Excise Duty: पेट्रोल की कीमत में 9.5 रुपये की होगी गिरावट, सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटाने का किया फैसला

1570980 nirmala sitharaman 1 1
Source: DNA India
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:10 AM
bookmark
नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल (Excise Duty) की बढ़ती कीमतों का सामना करने वाले देश के नागरिकों को केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़ी राहत देने को लेकर ऐलान किया जा चुका है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी दिया है कि हम पेट्रोल (Excise Duty) पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) को आठ रुपये और डीजल पर छह रुपये कम किया जा सकता है। इससे पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल के भाव में सात रुपये प्रति लीटर घटा दिया जाएगा। इसके अलावा वित्त मंत्री ने यह भी जानकारी दिया है कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नौ करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) सब्सिडी का फायदा मिलने जा रहा है। उन्होंने जानकारी दिया है कि इससे हमारी माताओं और बहनों को काफी सहायता होगी।

प्लास्टिक उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी भी हुई कम

सीतारमण ने बताया है कि हम उन प्लास्टिक उत्पादों को लेकर कच्चे माल और बिचौलियों पर भी कस्टम ड्यूटी कम करने की योजना बनाई जा रही है। जहां हमारी आयात निर्भरता अधिक हो चुकी है। स्टील वाले कुछ कच्चे माल पर भी आयात शुल्क को कम करने पर विचार किया जा रहा है। कुछ स्टील उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाने की योजना बनाई जा रही है। वित्त मंत्री ने जानकारी दिया है कि सीमेंट की उपलब्धता को बेहतर करना चाहते हैं तो इसके लिए मानक अमल में लाए जा रहे हैं और सीमेंट की कीमत कम करने को ध्यान रखते हुए बेहतर लॉजिस्टिक्स का सहारा लेने का कार्य किया जा रहा है।

शनिवार को पेट्रोल-डीजल के इतने रहे दाम

शनिवार को बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 96.67 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 115.51 रुपये और डीजल की 105.77 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है। कोलकाता में पेट्रोल का भाव 115.12 रुपये और डीजल की कीमत 99.83 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई थी। वहीं, चेन्नई में पेट्रोल 110.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल 100.94 रुपये प्रति लीटर के भाव से बिक रहा है।
अगली खबर पढ़ें

Job In UP- योगी सरकार प्रदेश के हर परिवार से किसी एक सदस्य को देगी रोजगार

Picsart 22 05 21 17 52 47 829
प्रदेश के सभी परिवार में से कम से कम एक सदस्य को रोजगार
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:14 AM
bookmark
Job In UP- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतकर दूसरी बार मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण करने वाले योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath) ने अपने संकल्प पत्र में प्रदेश के सभी परिवार के किसी एक सदस्य को रोजगार (Job in UP) देने के प्रयास की बात की थी। अपने इस संकल्प को पूरा करने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके तहत सरकार लगातार रिक्त पदों पर भर्ती करने की प्रक्रिया में जुटी हुई है और विभिन्न योजनाओं के तहत भी युवाओं को नौकरी दी जा रही है। संकल्प पत्र में दिए गए अपने वादे को पूरा करने के लिए अब योगी सरकार (Yogi Government) एक नया कदम उठाने जा रही है। योगी सरकार प्रदेश के सभी परिवारों के सामाजिक और आर्थिक स्थिति का सटीक आकलन करने के लिए एक कार्ड बनवाने जा रही है। सामाजिक और आर्थिक स्थिति से जुड़ा हुआ यह कार्ड आधार कार्ड से लिंक कराया जाएगा। यह कार्ड प्रदेश के सभी परिवारों में से कम से कम एक सदस्य को रोजगार दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

