बड़ी खबर: "महामहिम हाजिर हों"! SDM के समन से मच गया हड़कंप

क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला थाना सिविल लाइन क्षेत्र के गांव लोड़ा बहेड़ी का है। गांव निवासी चंद्रहास ने सदर तहसील के एसडीएम की न्यायिक कोर्ट में विपक्षी पक्षकार के रूप में लेखराज, पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पक्षकार बनाते हुए वाद दायर किया था। दायर वाद के मुताबिक चंद्रहास की चाची कटोरी देवी की संपत्ति उनके एक रिश्तेदार ने अपने नाम दर्ज करा ली है। इसके बाद उस जमीन को लेखराज के नाम बेच दी गई। कुछ दिन बाद जमीन से कुछ हिस्सो को सरकार द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया। जिसके एवज में शासन की तरफ से लेखराज को 12 लाख रुपए मिले। इसको लेकर चंद्रहास ने एमडीएम न्यायिक कोर्ट में वाद दायर की और जमीन के खसरा खतौनी में अपना नाम दर्ज कराने की मांग की। याचिका की सुनवाई करने के दौरान एसडीएम न्यायिक कोर्ट ने लेखराज और राज्यपाल को कोर्ट में पेश होने और अपना पक्ष रखने को लेकर समन जारी कर दिया।राजभवन ने डीएम को पत्र लिख समन पर जताई आपत्ति
एसडीएम न्यायिक कोर्ट द्वारा जारी समन जब राजभवन पहुंचा तो इस पर राज्यपाल के निजी सचिव बद्रीनाथ सिंह ने आपत्ति जताई और डीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई के आदेश दिए। पत्र में कहा गया कि राज्यपाल को जारी समन संविधान के अनुच्छेद 361 का उल्लंघ है। जिसके बाद डीएम मनोज कुमार ने एडसीएम न्यायिक विनीत कुमार को भविष्य में ऐसी चूक न करने की चेतावनी दी है।Chhattisgarh के 5 जिलों में दिवाली से छठ तक पटाखे जलाने पर लगा बैन!
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क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला थाना सिविल लाइन क्षेत्र के गांव लोड़ा बहेड़ी का है। गांव निवासी चंद्रहास ने सदर तहसील के एसडीएम की न्यायिक कोर्ट में विपक्षी पक्षकार के रूप में लेखराज, पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पक्षकार बनाते हुए वाद दायर किया था। दायर वाद के मुताबिक चंद्रहास की चाची कटोरी देवी की संपत्ति उनके एक रिश्तेदार ने अपने नाम दर्ज करा ली है। इसके बाद उस जमीन को लेखराज के नाम बेच दी गई। कुछ दिन बाद जमीन से कुछ हिस्सो को सरकार द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया। जिसके एवज में शासन की तरफ से लेखराज को 12 लाख रुपए मिले। इसको लेकर चंद्रहास ने एमडीएम न्यायिक कोर्ट में वाद दायर की और जमीन के खसरा खतौनी में अपना नाम दर्ज कराने की मांग की। याचिका की सुनवाई करने के दौरान एसडीएम न्यायिक कोर्ट ने लेखराज और राज्यपाल को कोर्ट में पेश होने और अपना पक्ष रखने को लेकर समन जारी कर दिया।राजभवन ने डीएम को पत्र लिख समन पर जताई आपत्ति
एसडीएम न्यायिक कोर्ट द्वारा जारी समन जब राजभवन पहुंचा तो इस पर राज्यपाल के निजी सचिव बद्रीनाथ सिंह ने आपत्ति जताई और डीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई के आदेश दिए। पत्र में कहा गया कि राज्यपाल को जारी समन संविधान के अनुच्छेद 361 का उल्लंघ है। जिसके बाद डीएम मनोज कुमार ने एडसीएम न्यायिक विनीत कुमार को भविष्य में ऐसी चूक न करने की चेतावनी दी है।Chhattisgarh के 5 जिलों में दिवाली से छठ तक पटाखे जलाने पर लगा बैन!
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