Special Story : आवारा पशुओं से छुटकारा और सिंचाई भी सस्ती

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Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 08:40 PM
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  Special Story :  लखनऊ: किसानों के लिए आवारा पशु और खेती में सिंचाई किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि जो आवारा पशु किसानों की फसल को खराब करते हैं वही आपके लिए इतने कारगर साबित होंगे। जिससे किसानों की फसल में कम लागत लगे और उससे ज्यादा मुनाफा भी कमाया जा सके। ऐसा हो रहा है क्योंकि लखनऊ के गोसाईंगंज इलाके में स्थित नई जेल के पीछे एक फार्म हाउस हैं जहां पर आवारा पशुओं की मदद से एक संयत्र तैयार किया गया है। जो बिना बिजली और डीजल के सिंचाई करने का काम करता है। हालांकि, इसे रिसर्च के बाद परीक्षण करके तैयार किया गया है। अगर केन्द्र व राज्य सरकार अपना ध्यान इस तरफ केंद्रित कर दे तो मध्यम वर्गीय किसानों के लिए यह किसी वरदान से कम साबित नहीं होगा।

Special Story :

  एक नंदी रथ काम अनेक दरअसल, 2004 में उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी पद से इस्तीफा देने वाले शैलेंद्र सिंह का एक फॉर्म हाउस है। यहां प्रवेश करते ही आपको सब कुछ वर्तमान तकनीक वाली मशीनों से चलने वाली सुविधाएं दिखेंगी।बात चाहे बिजली की हो या फिर खेती की। यही नहीं यहां पर जो गौ-आश्रय बना है वो भी अपने आप में किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। यहां पर संचालित होने वाली चीजें आपको सामान्य तौर पर दिखाई देंगी। लेकिन जब इसकी हकीकत जानेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे। क्योंकि इस फॉर्म हाउस की सभी सुविधाएं नंदी या यूं कहें कि आवारा पशुओं के सहारे ही संचालित होती हैं। जिसे नंदी रथ के नाम से भी जाना जाता है। इस एक नंदी रथ से आप कई काम कर सकते हैं। किसान अपनी जरूरत के हिसाब से इसका प्रयोग कर सकते हैं। जानिए क्यों आया ऐसा संयत्र बनाने का खयाल यह भले ही आपको आसान लग रहा हो लेकिन इसके पीछे करीब पांच साल की कड़ी मेहनत है। शैलेंद्र सिंह बताते हैं कि उन्होंने 2004 में अपनी पुलिस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद राजनीतिक सफर भी तय करके चुनाव लड़ा। लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके। हालांकि, उन्होंने इस दौरान किसानों की असल समस्या को समझने की कोशिश की। ज्यादा गहराई से जब इस बारे में विचार किया तो पता चला कि खेती करने में किसानों को फसल की सिंचाई और आवारा पशुओं की वजह से बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है। बढ़ती मंहगाई के दौर में इससे उन्हें फायदा तो दूर की बात है फसल की लागत निकाल पाना भी मुश्किल होता है। ऐसे में उनके दिमाग में एक संयत्र बनाने खयाल आया जो दोनों के लिए कारगर साबित हो सके। [caption id="attachment_73322" align="aligncenter" width="1080"]Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper[/caption] ग्लोबल वार्मिंग से भी मिलेगी निजात शैलेंद्र सिंह ने कहा कि रिसर्च के दौरान तो इसे तैयार करने में तो ज्यादा लागत आई है लेकिन सरकार अगर इसको बड़े पैमाने पर तैयार कराए तो करीब डेढ़ से दो लाख तक ही आएगी। वहीं सब्सिडी के तहत उपलब्ध करा दे तो किसानों को यह महज 50 से 60 हजार में ही मिल जाएगा। जो किसी वरदान से कम नहीं होगा। शैलेंद्र ने बताया कि जो नंदी आज के दौर में किसानों के लिए अभिशाप हो गई हैं। वही नंदी रथ बिना बिजली और डीजल के सिंचाई कर रहा है। इसके साथ ही सबसे बड़ी बात यह है कि आज जो पूरा विश्व वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैसों (मीथेन, कार्बन डाय ऑक्साइड, ऑक्साइड और क्लोरो-फ्लूरो-कार्बन) के बढ़ने के कारण से परेशान है उससे भी निजात मिलेगी। [caption id="attachment_73321" align="aligncenter" width="1080"]Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper[/caption]

