बेटी से छेड़छाड़, मां ने लगाई न्याय की गुहार

बेटी से छेड़छाड़, मां ने लगाई न्याय की गुहार
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:13 PM
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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जीरो टालरेंस नीति के बावजूद मनचले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक ऐसी ही घटना सामने आयी है। जहां मनचलों ने कोचिंग पर जाने वाली दो बहनों के साथ छेड़छाड़ की और उन्हें अगवा कर बेचने की धमकी भी दे रहे हंै। मनचलों की इस धमकी के बाद दोनों बहनें डरी हुई हैं। लड़कियों की मां ने थाने में शिकायत दी है। UP News :

मां को बताई बदमाशों की अश्लील हरकतें

मीनाक्षी रोड के एक मोहल्ले में रहने वाली पीड़ित मां ने बताया कि सोमवार की सुबह को उनकी बेटीयां कोचिंग के लिए घर से निकली थी तभी चेनापुरी मोहल्ले के दो बदमाशों ने उनके साथ छेड़छाड़ की। यह बदमाश कई दिनों से दोनों बहनों के साथ अश्लील इशारे करते थे, लेकिन बहनों ने कई बार उनकी अश्लील हरकतों को अनदेखा कर दिया था। लेकिन एक दिन बदमाशों ने सारी हदें पार कर दी। दोनों बहनें किसी तरह अपनी जान बचाकर भागी और घर पहुंचीं और मां को सारी घटना की जानकारी दी।

बदमाशों ने दी बेटियों को धमकी

पीड़ित की मां ने बाताया की रोजाना बदमाश उन्हें अश्लील इशारे करते थे लेकिन बेटियों ने उन्हें काफी अनदेखा किया लेकिन सोमवार को कोचिंग जाते समय ये बदमाश उन्हें अश्लील इशारे करके डरा रहे थे। और इतना ही नहीं आरोपितों ने बेटियों को धमकी दी थी कि यदि वे चुप नहीं रहीं, तो वह उन्हें उठा ले जाएंगे और बेच देंगे। बेटियां इस घटना के बाद काफी डरी हुई हंै। इसके बाद लड़कियों की मां ने हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र प्रभारी विजय गुप्ता को घटना की जानकारी दी और पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस ने आरोपितों कि तलाश शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। UP News
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बिग ब्रेकिंग : 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए आजम खां

बिग ब्रेकिंग : 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए आजम खां
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 03:42 PM
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उत्तर प्रदेश से इस समय सबसे बड़ी सामने रही है। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां मंगलवार को 23 माह बाद सीतापुर जिला कारागार से रिहा कर दिए गए। रामपुर एमपी एमएलए कोर्ट में जुर्माना जमा होने के बाद आधिकारिक मेल जिला कारागार सीतापुर पहुंची जिला कारागार मेल पहुंचने के बाद कुछ देर बाद आजम खां को जेल से रिहा कर दिया गया। आजम खां की रिहाई को देखते हुए सीतापुर में पुलिस अलर्ट थी। 3-3 हजार के दो जुर्माने कोर्ट में जमा किए गए। जिसके बाद आजम खां को जेल से रिहा किया गया। आजम खां की रिहाई के वक्त जेल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे।   UP News बता दें कि आजम की रिहाई की खबर सुनकर मंगलवार सुबह 5 बजे से ही समाजवादी पार्टी के विधायक अनिल वर्मा, समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं के साथ रामपुर से आए आजम खां के समर्थक जुटने लगे। दिन चढऩे के साथ जिला कारागार के बाहर कार्यकर्ताओ की भीड बढ़ी तो एएसपी उत्तरी आलोक सिंह के साथ शहर कोतवाली, रामकोट, खैराबाद, बिसवां, सकरन अन्य थानों की फोर्स बुलाई गई। इसी बीच सुबह करीब सवा सात बजे आजम खां के बेटे अदीब खां जिला कारागार पहुंचे। करीब 15 मिनट रुकने के बाद वह जेल से बाहर निकले।  उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार किया। वह सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर चले गए।  UP News
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उत्तर प्रदेश में चला चुनाव आयोग का डंडा, 127 पार्टियों को थमाया नोटिस