परिवार कार्ड में दर्ज की जाएगी परिवार संबंधित पूर्ण जानकारी-

प्रदेश के हर परिवार में से कम से कम एक सदस्य को रोजगार देने के लिए यह आवश्यक है कि सरकार को प्रदेश के सभी परिवारों की सामाजिक और रोजगार संबंधित स्थिति की जानकारी हो। इसी को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने हर परिवार से जुड़ा एक कार्ड बनवाने का फैसला किया है। इस कार्ड में हर परिवार से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज की जाएंगी। कार्ड परिवार के मुखिया के नाम से बनवाया जाएगा। कार्ड के अंदर परिवार में कितने सदस्य हैं? किस सदस्य की उम्र कितनी है? कौन-कौन नौकरी करता है अथवा किसी न किसी रोजगार से जुड़ा हुआ है? यह सारी जानकारियां दर्ज की जाएंगी। तत्पश्चात परिवार कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराया जाएगा।
Bhool Bhulaiya 2- कार्तिक आर्यन की भूल भुलैया 2ने पहले दिन की ताबड़तोड़ कमाई, दर्शको को बेहद पसंद आई फिल्म
इस कार्ड की मदद से सरकार को यह जानने में आसानी होगी कि प्रदेश के किस परिवार में किसी सदस्य के पास रोजगार है अथवा नहीं। तत्पश्चात इस कार्ड की मदद से सरकार अपने विभिन्न रोजगार योजनाओं के तहत हर परिवार को रोजगार उपलब्ध कराएगी। योगी सरकार का यह कदम प्रदेश में रोजगार (Job in UP) समस्या को खत्म करने में काफी कारगर साबित होगा।  
अगली खबर पढ़ें

Big News ह​रियाणा के इस पूर्व CM को 26 मई को सुनाएगी सजा, जानें क्या है मामला

Om prakash
Big News Om Prakash Chautala
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 May 2022 10:41 PM
bookmark

Big News Om Prakash Chautala : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) को बड़ा झटका लगा है। आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने दोषी करा दिया है। अब 26 मई को कोर्ट में बहस होगी और उन्हें सजा सुनाई जाएगी। कोर्ट ने दो दिन पहले मामले में दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें पूर्व CM ओमप्रकाश चौटाला भी मौजूद रहे।

Big News Om Prakash Chautala

कोर्ट द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद 86 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वे जेबीटी भर्ती घोटाले में पिछले साल 2 जुलाई को तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। अब फिर उनको जेल जाना पड़ सकता है। कोर्ट के फैसले के बाद उनके समर्थकों में मायूसी छा गई है।

आपको बता दें कि सीबीआई ने 26 मार्च 2010 को ओमप्रकाश चौटाला के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। जिसमें कहा गया था कि चौटाला ने 1993 से 2006 के बीच कथित रूप से उनकी वैध आय से काफी अधिक 6.09 करोड़ रुपए की संपत्ति जुटाई है। यह उनकी आय से कहीं ज्यादा है। हालांकि चौटाला परिवार इन आरोपों को हमेशा से ही राजनीति से प्रेरित बताता रहा है।

जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की 3 करोड़ 68 लाख की संपत्तियों को जब्त कर लिया था। इन संपत्तियों में ओमप्रकाश चौटाला के फ्लैट, प्लॉट और जमीन शामिल थे। जब्‍त की गईं संपत्तियां नई दिल्ली, पंचकूला और सिरसा में हैं। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज रिपोर्ट को लेकर हुई थी।

आपको बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला को जनवरी 2013 में जेबीटी घोटाले में दोषी करार दिया गया था। इनेलो सुप्रीमो को प्रीवेंशन ऑफ करप्शन में सात साल और षड्यंत्र में दोषी पाए जाने पर 10 साल की सज़ा हुई थी। पिछले साल ही वे दिल्ली की तिहाड़ कोर्ट से सजा पूरी कर बाहर आए थे। कोर्ट के आज संभावित फैसले पर पूरे प्रदेश के लोगों के साथ राजनीतिक दलों की भी निगाहें टिकी थीं।