क्या है VB-G RAM G योजना? किसानों को मिलेगा डबल फायदा! जानिए पूरा प्लान
VB-G RAM G योजना क्या है? जानिए मनरेगा की नई जगह लाई जा रही ‘जी राम जी’ योजना से मजदूरों और किसानों को क्या-क्या फायदा मिलेगा। 125 दिन रोजगार, नए नियम, ग्रामीण विकास और ताजा अपडेट एक ही जगह जानिएं।

केंद्र सरकार ग्रामीण रोजगार व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रही है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की जगह अब एक नया कानून लाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस नए ग्रामीण रोजगार कानून का नाम है ‘विकसित भारत रोजगार गारंटी व आजीविका मिशन (ग्रामीण)’ जिसे संक्षेप में VB-G RAM G या ‘जी राम जी’ योजना कहा जा रहा है। सरकार का दावा है कि यह योजना सिर्फ रोजगार देने तक सीमित नहीं होगी बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और 2047 के विकसित भारत विजन को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगी।
आखिर क्या है ‘VB-G RAM G’ योजना?
‘VB-G RAM G’ योजना को मनरेगा का अपग्रेडेड और ज्यादा प्रभावी वर्जन माना जा रहा है। इस योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को पहले की तरह 100 दिन नहीं बल्कि 125 दिनों के रोजगार की कानूनी गारंटी दी जाएगी। सरकार का फोकस केवल मजदूरी देने पर नहीं बल्कि गांवों में ऐसा स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर होगा जिससे लोगों की आजीविका लंबे समय तक सुरक्षित रह सके। यह पूरा सिस्टम एक नए अधिनियम के तहत लागू किया जाएगा जिससे निगरानी और जवाबदेही और मजबूत होगी।
मनरेगा से कितनी अलग और क्यों ज्यादा बेहतर है ‘जी राम जी’?
मनरेगा में जहां काम की योजना कई बार कागजों तक सीमित रह जाती थी वहीं ‘जी राम जी’ एक्ट में ग्राम पंचायत को केंद्र में रखा गया है। अब योजनाएं ऊपर से थोपने की बजाय पंचायत स्तर पर बनाई जाएंगी और उन्हें पीएम गति शक्ति जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा। रोजगार के दिनों को 100 से बढ़ाकर 125 करना ग्रामीण परिवारों की आय बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही भुगतान प्रक्रिया में आधार और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने की तैयारी है।
ग्रामीण विकास पर होगा चार प्रमुख क्षेत्रों में फोकस
इस नई योजना के तहत रोजगार के साथ-साथ गांवों की बुनियाद मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में सड़क, कनेक्टिविटी और सार्वजनिक ढांचे का विकास किया जाएगा। मौसम की मार से निपटने के लिए खास परियोजनाएं चलाई जाएंगी ताकि सूखा, बाढ़ जैसी समस्याओं का असर कम हो। इसके अलावा आजीविका से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और पानी संरक्षण व जल संचयन जैसे कामों को प्राथमिकता दी जाएगी जिससे खेती और ग्रामीण कारोबार दोनों को फायदा मिल सके।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कैसे मिलेगी मजबूती?
‘VB-G RAM G’ योजना से गांवों में काम के मौके बढ़ेंगे और लोगों की आय में सीधा इजाफा होगा। बेहतर सड़कें और कनेक्टिविटी बाजारों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करेंगी। जल परियोजनाओं और सिंचाई ढांचे के मजबूत होने से कृषि उत्पादन बढ़ेगा। भंडारण, उत्पादन और बाजार से जुड़ी गतिविधियों के चलते गांवों में छोटे-मोटे व्यवसाय भी पनपेंगे जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नया संबल मिलेगा।
किसानों को कैसे होगा डबल फायदा?
इस योजना से किसानों को दोहरा लाभ मिलने वाला है। एक ओर खेतों के लिए मजदूर आसानी से उपलब्ध होंगे वहीं दूसरी ओर सिंचाई और कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा। खास बात यह है कि बुआई और कटाई के मौसम में 60 दिनों का विशेष समय रखा गया है जब ग्रामीण रोजगार योजना के तहत काम रोक दिया जाएगा। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इस अहम समय पर किसानों को मजदूरों की कमी न हो और फर्जी मजदूरी भुगतान पर भी रोक लग सके।
मजदूरों के लिए क्या बदलेगा?
