यूपी आवास विकास का बड़ा एलान : 11 हजार फ्लैट्स होंगे बिक्री के लिए उपलब्ध

Avas vikas
Uttar Pradesh Samachar
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 04:19 AM
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Uttar Pradesh Samachar : उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद (UPAVP) ने आगामी सितंबर से राज्य भर में 11,000 से अधिक फ्लैट्स की बिक्री के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है। यह प्रदेश में घर खरीदने वालों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है, लेकिन लखनऊ के खरीदारों के लिए थोड़ी निराशा की खबर है। यहां की योजनाओं में इस बार कोई विशेष छूट नहीं दी जाएगी।

एकमुश्त भुगतान पर मिलेगी 5% छूट

परिषद के सचिव नीरज शुक्ला के अनुसार, विभिन्न नगरों की आवासीय योजनाओं में खाली पड़े फ्लैट्स को बिक्री के लिए चिन्हित किया जा रहा है। मांग के अनुसार कुछ स्थानों पर अधिकतम 40% तक की छूट देने की योजना है। हालांकि, लखनऊ में स्थित अवध विहार, वृंदावन योजना और मुन्नूखेड़ा जैसे इलाकों में फ्लैट्स की मांग पहले से ही काफी अधिक है, इसीलिए यहां कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी जाएगी। हालांकि, यदि खरीदार एकमुश्त भुगतान करता है, तो उसे 5% की छूट दी जाएगी।

वाराणसी में पुरानी योजना को मिली मंजूरी

एक दशक से लंबित वाराणसी की जीटी रोड बाईपास योजना को भी परिषद द्वारा दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इस परियोजना के तहत निबिया और फरीद गांवों की भूमि खरीदने की प्रक्रिया को मंजूरी दी गई है। यह विकास भूमि विकास एवं गृह स्थान योजना के अंतर्गत किया जाएगा।

बोर्ड बैठक में पारित अन्य अहम प्रस्ताव

मुरादाबाद के मझोला योजना (चार भाग दो), सेक्टर-9ए में नगर निगम को ग्रुप हाउसिंग भूमि आवंटित की जाएगी। इसके लिए भू-उपयोग को 'संस्थागत' श्रेणी में बदला जाएगा। आगरा के सिकंदरा योजना में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को कार्यालय निर्माण के लिए वाणिज्यिक श्रेणी की भूमि आवंटित की जाएगी। भूमि की पूरी कीमत आईबी द्वारा चुकाई जाएगी। इन फैसलों से यह स्पष्ट है कि यूपी सरकार का जोर आवासीय योजनाओं को गति देने और भूमि उपयोग की दक्षता बढ़ाने पर है। जबकि राज्य के अधिकतर शहरों में छूट देकर खरीदारों को आकर्षित किया जाएगा, वहीं लखनऊ जैसे प्रीमियम बाजार में बाजार की मांग ही सबसे बड़ा आकर्षण है। यहां रियायतों की जगह स्थायित्व और लोकेशन ही प्राथमिकता में हैं।
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आधा लीटर पानी, गर्मी का कहर: गोरखपुर की महिला सिपाहियों का सड़क पर प्रदर्शन

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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:15 PM
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गोरखपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की 598 महिला सिपाही जब सोमवार को गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र स्थित 26वीं वाहिनी पीएसी के ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण के लिए पहुंचीं, तो उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि उन्हें गर्मी, पानी और अव्यवस्था से लड़ना पड़ेगा। लेकिन बुधवार की सुबह इन महिला सिपाहियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि सेंटर में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है।

पानी की किल्लत और गर्मी से बेहाल सिपाही

ट्रेनिंग सेंटर में मौजूद महिला सिपाहियों ने बताया कि इस भीषण गर्मी में उन्हें दिनभर में केवल आधा लीटर आरो पानी दिया जा रहा है। सेंटर में एक ही आरो मशीन है, जो इतनी बड़ी संख्या की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रही। प्यास और गर्मी से परेशान होकर महिलाएं सड़क पर उतर आईं। उनके मुताबिक, न पंखे पर्याप्त हैं, न ही कूलर। ठंडी हवा की कमी से दिन-रात बेहाल होकर रहना पड़ रहा है।

साफ-सफाई और निजता को लेकर गंभीर सवाल

महिला अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि बाथरूमों की संख्या बहुत कम है और वे भी बेहद गंदे हैं। कई जगह साफ-सफाई का नामोनिशान नहीं है। इसके अलावा, बाथरूम की गैलरी में लगे सीसीटीवी कैमरों को लेकर महिलाएं असहज महसूस कर रही हैं। उनका कहना है कि इससे उनकी निजता का हनन हो रहा है और बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही।

