शाकिब का बचाव: मैं युद्ध में था, जीतने के लिए जो भी जरूरी था वो किया

शाकिब का बचाव: शाकिब अल हसन ने किया अपने फैसले का बचाव
बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैच के बाद अपनी टाइम आउट की अपील के फैसले का बचाव किया। शाकिब ने कहा कि "मुझे अपने फैसले का कोई मलाल नहीं है, क्योंकि यह नियमों के अनुसार है। यह सही है या नहीं, ये वो नहीं जानते, लेकिन कानून के अंतर्गत है। मुझे लगा कि मैं युद्ध में हूं। मुझे जीतने के लिए जो भी करना पड़ा, मैंने वो किया। मुझे पता है इस पर बहस होगी। टाइम आउट से हमें मदद मिली, इसे मैं नजरअंदाज नहीं करूंगा।"मैथ्यूज-शाकिब टाइम आउट विवाद क्या है, क्यों मच गया दिल्ली मैच में बवाल
शाकिब ने आगे कहा कि "हमारा एक फील्डर (शांतों) मेरे पास आया और कहा कि 'अगर आप अपील करते हैं, तो नियम कहता है कि वह आउट है, क्योंकि उसने ज्यादा टाइम लिया है।' इसके बाद फिर मैंने अंपायर से अपील की। अंपायर ने विचार विमर्श करने के बाद मैथ्यूज को आउट दे दिया।" ऑलराउंडर शाकिब ने इसके बाद कहा कि "मैंने एंजेलो मैथ्यूज के खिलाफ लंबे समय तक खेला है। टाइम आउट होने के बाद वह मेरे पास आए थे और मुझसे पूछा कि क्या मैं अपनी अपील वापस लेना चाहूंगा या नहीं। मैंने कहा कि 'मैं आपकी स्थिति को समझता हूं। लेकिन मैं अपील वापस नहीं लेना चाहता हूं'।"टाइम आउट नियम आखिर क्या है? जिस पर कल से दुनियाभर में छिड़ी है बहस
खेल भावना के सवाल पर आईसीसी को जिम्मेदार ठहरा झाड़ा पल्ला, शाकिब का बचाव
वहीं जब शाकिब से खेल भावना से जुड़े पहलू के बारे में पूछा गया, तो शाकिब ने आईसीसी को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना पल्ला झाड दिया और तपाक से अपने निर्णय के बचाव में कहा कि "अगर ऐसी बात है तो आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए और अगर ये खेल भावना के खिलाफ है, तो इस नियम को बदल देना चाहिए। क्योकि मैंने जो किया वो नियमों के अंतर्गत ही किया।"भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत विश्व कप में फिर हो सकती है, बन रहे हैं समीकरण
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शाकिब का बचाव: शाकिब अल हसन ने किया अपने फैसले का बचाव
बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैच के बाद अपनी टाइम आउट की अपील के फैसले का बचाव किया। शाकिब ने कहा कि "मुझे अपने फैसले का कोई मलाल नहीं है, क्योंकि यह नियमों के अनुसार है। यह सही है या नहीं, ये वो नहीं जानते, लेकिन कानून के अंतर्गत है। मुझे लगा कि मैं युद्ध में हूं। मुझे जीतने के लिए जो भी करना पड़ा, मैंने वो किया। मुझे पता है इस पर बहस होगी। टाइम आउट से हमें मदद मिली, इसे मैं नजरअंदाज नहीं करूंगा।"मैथ्यूज-शाकिब टाइम आउट विवाद क्या है, क्यों मच गया दिल्ली मैच में बवाल
शाकिब ने आगे कहा कि "हमारा एक फील्डर (शांतों) मेरे पास आया और कहा कि 'अगर आप अपील करते हैं, तो नियम कहता है कि वह आउट है, क्योंकि उसने ज्यादा टाइम लिया है।' इसके बाद फिर मैंने अंपायर से अपील की। अंपायर ने विचार विमर्श करने के बाद मैथ्यूज को आउट दे दिया।" ऑलराउंडर शाकिब ने इसके बाद कहा कि "मैंने एंजेलो मैथ्यूज के खिलाफ लंबे समय तक खेला है। टाइम आउट होने के बाद वह मेरे पास आए थे और मुझसे पूछा कि क्या मैं अपनी अपील वापस लेना चाहूंगा या नहीं। मैंने कहा कि 'मैं आपकी स्थिति को समझता हूं। लेकिन मैं अपील वापस नहीं लेना चाहता हूं'।"टाइम आउट नियम आखिर क्या है? जिस पर कल से दुनियाभर में छिड़ी है बहस
खेल भावना के सवाल पर आईसीसी को जिम्मेदार ठहरा झाड़ा पल्ला, शाकिब का बचाव
वहीं जब शाकिब से खेल भावना से जुड़े पहलू के बारे में पूछा गया, तो शाकिब ने आईसीसी को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना पल्ला झाड दिया और तपाक से अपने निर्णय के बचाव में कहा कि "अगर ऐसी बात है तो आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए और अगर ये खेल भावना के खिलाफ है, तो इस नियम को बदल देना चाहिए। क्योकि मैंने जो किया वो नियमों के अंतर्गत ही किया।"भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत विश्व कप में फिर हो सकती है, बन रहे हैं समीकरण
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