ग्रामीण मजदूरों के लिए यह योजना मनरेगा से ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है। अब उन्हें 125 दिनों तक काम की गारंटी मिलेगी। यदि किसी कारणवश इतना काम उपलब्ध नहीं हो पाता है तो बेरोजगारी भत्ता देने का भी प्रावधान रखा गया है। गांवों में बनने वाले सड़क, जल संरचनाएं और अन्य सुविधाएं मजदूरों के जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएंगी। पारदर्शी भुगतान व्यवस्था से मजदूरों को समय पर और पूरा पैसा मिलने की उम्मीद बढ़ेगी।
केंद्र सरकार ग्रामीण रोजगार व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रही है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की जगह अब एक नया कानून लाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस नए ग्रामीण रोजगार कानून का नाम है ‘विकसित भारत रोजगार गारंटी व आजीविका मिशन (ग्रामीण)’ जिसे संक्षेप में VB-G RAM G या ‘जी राम जी’ योजना कहा जा रहा है। सरकार का दावा है कि यह योजना सिर्फ रोजगार देने तक सीमित नहीं होगी बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और 2047 के विकसित भारत विजन को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगी।
आखिर क्या है ‘VB-G RAM G’ योजना?
‘VB-G RAM G’ योजना को मनरेगा का अपग्रेडेड और ज्यादा प्रभावी वर्जन माना जा रहा है। इस योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को पहले की तरह 100 दिन नहीं बल्कि 125 दिनों के रोजगार की कानूनी गारंटी दी जाएगी। सरकार का फोकस केवल मजदूरी देने पर नहीं बल्कि गांवों में ऐसा स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर होगा जिससे लोगों की आजीविका लंबे समय तक सुरक्षित रह सके। यह पूरा सिस्टम एक नए अधिनियम के तहत लागू किया जाएगा जिससे निगरानी और जवाबदेही और मजबूत होगी।
मनरेगा से कितनी अलग और क्यों ज्यादा बेहतर है ‘जी राम जी’?
मनरेगा में जहां काम की योजना कई बार कागजों तक सीमित रह जाती थी वहीं ‘जी राम जी’ एक्ट में ग्राम पंचायत को केंद्र में रखा गया है। अब योजनाएं ऊपर से थोपने की बजाय पंचायत स्तर पर बनाई जाएंगी और उन्हें पीएम गति शक्ति जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा। रोजगार के दिनों को 100 से बढ़ाकर 125 करना ग्रामीण परिवारों की आय बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही भुगतान प्रक्रिया में आधार और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने की तैयारी है।
ग्रामीण विकास पर होगा चार प्रमुख क्षेत्रों में फोकस
इस नई योजना के तहत रोजगार के साथ-साथ गांवों की बुनियाद मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में सड़क, कनेक्टिविटी और सार्वजनिक ढांचे का विकास किया जाएगा। मौसम की मार से निपटने के लिए खास परियोजनाएं चलाई जाएंगी ताकि सूखा, बाढ़ जैसी समस्याओं का असर कम हो। इसके अलावा आजीविका से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और पानी संरक्षण व जल संचयन जैसे कामों को प्राथमिकता दी जाएगी जिससे खेती और ग्रामीण कारोबार दोनों को फायदा मिल सके।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कैसे मिलेगी मजबूती?
‘VB-G RAM G’ योजना से गांवों में काम के मौके बढ़ेंगे और लोगों की आय में सीधा इजाफा होगा। बेहतर सड़कें और कनेक्टिविटी बाजारों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करेंगी। जल परियोजनाओं और सिंचाई ढांचे के मजबूत होने से कृषि उत्पादन बढ़ेगा। भंडारण, उत्पादन और बाजार से जुड़ी गतिविधियों के चलते गांवों में छोटे-मोटे व्यवसाय भी पनपेंगे जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नया संबल मिलेगा।
किसानों को कैसे होगा डबल फायदा?
इस योजना से किसानों को दोहरा लाभ मिलने वाला है। एक ओर खेतों के लिए मजदूर आसानी से उपलब्ध होंगे वहीं दूसरी ओर सिंचाई और कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा। खास बात यह है कि बुआई और कटाई के मौसम में 60 दिनों का विशेष समय रखा गया है जब ग्रामीण रोजगार योजना के तहत काम रोक दिया जाएगा। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इस अहम समय पर किसानों को मजदूरों की कमी न हो और फर्जी मजदूरी भुगतान पर भी रोक लग सके।
मजदूरों के लिए क्या बदलेगा?
ग्रामीण मजदूरों के लिए यह योजना मनरेगा से ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है। अब उन्हें 125 दिनों तक काम की गारंटी मिलेगी। यदि किसी कारणवश इतना काम उपलब्ध नहीं हो पाता है तो बेरोजगारी भत्ता देने का भी प्रावधान रखा गया है। गांवों में बनने वाले सड़क, जल संरचनाएं और अन्य सुविधाएं मजदूरों के जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएंगी। पारदर्शी भुगतान व्यवस्था से मजदूरों को समय पर और पूरा पैसा मिलने की उम्मीद बढ़ेगी।