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400 रुपए में नंदी रथ सींच देगा एक एकड़ खेत शैलेंद्र सिंह ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों से किसान इस संयत्र को देखने आते हैं। महंगाई के इस दौर में एक एकड़ की खेती की सिंचाई करने में करीब 1500 से 2 हजार की लागत लग जाती है। वहीं ट्यूबेल और अन्य संसाधनों से पर्यावरण भी प्रभावित होता है। लेकिन इससे एक एकड़ खेत की सिंचाई में ज्यादा से ज्यादा 4 पशुओं के खान पान में सिर्फ 400 रुपए ही खर्च होंगे। यानी 2-2 घंटे की सिफ्ट लगाकर अगर नंदी से काम लेंगे तो एक दिन में आराम से सिंचाई हो जाएगी। इसके अलावा उनके गोबर से खाद् भी तैयार कर सकते हैं। जो बाजारों में मिलने वाली खाद् से ज्यादा कारगर होगी। इससे किसानों की उपज भी बेहतर होगी वहीं आवारा पशुओं से छुटकारा भी मिल जाएगा। [caption id="attachment_73319" align="aligncenter" width="1080"]Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper Special Story: Getting rid of stray animals and irrigation is also cheaper[/caption] कहीं भी आसानी से लेकर जा सकते हैं नंदी रथ बता दें कि पीएम मोदी और सीएम भी आवारा पशुओं से किसानों निजात दिलाने का दावा करते हैं। वहीं इसके लिए गौ आश्रय केंद्र भी बनाए गए हैं जिसके लिए सरकार प्रति वर्ष बजट भी जारी करती है। लेकिन अगर नंदी रथ पर सरकार ध्यान दे तो इसकी मदद से इस बड़ी समस्या से निजात तो मिलेगी ही साथ ही किसानों के लिए भी काफी हद तक मददगार साबित होगा। आइए अब जिस उद्देश्य से नंदी रथ तैयार किया गया है उसकी विशेषताओं के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। दरअसल, यहां सिंचाई पशुओं से संचालित की जाती है। इसमें एयरबॉक्स, पंप और खुद का ही डिजाइन किया गया समरसेबिल है। वहीं इसे बैल गाड़ी के रूप में तैयार किया गया है। जिसे कहीं भी आसानी से लेकर जा सकते हैं। किसान अपनी जरूरत के हिसाब से किसी इसका उपयोग भी कर सकते हैं। इस नंदी रथ पर पशुओं को खड़ा कर दिया जाता है फिर उनके चलने से पर्याप्त बिजली उत्पन्न होने लगती है। जिसके बाद पानी निकलने लगता है। संदीप तिवारी 

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UP News : मुठभेड़ के बाद चार गौ तस्कर गिरफ्तार, एक सिपाही और एक आरोपी घायल

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UP News 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:13 AM
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UP News :  पुलिस ने बरेली जिले के बहेड़ी इलाके में एक मुठभेड़ के बाद चार गौ तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस मुठभेड़ में एक आरोपी और एक सिपाही घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

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पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि बहेड़ी थाना क्षेत्र के अखा और सकरस गांवों में गोकशी की घटनाओं के बाद पुलिस ने अखा गांव से चार आरोपियों को पकड़ा।

उन्‍होंने बताया कि पुलिस मंजूर अहमद नाम के एक गौ तस्कर की निशानदेही पर गोकशी में इस्तेमाल औजार बरामद करने उसके साथ अखा गांव पहुंची। मंजूर ने बताया था कि उसने गांव के एक खेत में औजार गाड़ दिए हैं।

अग्रवाल ने बताया कि पुलिस के साथ खेत पहुंचे मंजूर ने गाड़े गए एक औजार को निकालने की बात कहते हुए जमीन से एक तमंचा निकाल लिया और पुलिस पर गोलीबारी कर दी।

उन्होंने बताया कि सिपाही ऋतुराज हाथ में गोली लगने से घायल हो गया और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मंजूर अहमद घायल हो गया।

घायल सिपाही और गौ तस्कर को सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र लाया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बरेली मुख्यालय स्थित अस्पताल रेफर कर दिया।

पुलिस ने अखा गांव से गोकशी में प्रयुक्त किए गए औजार बरामद कर लिए हैं। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है।

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UP News: भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही सपा, अखिलेश यादव भाजपा की 'बी' टीम: उमाशंकर सिंह

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UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:44 AM
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UP News : बलिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेता उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (SO) के अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि अखिलेश यादव खुद भाजपा की 'बी टीम' हैं।

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यहां जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में उमाशंकर सिंह ने सपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सपा भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है और अखिलेश यादव खुद भाजपा की ‘बी’ टीम हैं। बसपा नेता ने कहा कि 2017 में सरकार बनते ही भाजपा ने अखिलेश यादव के कई कामों की जांच शुरू कराई, लेकिन आज तक एक भी जांच में निर्णय सामने नहीं आया।

भाजपा नेताओं के साथ होती है बैठक

सिंह ने सपा के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव को लेकर दावा किया कि वह भी भाजपा की ‘प्लानिंग’ का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े नेताओं के साथ अक्सर उनकी बैठक होती रहती है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के लोग जो कार्यक्रम बनाते हैं उसमें उनकी भी सहभागिता होती है।

उमाशंकर सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग ने भी समझ लिया है कि अखिलेश यादव कहीं उनके लिए खड़े नहीं हो सकते हैं, वह केवल अल्पसंख्यक वर्ग का इस्तेमाल करते हैं।

उन्होंने बसपा को अल्पसंख्यक वर्ग का हितैषी करार देते हुए कहा कि बसपा की पूर्ववर्ती सरकार में अल्पसंख्यक वर्ग को सबसे अधिक सम्मान मिला। नसीमुद्दीन सिद्दीकी 22 विभाग के मंत्री रहे। प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। उन्होंने इसके साथ ही आरोप लगाया कि कि अखिलेश यादव की सरकार में दंगा ही दंगा होता है, क्योंकि उनको डर पैदा करना है।

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