उत्तर प्रदेश में चला चुनाव आयोग का डंडा, 127 पार्टियों को थमाया नोटिस
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:27 AM
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उत्तर प्रदेश 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारियों ने राज्य की सियासी हलचल तेज कर दी है। राजनीतिक दल अपनी चुनावी रणनीतियों और तैयारियों में जुटे हैं, वहीं चुनाव आयोग भी पूरी तरह सक्रिय मोड में आ गया है। हाल ही में आयोग ने राजनीतिक दलों की शिकायतों का जवाब देने के साथ ही लंबे समय से चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं लेने वाली 121 पार्टियों को राजनीतिक दलों की सूची से हटा दिया था। अब इसी क्रम में आयोग ने 127 राजनीतिक दलों को कारण बताओ नोटिस भी थमाया है।  UP News

इस सूची में उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी प्रभाव रखने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का नाम भी शामिल है, जो इस बार 78वें स्थान पर सूचीबद्ध है। यह कदम राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों पर आयोग की सख्ती और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है।

पिछले तीन वर्षों का खर्चा नहीं दिया

लखनऊ स्थित मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने उत्तर प्रदेश की सियासी हलचल को देखते हुए सभी 127 दलों की सूची जारी कर दी है और इन्हें ‘कारण बताओ’ नोटिस थमाया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि इन दलों ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों (2021-22, 2022-23 और 2023-24) के वार्षिक लेखापरीक्षित खाते समय पर पेश नहीं किए। इसके अलावा, 2019 से अब तक हुए विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भाग लेने के बावजूद इन दलों ने निर्धारित समय में निर्वाचन व्यय विवरणी भी दाखिल नहीं की। यह कदम उत्तर प्रदेश में आगामी 2027 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने और चुनावी नियमों के पालन को सख्ती से लागू करने की दिशा में उठाया गया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग की यह कार्रवाई राज्य की सियासी गतिविधियों और पार्टियों की तैयारी पर सीधा प्रभाव डाल सकती है।  UP News

नियमों का उल्लंघन, सभी दलों को नोटिस

निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार, विधानसभा चुनाव में 75 दिन और लोकसभा चुनाव में 90 दिन के भीतर सभी राजनीतिक दलों के लिए चुनावी खर्च का विवरण जमा करना अनिवार्य है। बावजूद इसके, 127 दलों ने इस नियम का पालन नहीं किया, जिसके चलते सभी को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि पार्टी अध्यक्ष और महासचिव 3 अक्टूबर तक अपना प्रत्यावेदन, शपथ-पत्र और सभी संबंधित अभिलेख लखनऊ स्थित कार्यालय में जमा करें। इस मामले की सुनवाई 6, 7, 8 और 9 अक्टूबर 2025 को प्रतिदिन सुबह 10 बजे से की जाएगी।

आयोग ने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय सीमा तक जवाब नहीं दिया गया, तो इसे पार्टी की ओर से कोई उत्तर न देने के रूप में माना जाएगा और पूरा मामला भारत निर्वाचन आयोग को भेज दिया जाएगा। इन नोटिस प्राप्त दलों में आदर्शवादी कांग्रेस पार्टी, अभय समाज पार्टी, अखंड राष्ट्रवादी पार्टी, बहुजन पार्टी, आज़ाद समाज पार्टी, जनहित किसान पार्टी, जनता राज पार्टी, हमदर्द पार्टी, लोकदल, लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), राष्ट्रीय अपना दल, राष्ट्रीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी शामिल हैं।  UP News

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प्रमुख दलों की सूची में शिवपाल यादव की पार्टी भी शामिल

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल यादव की राजनीतिक पहचान है। शिवपाल यादव ने इस पार्टी की नींव 29 अगस्त 2018 को रखी थी, जब अपने भतीजे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से राजनीतिक मतभेद बढ़ने के बाद उन्होंने समाजवादी मूल्यों की रक्षा के उद्देश्य से यह नया मंच बनाया। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद दिसंबर 2022 में मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में शिवपाल यादव ने अपनी बहू और सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को खुले तौर पर समर्थन दिया और उनके पक्ष में कई सभाएं भी आयोजित कीं। चुनावी परिणामों के बाद, शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय कर पूरे परिवार को एक बार फिर राजनीतिक रूप से एकजुट कर दिया।    UP News