

National Rural Livelihood Mission : भारत की कुल आबादी का 65 फ़ीसदी अभी भी गांव में रहता है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी बहुत ज्यादा है। एक ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाएं अपनी बड़ी भूमिका निभाती हैं। ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कई योजनाएँ चलाई जा रही है। 

ग्रामीण महिलाओं के लिए 5 सरकारी योजनाएं

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (MKSP) :  इसका मकसद ऐसे कृषि योजनाओं को बढ़ावा देना है जो महिला किसानों की आय में बढ़ोतरी करें और साथ ही उनमें लागत भी कम आए और जोखिम भी कम रहे । यह योजना राष्ट्रीय किसान नीति के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा उन महिलाओं के लिए चलाई गई है जो महिलाएं किसान हैं । उनके लिए विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण योजना (MKSP Scheme) की शुरुआत की गई है.  केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए राज्यों के लिए 60% फंड दिया जाता है पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए 90% दिया जाता है. स्टार्टअप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) : इसका उद्देश्य स्थानीय उद्योगों को लगाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमियों को मदद पहुंचाना है ।स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (एसवीईपी), दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्‍ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम), ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 2016 से एक उप-योजना के रूप में लागू किया गया है। इसका उद्देश्‍य ग्रामीणों को उनकी उद्यम स्‍थापना में मदद करना और उद्यमों के स्थिर होने तक सहायता उपलब्‍ध कराना है। एसवीईपी ने 23 राज्यों के 153 ब्लॉकों में व्यवसाय सहायता सेवाओं और पूंजी को बढ़ावा दिया है जिनमें 75 % महिलाओं के स्वामित्व और प्रबंधन में हैं।  आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (AGEY) :  यह योजना अगस्त 2017 में शुरू की गई थी जिसके तहत दूर दराज के ग्रामीण गांव को जोड़ने के लिए कम कीमत की सुरक्षित और सामुदायिक निगरानी वाली ग्रामीण परिवहन सेवाएं प्रदान की जाती हैं।लाभार्थी सदस्य को वाहन की खरीदने के लिए सीबीओ द्वारा अपने सामुदायिक निवेश कोष से 6.50 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाता है । दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDUGKY) : इसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को प्लेसमेंट से जुड़े कौशल प्रदान करना है ताकि वे अपनी आय बढ़ा सके तथा अच्छी आय वाले रोजगार हासिल कर सकें। ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान (RSETIs) : इसके तहत  31 बैंकों और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में ग्रामीण युवाओं को लाभकारी स्वरोज़गार स्थापित करने हेतु कुशल बनाने के लिये ग्रामीण स्वरोज़गार संस्थानों (RSETIs) को सहायता प्रदान की जा रही है।

आखिर अभियान की जरूरत क्यों पड़ी

यह अभियान आज़ादी का अमृत महोत्‍सव समावेशी विकास के अंतर्गत लॉन्‍च किया गया है और इसका उद्देश्‍य पात्र ग्रामीण परिवारों की 10 करोड़ महिलाओं को संगठित करना है इसका उद्देश्‍य स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत सभी कमज़ोर और सीमांत ग्रामीण परिवारों को लाना है, ताकि वे ऐसे कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदान किये जा रहे लाभों को प्राप्त कर सकें। जब इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं स्वयं सहायता समूह का हिस्सा बनेंगी तो ये न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी ऊंचाई पर ले जाएगा।

