संसद को बाधित कर राजनीति को हथियार बनाने के परिणाम राजनीतिक व्यवस्था के लिए गंभीर : धनखड़

संसद को बाधित कर राजनीति को हथियार बनाने के परिणाम राजनीतिक व्यवस्था के लिए गंभीर : धनखड़
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:44 PM
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Delhi News : उच्च सदन में लगातार व्यवधान पर चिंता जताते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि संसद के कामकाज को बाधित कर राजनीति को हथियार बनाने के परिणाम देश की राजनीतिक व्यवस्था के लिए गंभीर हो सकते हैं और जनता को यह बात कतई पसंद नहीं आ रही है।

सभापति धनखड़ ने उच्च सदन के 259वें सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने से पहले अपने पारंपरिक संबोधन में यह टिप्पणी की।

सदन में हंगामे से अप्रसन्न धनखड़ ने कहा कि राज्य सभा के 259वें सत्र का समापन कुछ चिंता के साथ आज हो रहा है। संसद लोकतंत्र की प्रहरी है और जनता हमारी संरक्षक और स्वामी है। हमारा मुख्य दायित्व उनकी सेवा करना है। संसद का पवित्र परिसर जनता के समग्र कल्याण के लिए चर्चा और विचार-विमर्श, वाद-विवाद और निर्णय के लिए है।

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उन्होंने कहा कि यह विडम्बना की बात है कि संसद में अव्यवस्था, एक नयी व्यवस्था, एक नया मानक बनती जा रही है, जो लोकतंत्र के मूल तत्व को नष्ट कर रही है।

उन्होंने कहा कि कितनी चिंताजनक और खतरनाक स्थिति है! संसद में सर्वोपरि वाद-विवाद, संवाद, विचार-विमर्श और चर्चा का स्थान व्यवधान और अशांति ने ले लिया है। संसद के कामकाज को बाधित करके राजनीति को हथियार बनाने के परिणाम हमारी राजव्यवस्था के लिए गंभीर हो सकते हैं। जनता को यह बात बिल्कुल पसंद नहीं आ रही है। जनता की नजरों में हम सब उपेक्षा और उपहास के पात्र बन रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि व्यवधान के कारण बजट सत्र के प्रथम भाग की उत्पादकता 56.3 प्रतिशत रही, जबकि दूसरे भाग में यह सिर्फ 6.4 प्रतिशत रही। सदन में कुल 24.4 प्रतिशत समय का ही उपयोग किया जा सका और व्यवधानों के कारण सदन के 103 घंटे 30 मिनट बेकार चले गए।

धनखड़ ने कहा कि जनता की उच्च अपेक्षाओं के संबंध में हमें अपने कार्य-निष्पादन पर मंथन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी हमारा मूल्यांकन नारों के शोर के आधार पर नहीं, वरन इस बात से करेगी कि राष्ट्र के विकास पथ को मजबूती देने में हमारे विविध योगदान क्या रहे।

उन्होंने सदन के निराशाजनक कार्य-निष्पादन पर सदस्यों से चिंतन करने और कोई रास्ता निकालने का आह्वान किया।

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Political : परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद विपक्ष की संस्कृति : मोदी

Modi
Familyism, Dynasty, Casteism and Regionalism Culture of Opposition: Modi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:30 AM
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है।

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कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से मुक्त कराने को प्रतिबद्ध

भाजपा के 44वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से भारत को मुक्त कराने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार कड़े कदम उठाने को प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा कि अगर हम भगवान हनुमान का पूरा जीवन देखें तो उनमें ‘कर सकने वाला’ की प्रवृत्ति थी जिसकी वजह से उन्हें बड़ी सफलताएं हासिल हुईं।

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सामाजिक न्याय भाजपा के लिए आस्था का विषय

