Ad Hoc Committee: भारतीय कुश्ती में मचे घमासान के बीच कुश्ती महासंघ के निलंबन के 3 दिन बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने एक बड़ा निर्णय लिया है। भारतीय ओलंपिक संघ ने कुश्ती संघ का काम देखने के लिए तीन सदस्यीय एड हॉक कमेटी का गठन किया है। भूपेन्द्र सिंह बाजवा को इस एड हॉक कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है, वहीं एमएम सौम्या और मंजुषा कंवर को इस समिति का सदस्य बनाया गया है।
Ad Hoc Committee: एक बार फिर एड हॉक कमेटी का किया गया गठन
ओलंपिक संघ ने तीन सदस्यीय एड हॉक कमेटी का एक बार फिर गठन किया है। भूपेन्द्र सिंह बाजवा, एमएम सौम्या और मंजुषा कंवर की ये
तीन सदस्यीय एड हॉक कमेटी भारतीय कुश्ती महासंघ के कामकाज और गतिविधियों को देखेगी। जिसमें खिलाड़ियों का चयन, अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को भेजना, टूर्नामेंट के आयोजन करने का काम शामिल है। साथ ही यह कमेटी कुश्ती महासंघ के बैंक अकाउंट को देखने का भी काम भी करेगी।
इससे पहले भी किया गया था Ad Hoc Committee का गठन
इससे पहले इसी साल मई महीने में कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को संघ के कामकाज से दूर रहने के लिए कहा गया था। तब भी तीन सदस्यीय एड हॉक कमेटी ही कुश्ती महासंघ का कामकाज देख रही थी। इसी समिति ने ही कुश्ती महासंघ के चुनाव कराए और 21 दिसंबर के दिन संजय सिंह को नया अध्यक्ष चुना गया। नए प्रेसिडेंट संजय सिंह का जमकर विरोध हुआ और उन्होंने कुछ मनमाने फैसले किए। इस वजह से खेल मंत्रालय ने पूरे कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया था। अब फिर से तदर्थ समिति ही कुश्ती संघ का कामकाज देखेगी।
बृजभूषण शरण सिंह को लेकर शुरू हुआ था कुश्ती महासंघ का विवाद
कुश्ती महासंघ का विवाद उसके पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को लेकर तब शुरू हुआ था, जब कुछ महिला पहलवानों ने उन पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद से ये विवाद बढ़ता ही जा रहा है और शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इस विवाद की वजह से बृजभूषण शरण सिंह को अपना पद तक गंवाना पड़ा है। यहीं नहीं इस विवाद के कारण भारतीय कुश्ती महासंघ की मान्यता तक रद्द कर दी गई थी।
Ad Hoc Committee
क्रिकेट के अनूठे नियम: जिनसे दर्शक क्या खिलाड़ी भी हो जाते हैं कंफ्यूज
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।