किस तरह मदद करती है यह सरकारी योजनाएं

यह योजना स्वयं सहायता समूह में महिला उद्यमियों को छोटे व्यवसाय करने के लिए, छोटे ऋण उपलब्ध कराती हैं।  साथ ही उनके लिए उनके गांव या रहने के स्थान के आसपास ही कौशल विकसित करने के लिए उन्हें मदद भी पहुंचाई जाती है जिसमें उनके लिए ट्रेनिंग और अन्य सहायता प्रदान की जाती है । आपको बता दें कि अकेले सिर्फ महाराष्ट्र में ही 527000 स्वयं सहायता समूह है जहां महिलाएं कुशल नेतृत्व कर रही हैं और छोटे पैमाने में औद्योगिक इकाइयों में अपना योगदान दे रही है। स्वयं सहायता समूह अपने सदस्यों को प्रशिक्षण दे कर  उन्हें तैयार करते हैं ,यहाँ महिलाओं को सिलाई, हस्तशिल्प या खेती की तकनीक जैसे कौशल भी सिखाए जाते हैं। इससे न केवल वह अपनी आय में वृद्धि कर सकती हैं बल्कि उनके आत्मविश्वास और आत्म सम्मान में भी बढ़ोतरी होती है और साथ ही  महिलाओं में एकजुटता की भावना भी बढ़ती हैं और वह अपने समुदाय या घरेलू स्तर पर निर्णय लेने में भी अधिक सक्षम होती हैं।

UP में एक बार फिर IAS और 15 IPS अफसरों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट

अगली खबर पढ़ें

बड़ी खबर: NIA  को दी जा सकती है गोगामेडी हत्‍याकांड की जांच

श्री राष्‍ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्‍यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्‍याकांड लगातार उलझता ही जा रहा है

फोटो 13
Jaipur News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:06 PM
bookmark
जयपुर। श्री राष्‍ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्‍यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्‍याकांड लगातार उलझता ही जा रहा है। ताजा अपडेट यह है कि गोगामेडी के मामले की जांच नेशनल इन्‍वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंपी जा सकती है। गोगामेडी हत्‍याकांड भारत में ही नहीं विदेशी मीडिया तक में चर्चा का विषय बना हुआ है।

मिल रहा है पाकिस्‍तानी कनेक्‍शन

आपको बता दें कि करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्‍या के मामले में पाकिस्‍तानी कनेक्‍शन भी सामने आ रहा है। करणी सेना का कहना है कि गोगामेडी ने श्रीनगर के लालचौक पर भारतीय झण्‍डा फहराया था। उसी समय से गोगामेडी पाकिस्‍तान की नजरों में खटक रहा था। गोगामेडी ने पुलिस को पत्र लिख कर पाकिस्‍तान से जान का खतरा होने का अंदेशा जताया था। उसने लिखा था कि उसे भारत के भीतर के कुछ दबंगों के साथ ही साथ पाकिस्‍तान से भी जान का खतरा है। गोगामेडी के हत्‍याकांड में पाकिस्‍तानी कनेक्‍शन सामने आने से भारतीय जांच एजेंसियों की चिंता बहुत बढ़ गई है।

NIA  को जांच

भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सूत्रों ने दावा किया है कि राजस्‍थान के गोगामेडी हत्‍याकांड की जांच जल्‍दी ही NIA  को सौंपी जा सकती है। NIA  को मुश्किल से मुश्किल जांच करने का अनुभव प्राप्‍त है। इसी कारण गोगामेडी के सनसनीखेज हत्‍याकांड की जांच को भी NIA  को सौंपने पर गंभीरता से विचार चल रहा है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया है कि पूरे तथ्‍य गृह मंत्री अमित शाह के सामने रखे जा चुके हैं। गृह मंत्री अमित शाह जल्‍दी ही इस मामले में कोई बड़ा व कड़ा निर्णय ले सकते हैं। इस बीच राजस्‍थान पुलिस ने हत्‍याकांड की जांच को लेकर अपने सारे हुनर इस्‍तेमाल करना शुरू कर दिया है।

एसआईटी का हुआ गठन

इस बीच राजस्‍थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्‍याकांड की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया है। गोगामेडी की हत्‍या की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी का मुखिया राजस्‍थान पुलिस के एडीजी, क्राइम के पद पर तैनात दिनेश एन एम को बनाया गया है। उधर राजस्‍थान पुलिस ने गोगामेडी के हत्‍यारों की गिरफ्तारी पर पांच-पांच लाख का ईनाम भी घोषित कर दिया है।

स्कूल में बच्ची के साथ किया था दुष्कर्म, नौ साल बाद कोर्ट ने सुनाई ऐसी सजा

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।