मोदी ने मुफ्त राशन योजना, स्वास्थ्य बीमा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सामाजिक न्याय भाजपा के लिए आस्था का विषय है। भारत को लोकतंत्र की जननी करार देते हुए मोदी ने कहा कि प्रारंभ से ही भाजपा की आस्था जनता के विवेक पर रही है और दिनों दिन वह आस्था और मजबूत होती जा रही है। भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया, भाजपा लोकतंत्र के अमृत से पोषित है। भाजपा देश के लोकतंत्र व उसके संविधान को मजबूत करते हुए समर्पण भाव से दिन-रात देश के लिए काम कर रही है। भाजपा को विकास, विश्वास और नए विचार का पर्याय बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी की विचारधारा का आधार है।

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विपक्षी दलों ने नहीं की समाज की चिंता

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में बहुत सारे दलों ने सामाजिक न्याय के नाम पर राजनीति का दिखावा किया और इन दलों के मुखिया अपने परिवार का भला करते रहे। उन्होंने समाज की कतई चिंता नहीं की, जबकि भाजपा सामाजिक न्याय को जीती है, उसकी भावना का अक्षरश: पालन करती है। 80 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव मुफ्त राशन मिलना सामाजिक न्याय का ही प्रतिबिंब है। 50 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव 5,00,000 रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलना सामाजिक न्याय की ही सशक्त अभिव्यक्ति है। भाजपा सही अर्थों में देश के दबे कुचले समाज के लिए आशा की किरण बनी हुई है।

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महिलाओं के जीवन को आसान बना रही भाजपा की सियासी संस्कृति

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों की संस्कृति में महिलाओं की चुनौतियों की परवाह ही नहीं की जाती है, जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति महिलाओं के जीवन को आसान बनाना रही है। उन्होंने ‘बादशाही’ मानसिकता वाले लोगों की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वह 2014 से ही गरीबों, पिछड़ों और वंचितों का अपमान कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने कभी नहीं सोचा था कि अनुच्छेद 370 एक दिन इतिहास बन जाएगा और वह भाजपा के काम को पचा नहीं पा रहे हैं। आज वे इतने हताश हो गए हैं कि उन्होंने खुलेआम ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ कहना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और भाजपा कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया का बेहतर तरीके से उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करने पर जोर दिया।

विशेष सप्ताह मनाएगी बीजेपी

पार्टी ने अपने स्थापना दिवस से 14 अप्रैल को, बाबा साहेब डॉक्टर बीआर आंबेडकर की जयंती तक, विशेष सप्ताह मनाने का फैसला किया है। पार्टी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले के जन्मशताब्दी दिवस के अवसर पर अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। छह अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी। 1984 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जहां मात्र दो सीट ही जीती थीं, वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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MP News : खरगोन में मेले में जहरीली कुल्फी खाने से 55 लोग बीमार

MP News : खरगोन में मेले में जहरीली कुल्फी खाने से 55 लोग बीमार
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 05:13 AM
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MP News / खरगोन (मध्य प्रदेश)। धार्मिक मेले में कथित रूप से विषाक्त मटका कुल्फी खाने से 55 लोग बीमार पड़ गये जिनमें से दो की हालत गंभीर बतायी जा रही है।

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खरगोन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दौलत सिंह चौहान ने बताया कि बीमारों में 25 बच्चे भी हैं। उन्होंने कहा कि कुल्फी के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर छतल गांव के एक मंदिर में एक धार्मिक मेले में बुधवार रात दिनेश कुशवाहा द्वारा बनायी गई और बेची गई मटका कुल्फी खाई थी। डॉक्टर चौहान ने कहा कि खाने में विषाक्तता के कारण पेट में दर्द, उल्टी और पेट खराब होने की शिकायत के बाद 55 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें 25 बच्चे थे। अधिकारी ने बताया कि दो बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था, हालांकि अब उनकी हालत स्थिर है। अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिलीप सेप्टा ने कहा कि अब तक 20 बच्चों और 10 अन्य लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।

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