संख्या दोगुनी, सुविधाएं आधी

महिलाओं का यह भी कहना है कि ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता सिर्फ 300 लोगों के लिए है, लेकिन यहां करीब 600 महिला सिपाहियों को रखा गया है। इतनी भीड़ में न तो बैठने की जगह ठीक से मिल रही है और न ही बिजली की उचित व्यवस्था है। गर्मी में बिना पंखे और पर्याप्त पानी के रहना उनके लिए एक चुनौती बन गया है।

उत्तर प्रदेश समाचार हिंदी में:

अधिकारी पहुंचे, मिला आश्वासन

जब महिला सिपाहियों ने सेंटर गेट पर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू किया, तो पीएसी प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर जिले के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और महिलाओं को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। पीएसी सेनानायक आनंद कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में निर्माण कार्य जारी है और आने वाले दिनों में सुविधाएं बेहतर की जाएंगी।

जब तक समाधान नहीं, प्रदर्शन जारी रहेगा

हालांकि, महिलाओं ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक पानी, बिजली और साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं सुधरती, वे पीछे नहीं हटेंगी। फिलहाल, प्रशासनिक भवन के सामने महिलाएं धरने पर बैठी हैं और अपनी मांगों पर अडिग हैं। यह विरोध केवल सुविधाओं की मांग नहीं है, बल्कि यह सिस्टम से सम्मान की भी उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में मिला नटवरलाल का बाप, बना बैठा था देश का फर्जी राजदूत
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उत्तर प्रदेश में मिला नटवरलाल का बाप, बना बैठा था देश का फर्जी राजदूत

उत्तर प्रदेश में मिला नटवरलाल का बाप, बना बैठा था देश का फर्जी राजदूत
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userचेतना मंच
calendar23 Jul 2025 08:19 PM
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Uttar Pradesh Samachar: उत्तर प्रदेश एसटीएफ (नोएडा यूनिट) ने गाजियाबाद के कविनगर इलाके में एक फर्जी दूतावास का भंडाफोड़ कर देशभर में सनसनी फैला दी है। इस अवैध नेटवर्क का संचालन करने वाले आरोपी की पहचान हर्षवर्धन जैन के रूप में हुई है, जो खुद को उन देशों का ‘राजदूत’ बताता था जिनका अस्तित्व ही दुनिया के नक्शे पर नहीं है।

अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की मुहरें बरामद

एसटीएफ की छापेमारी के दौरान हर्षवर्धन की आलीशान कोठी से डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी चार लग्जरी गाड़ियां, 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, 44.70 लाख रुपये नकद, 18 डिप्लोमैटिक प्लेटें, कई विदेशी मुद्राएं, फर्जी पैन कार्ड, विदेश मंत्रालय की नकली मोहरें, और 34 कथित अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की मुहरें बरामद की गई हैं।

नामी लोगों के साथ फोटो दिखाकर जमाता था रौब

हर्षवर्धन जैन खुद को West Arctica, Saborga, Paulvia और Lodonia जैसे माइक्रो-नेशन या काल्पनिक देशों का ‘राजदूत’ बताता था। उसने कविनगर में एक कोठी को ही फर्जी दूतावास का रूप दे रखा था और सोशल मीडिया पर अपनी पहचान को वैध साबित करने के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य विशिष्ट हस्तियों के साथ मॉर्फ की गई तस्वीरें पोस्ट करता था।

विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी

STF की जांच में सामने आया है कि हर्षवर्धन लोगों को विदेश में काम दिलाने के नाम पर झांसे में लेकर मोटी रकम वसूलता था। इसके साथ ही वह शेल कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट भी संचालित कर रहा था। एसटीएफ ने बताया कि उसका नेटवर्क देशभर में फैला हो सकता है और उसने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। हर्षवर्धन का नाम कोई नया नहीं है। वर्ष 2011 में उसके खिलाफ अवैध सैटेलाइट फोन रखने का मामला कविनगर थाने में दर्ज किया गया था। इसके अलावा, कुख्यात चंद्रास्वामी और इंटरनेशनल आर्म्स डीलर अदनान खगोशी से भी उसके संपर्क की बात सामने आई है।

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एसटीएफ अधिकारी का बयान

एसटीएफ के एसएसपी सुशील घुले ने बताया कि आरोपी के खिलाफ थाना कविनगर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ फर्जी दस्तावेजों और ठगी तक सीमित नहीं, बल्कि इसमें हवाला, अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और संभावित जासूसी जैसी गंभीर धाराएं भी जुड़ सकती हैं। एसटीएफ पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है।