रामनगरी अयोध्या को मिला दिवाली गिफ्ट, 4 बड़े शहरों के लिए शुरू होंगी उड़ानें

रामनगरी अयोध्या को मिला दिवाली गिफ्ट, 4 बड़े शहरों के लिए शुरू होंगी उड़ानें
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calendar02 Dec 2025 04:02 AM
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रामनगरी अयोध्या को इस दिवाली एक खास सौगात मिलने जा रही है। स्पाइसजेट ने घोषणा की है कि वह 8 अक्टूबर से दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद और अहमदाबाद के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने जा रही है। ये फ्लाइट्स दैनिक और नॉन-स्टॉप होंगी जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को राम मंदिर तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा। UP News

क्यों खास है यह कदम?

स्पाइसजेट के चीफ बिजनेस ऑफिसर देबोजो महार्शी ने कहा कि "भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या की यात्रा के लिए दिवाली सबसे पवित्र और उपयुक्त समय है।" उनका मानना है कि ये उड़ानें श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के लिए यात्रा को सहज बनाएंगी खासकर त्योहारी मौसम में जब राम मंदिर में दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ती है।

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मुंबई के लिए भी उड़ान संभव

स्पाइसजेट मुंबई से अयोध्या के लिए भी सीधी उड़ान शुरू करने की योजना पर विचार कर रहा है। हालांकि अभी तक इसकी अधिकृत तारीख या शेड्यूल जारी नहीं किया गया है। गौरतलब है कि जून 2025 में स्पाइसजेट ने अपनी अयोध्या से सभी उड़ानें अस्थायी रूप से स्थगित कर दी थीं। अब त्योहारी सीजन को देखते हुए इन्हें फिर से दोबारा शुरू किया जा रहा है, जिससे अयोध्या की कनेक्टिविटी को एक बार फिर से नई उड़ान मिलेगी।

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किस तारीख से शुरू होंगी कौन-सी उड़ानें?

स्पाइसजेट की ये उड़ानें चरणबद्ध तरीके से शुरू होंगी 8 अक्टूबर से बेंगलुरु, 10 अक्टूबर से दिल्ली, 17 अक्टूबर से हैदराबाद, 26 अक्टूबर से अहमदाबाद। UP News
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पवन सिंह के घर हाई-वोल्टेज ड्रामा: पत्नी ज्योति ने लगाया धोखे का आरोप, बोली—‘इंसाफ चाहिए’

पवन सिंह के घर हाई-वोल्टेज ड्रामा: पत्नी ज्योति ने लगाया धोखे का आरोप, बोली—‘इंसाफ चाहिए’
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calendar07 Oct 2025 09:42 AM
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भोजपुरी एक्टर और नेता पवन सिंह के लखनऊ स्थित घर के बाहर सोमवार को हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। उनकी पत्नी ज्योति सिंह वहां पहुंचीं और पुलिस से बहस के दौरान भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि उन्हें घर में घुसने नहीं दिया जा रहा और पुलिस जानबूझकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। ज्योति ने दावा किया कि उनके पति ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, लेकिन पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया। पुलिस के मुताबिक, कोई औपचारिक केस दर्ज नहीं हुआ है, बल्कि ज्योति को सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

‘इस घर से मेरी लाश जाएगी’: ज्योति की दर्दनाक अपील

इस दौरान ज्योति सिंह बेहद भावुक हो गईं और उन्होंने सबके सामने जहर खाने की धमकी दे दी। उन्होंने कहा, “आज मैं समाज के कहने पर यहां आई थी, बस ये दिन देखने के लिए। अगर अब भी इंसाफ नहीं मिला, तो कोई उम्मीद नहीं है। मैं घर जाकर जहर खा लूंगी, इस घर से मेरी लाश जाएगी। मैं शरीफ घर की बेटी और बहू हूं। अगर मुझे पुलिस स्टेशन जाना पड़े तो यहीं से जहर खा लूंगी। बस, बहुत हो गया—मुझे इंसाफ चाहिए।” उनकी यह बात सुनकर मौके पर मौजूद लोग और पुलिसकर्मी दोनों हैरान रह गए।
 
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ज्योति ने पवन सिंह पर लगाए बेवफाई के आरोप

ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के तुरंत बाद वह किसी और महिला को होटल लेकर गए थे। उन्होंने कहा, “ये वही पवन जी हैं जो समाज की सेवा करने की बात करते हैं? चुनाव के दौरान मुझे इस्तेमाल किया और फिर दूसरी लड़कियों को लेकर होटल चले गए। चुनाव के 20 दिन बाद उन्होंने मेरे सामने एक लड़की को होटल में ले जाकर मुझे अपमानित किया। मैं एक पत्नी होकर यह सब कैसे बर्दाश्त करती? इसलिए घर छोड़ दिया। अब वही पवन सिंह इंसाफ की बात करते हैं?”

