Manipur Violence : फिर धधका मणिपुर, गोलीबारी में अब तक तीन की मौत

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Manipur flares up again, three killed in firing so far
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:46 PM
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इंफाल। मणिपुर में तीन मई से शुरू हुई हिंसा की आग ठंडी होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच, राज्य के कंगपोकपी जिले में सुरक्षा बलों और संदिग्ध दंगाइयों के बीच गोलीबारी में घायल एक और व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इससे घटना में जान गंवाने वालों लोगों की कुल संख्या शुक्रवार को बढ़कर तीन हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में पांच लोग घायल हुए हैं।

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दंगाइयों से निपटने के​ लिए सुरक्षा बलों ने की जवाबी कार्रवाई हथियारों से लैस दंगाइयों ने हरओठेल गांव में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की थी। सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों के जवानों ने स्थिति से निपटने के लिए उचित तरीके से जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों के मुताबिक, बृहस्पतिवार रात करीब 10 बजे के आसपास भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और आरएएफ (त्वरित कार्रवाई बल) को तैनात किया गया था। बृहस्पतिवार को मारे गए दो दंगाई जिस समुदाय के थे, उसके सदस्यों ने उनके शव के साथ यहां मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के आवास तक जुलूस निकालने की कोशिश की।

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प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को दी गिरफ्तार करने की चुनौती महिलाओं के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के आवास की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी पुलिस की आवाजाही को बाधित करने के लिए सड़क के बीच में टायर जलाते हुए भी देखे गए। सुरक्षाकर्मियों ने जब प्रदर्शनकारियों को सिंह के आवास तक मार्च करने से रोका, तो वे हिंसक हो गए, जिसके बाद पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा।

Rahul Gandhi’s visit to Manipur : मणिपुर के मोइरांग शहर में आज राहत शिविरों का दौरा करेंगे राहुल गांधी

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चुराचांदपुर में शांति के लिए निकाला गया कैंडिल मार्च हरओठेल गांव की ओर से कई दिशाओं से स्वचालित हथियारों से रुक-रुककर गोलीबारी की आवाजें सुनाई देने के बाद राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय और के मुनलाई गांव में असम राइफल्स की टुकड़ियां तैनात की गईं। एक अधिकारी ने बताया कि अज्ञात बंदूकधारियों ने बिना उकसावे के गोलीबारी की थी। इस बीच, मणिपुर में शांति की अपील करते हुए चुराचांदपुर में एक ‘कैंडल लाइट’ मार्च भी निकाला गया। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। #manipurviolence
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Rahul Gandhi's visit to Manipur : मणिपुर के मोइरांग शहर में आज राहत शिविरों का दौरा करेंगे राहुल गांधी

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FIR Against Rahul's Yatra
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:43 PM
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इंफाल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को मणिपुर के मोइरांग शहर में राहत शिविरों का दौरा करेंगे। पार्टी पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गांधी दिन में मणिपुर की राजधानी में राहत शिविरों का दौरा करने के साथ ही इंफाल में कुछ बुद्धिजीवियों तथा नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।

Rahul Gandhi's visit to Manipur

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चुराचांदपुर के राहत शिविरों में भी गए थे राहुल गांधी राहुल ने बृहस्पतिवार को चुराचांदपुर में राहत शिविरों का दौरा किया था, जो जातीय दंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक है। जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर के चुराचांदपुर में राहत शिविरों के राहुल गांधी के दौरे को लेकर उस वक्त नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला, जब कांग्रेस नेता के काफिले को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया। उन्हें अपने गंतव्य तक हेलीकॉप्टर से जाना पड़ा। राहुल गांधी स्थानीय समुदायों को सांत्वना देने के लिए मणिपुर की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।

Rahul Gandhi's visit to Manipur

MP News : पुलिस से नाराज केंद्रीय मंत्री ने की पुलिस की सुरक्षा छोड़ने की घोषणा

तीन मई को शुरू हुई थी जातीय हिंसा गौरतलब है कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच मई की शुरुआत में भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। #rahulgandhi #manipur #manipurviolence #tourofmanipur
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MP News : पुलिस से नाराज केंद्रीय मंत्री ने की पुलिस की सुरक्षा छोड़ने की घोषणा

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Annoyed with the police, the Union Minister announced to leave the security of the police
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calendar28 Nov 2025 04:43 PM
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दमोह। आत्महत्या के एक मामले में अपने समर्थकों को मुकदमे से बचाने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने अपनी दमोह पुलिस की सुरक्षा छोड़ने की घोषणा की। बाद में मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस जांच को अपराध जांच विभाग के हाथों में सौंप दिया, जिसे इन वरिष्ठ नेता को संतुष्ट करने की कवायद समझा जा रहा है। दरअसल, एक व्यक्ति की आत्महत्या मामले में मंत्री के समथकों के खिलाफ दमोह पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इसी बात से केंद्रीय मंत्री नाराज हैं।

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बख्शे नहीं जाएंगे दोषी : मिश्रा राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल पार्टी के वरिष्ठ एवं सम्मानित नेता हैं। हमने इस घटना का गंभीर संज्ञान लिया है। यह मामला सीआईडी को सौंपने का आदेश जारी किया गया है। दोषी बख्शे नहीं जायेंगे। पटेल की भावना का ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है। ऐसी अटकलें हैं कि ओबीसी नेता पटेल अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार हो सकते हैं।

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दुकान के सेल्समैन ने कर ली थी आत्महत्या दमोह में एक राशन दुकान के सेल्समैन विक्रम रोहित ने पांच दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने इस सिलसिले में दमोह नगर पालिका में पटेल के प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। केंद्र सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल दमोह लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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कामयाब नहीं होंगे मंसूबे पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि मेरी सहानुभूति उस युवक के साथ है, जिसने आत्महत्या कर ली। लेकिन, जो लोग झूठे मामले बनाते हैं या दबाव बनाने के लिए ऐसे मामले बनवाते हैं, उन्हें ध्यान से सुन लेना चाहिए कि उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि दमोह पुलिस ने जल्दबाजी में कार्रवाई की है। मैं पुलिस अधीक्षक और कार्रवाई के खिलाफ हूं। यशपाल ठाकुर मेरे कार्यकर्ता और एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि हैं। इसमें शिकायत अन्य लोगों के नाम भी आये हैं। मेरा नाम भी वहां है, इसलिए मुझ पर भी आरोप लगाया जाना चाहिए।

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पुलिस ने जल्दबाजी में की कार्रवाई उन्होंने कहा कि मैं हर कीमत पर उनके साथ हूं। मैंने कहा था कि विस्तृत जांच की जानी चाहिए, लेकिन पुलिस ने हैंडराइटिंग विशेषज्ञ से जांच कराए बिना जल्दबाजी में कार्रवाई की। पुलिस को ऐसी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। मैं इसका कड़ा विरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता वे दमोह पुलिस की सेवाएं नहीं लेंगे। मंत्री ने कहा कि मैं दमोह पुलिस की कोई भी सेवा नहीं लूंगा। आज ही मैं उनकी सुरक्षा छोड़ रहा हूं। मेरी निजी सुरक्षा को छोड़कर, दमोह पुलिस का कोई भी जवान मेरे बंगले पर या मेरे साथ तैनात नहीं होगा। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। #mpnews #ministerprahladpatel