सोशल मीडिया पर ज्योति का संदेश वायरल

ड्रामा से पहले ज्योति सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने लिखा, “प्रिय पति पवन सिंह जी, मैं कल आपके लखनऊ वाले घर पर आ रही हूं। मैं वहां दो दिन तक आपका और आपके परिवार का इंतजार करूंगी।” उनकी यह पोस्ट अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग इस पूरे मामले पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

पवन सिंह की निजी जिंदगी रही है विवादों में

पवन सिंह का नाम भोजपुरी सिनेमा के टॉप सितारों में शुमार है, लेकिन उनकी निजी जिंदगी हमेशा सुर्खियों में रही है। उन्होंने साल 2018 में ज्योति सिंह से शादी की थी, जो उनकी दूसरी शादी है। इससे पहले उन्होंने 2014 में नीलम सिंह से शादी की थी, लेकिन कुछ महीनों बाद नीलम ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं, ज्योति से शादी से पहले पवन सिंह का नाम एक्ट्रेस अक्षरा सिंह से भी जुड़ा था। अक्षरा ने बाद में खुलासा किया था कि दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे, लेकिन कुछ विवादों के कारण उनका रिश्ता टूट गया।

मामले पर पुलिस की सफाई

पुलिस का कहना है कि पवन सिंह और ज्योति के बीच पहले से ही कुछ कानूनी विवाद चल रहे हैं। इसी सिलसिले में ज्योति को बयान देने के लिए बुलाया गया था। किसी तरह की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। वहीं, पुलिस ने ज्योति से शांति बनाए रखने की अपील की और मामले की जांच जारी है। जूता फेंक मामला: CJI गवई ने दिखाई उदारता, आरोपी वकील को मिली रिहाई
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जूता फेंक मामला: CJI गवई ने दिखाई उदारता, आरोपी वकील को मिली रिहाई

जूता फेंक मामला: CJI गवई ने दिखाई उदारता, आरोपी वकील को मिली रिहाई
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userचेतना मंच
calendar07 Oct 2025 09:23 AM
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सुप्रीम कोर्ट परिसर में मंगलवार को उस वक्त हलचल मच गई जब सुनवाई के दौरान एक वकील ने चीफ जस्टिस बी.आर. गवई की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। हालांकि कोर्ट में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल उसे रोक लिया और किसी तरह की अप्रिय स्थिति नहीं बनने दी। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी वकील राकेश किशोर को हिरासत में लेकर करीब तीन घंटे तक कड़ी पूछताछ की। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की ओर से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज न होने के चलते उसे छोड़ दिया गया। दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी का जूता, मोबाइल, आधार कार्ड और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का पहचान पत्र भी लौटा दिया— यानी मामला यहीं शांत कर दिया गया।    Supreme Court News

गवई का बड़ा दिल: मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता

घटना के बाद चीफ जस्टिस बी.आर. गवई ने अद्भुत संयम और परिपक्वता का परिचय देते हुए मामले को पूरी तरह नज़रअंदाज़ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा- ऐसी घटनाओं से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, बस अदालत में शांति बनी रहनी चाहिए। CJI गवई ने रजिस्ट्री अधिकारियों को यहां तक कहा— Just ignore it. उनकी इस शालीनता और सहनशीलता के बाद ही दिल्ली पुलिस ने आरोपी वकील को रिहा कर दिया। हालांकि, बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने इस पूरे प्रकरण को अदालत की गरिमा पर हमला मानते हुए वकील के खिलाफ सख्त कदम उठाया और उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया।

सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे - आरोपी का नारा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही वकील राकेश किशोर ने जूता फेंकने की कोशिश की, वह जोर से चिल्लाया— “हम सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे! अचानक हुई इस हरकत से कोर्टरूम में कुछ पल के लिए सन्नाटा पसर गया, लेकिन मौजूद जजों और वकीलों ने अद्भुत संयम दिखाया। इस बीच, चीफ जस्टिस बी.आर. गवई ने पूरे घटनाक्रम पर शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि अदालत में गरिमा और अनुशासन सबसे ऊपर है।

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पीएम मोदी और विपक्ष दोनों ने जताई चिंता

घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर CJI गवई से बात की और उनके धैर्य की सराहना की। पीएम ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा - कोर्ट में इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। समाज में हिंसा और असहिष्णुता के लिए कोई जगह नहीं है। मैं चीफ जस्टिस के संयम और गरिमा के लिए उनकी प्रशंसा करता हूं। वहीं राहुल गांधी ने इसे “भारत के संविधान पर हमला” बताया, जबकि सोनिया गांधी ने कहा कि यह सिर्फ गवई पर नहीं, बल्कि न्यायपालिका की गरिमा पर प्रहार है।

देशभर में निंदा, लेकिन CJI ने दिखाया संयम

इस घटना ने जहां पूरे देश में निंदा की लहर पैदा की है, वहीं चीफ जस्टिस बी.आर. गवई ने जिस परिपक्वता और धैर्य से स्थिति को संभाला, उसने न्यायपालिका की गरिमा को और ऊंचा किया है।
कानूनी बिरादरी मानती है कि यह कदम न्याय के सर्वोच्च संस्थान की मर्यादा और सहिष्णुता का उदाहरण बन गया है।  Supreme Court News